पटना: बिहार में सातवें चरण के शिक्षक नियोजन की मांग (Demand for 7th phase Teacher Recruitment) को लेकर शिक्षक अभ्यर्थियों का आंदोलन रविवार को लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा. राजधानी पटना के गर्दनीबाग में शिक्षक अभ्यर्थी अपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ (Teacher candidates dharna in Patna) हुए हैं. शिक्षक अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि सरकार की ओर से शिक्षक नियोजन को जान-बूझकर टालमटोल किया जा रहा है.
सरकार टालमटोल की नीति अपना रही हैः शिक्षक अभ्यर्थियों का आरोप है कि शिक्षा मंत्री की तरफ से कहा गया था कि छठें चरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद सातवें चरण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी लेकिन इस दिशा में कोई पहल नहीं किया जा रहा है. भावी प्रारंभिक शिक्षक संघ के बैनर तले आंदोलन कर रहे एसटीईटी और बीटीईटी उत्तीर्ण अभ्यर्थियों ने कहा कि मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा.
''जब तक सरकार हमारी मांग जब तक नहीं मानती और सातवां चरण प्राथमिक विज्ञप्ति जब तक जारी नहीं होगा, हमारा आंदोलन नहीं टूटेगा. सरकार की गलत नीति के कारण तीन साल से सातवां चरण की प्राथमिक विज्ञप्ति का इंतजार अभ्यर्थी कर रहे हैं.''- विनीता विन्नी, संघ की प्रदेश अध्यक्ष
ऑनलाइन हो शिक्षक बहाली की प्रक्रियाः संघ के प्रवक्ता मिकू पाल और सचिव नीतेश पांडेय ने कहा कि सरकार जल्द से जल्द अगर सातवें चरण के लिए विज्ञप्ति जारी नहीं करती है तो शिक्षक अभ्यर्थी उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. सरकार जल्द से जल्द सातवें चरण के लिए विज्ञप्ति जारी करे. संघ की मुख्य मांगों में सातवें चरण की प्राथमिक विज्ञप्ति जल्द किया जाय. शिक्षक अभ्यर्थियों की मांग है कि सातवें चरण प्राथमिक शिक्षक बहाली प्रक्रिया ऑनलाइन हो.
ये हैं प्रमुख मांगे: बता दें कि रोजगार के लिए सड़क पर उतरकर नारेबाजी कर रहे इन अभ्यर्थियों की मुख्य मांगों में सातवें चरण में प्राथमिक शिक्षकों की बहाली प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू करना, बहाली प्रक्रिया ऑनलाइन व सेंट्रलाइज तरीके से करना, छठवें चरण की रिक्त सीटों और 31 मार्च 2022 तक की सीटों की गणना कर सातवें चरण में उसे जोड़कर बहाली करना, डोमिसाइल लागू करना जैसी मांगें शामिल हैं.
ये भी पढ़ें: पटना में CTET अभ्यर्थियों का हंगामा, कहा- नियोजन नहीं होने तक जारी रहेगा आंदोलन
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP