पटना: बिहार के पटना में मृदा दिवस (World Soil Day) के मौके पर सभी प्रखंडों में खेतों की मिट्टी की जांच की गई. जहां मसौढ़ी के धनरूआ प्रखंड में हुए की मिट्टी की जांच (Soil Testing Of Agricultural Land) में पोषक तत्वों की कमी मिली है. धनरूआ में मिट्टी की जांच में पोषक तत्वों की कमी मिलने से इलाके के किसानों की परेशानी बढ़ गई है.
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दरअसल, खेतों में लगातार हो रहे रसायनिक खाद के प्रयोग से खेतों की उर्वरा शक्ति कम होती जा रही है, ऐसे में इन दिनों मृदा दिवस पर पटना जिले के तमाम प्रखंड में हो रहे मिट्टी जांच में एक खुलासा हुआ है, जहां मसौढ़ी अनुमंडल के धनरुआ प्रखंड क्षेत्रों में मिट्टी में कई पोषक तत्वों की कमी पाई गई है, जिसको लेकर किसानों की परेशानी बढ़ गई है. फिलहाल रबी की बुआई होने को है, और ऐसे में खेतों की मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी होने का मतलब है, फसल उत्पादन में कमी हो जाना है.
'धनरुआ के विभिन्न पंचायतों में लगातार मिट्टी की जांच हो रही है. ऐसे में अब तक 5 पंचायतों में मिट्टी की जांच हो चुकी है. मिट्टी जांच में कई पोषक तत्वों की कमी पाई गई है. जिसको लेकर किसानों के फसल उत्पादन में कमी हो सकती है.'- राजेश कुमार, धनरूआ प्रखंड कृषि पदाधिकारी
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कृषि पदाधिकारी ने उन सभी पंचायतों में किसानों को जैविक खाद का प्रयोग करने की सलाह दी है. जैविक खेती कर फसल उत्पादन करने को लेकर लगातार किसानों को जागरूक किया जा रहा है, वहीं खेतों में पराली नहीं जलाने को लेकर जागरूक जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है.
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