पटनाः पद्मश्री कंगना रनौट (Kangana Ranaut) के द्वारा देश को 2014 में आजादी मिलने के बयान दिए जाने के बाद बवाल खड़ा हो गया है. देशभर में कंगना के इस बयान की खूब किरकिरी हो रही है. इस बयान के बाद बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने कंगना से पद्मश्री सम्मान वापस लेने की मांग की तो वहीं उनकी बहू दीपा मांझी ने देसी भाषा में बॉलीवुड अभिनेत्री पर निशाना साधा है.
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दीपा संतोष मांझी ने ट्वीट करते हुए सीधे-सीधे कंगना रनौट का नाम लेते हुए लिखा "ई कंगना रनौत के पता नहीं है कि एकरा जईसन कलमुंही के हमनी बिहारी गोबर पाथे लायक नहीं बुझते हैं. पद्म सम्मान मिल गया तो शहीदों को ही अपमानित करने लगी. अरे हो देशद्रोही कंगना, औकात है तो ई भाषा बिहार में बोलकर दिखाव, मुंह कीचड़ में ना डुबा दिया तो कहना. लतखोर! शूर्पणखा की बहन कंगना."
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ई कंगना रनौत के पता नहीं है कि एकरा जईसन कलमुही के हमनी बिहारी गोबर पाथे लायक़ नहीं बुझते हैं।
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पद्म सम्मान मिल गया तो शहीदों को ही अपमानित करने लगी।
अरे हो देशद्रोही कंगना,औक़ात है तो ई भाषा बिहार में बोलकर दिखाव,मुंह कीचड़ में ना डुबा दिया तो कहना।
लतखोर!
“शुर्पणखा की बहन कंगना”
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— Deepa Santosh Manjhi (@dipamanjhi) November 12, 2021
पद्म सम्मान मिल गया तो शहीदों को ही अपमानित करने लगी।
अरे हो देशद्रोही कंगना,औक़ात है तो ई भाषा बिहार में बोलकर दिखाव,मुंह कीचड़ में ना डुबा दिया तो कहना।
लतखोर!
“शुर्पणखा की बहन कंगना”ई कंगना रनौत के पता नहीं है कि एकरा जईसन कलमुही के हमनी बिहारी गोबर पाथे लायक़ नहीं बुझते हैं।
— Deepa Santosh Manjhi (@dipamanjhi) November 12, 2021
पद्म सम्मान मिल गया तो शहीदों को ही अपमानित करने लगी।
अरे हो देशद्रोही कंगना,औक़ात है तो ई भाषा बिहार में बोलकर दिखाव,मुंह कीचड़ में ना डुबा दिया तो कहना।
लतखोर!
“शुर्पणखा की बहन कंगना”
बता दें कि स्वतंत्रता सेनानियों के संघर्ष को कंगना की ओर से 'भीख' बताने पर पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने बेहद तल्ख लहजा अपनाया था. उन्होंने कहा था कि 'महामहिम राष्ट्रपति जी अविलंब कंगना रनौत से पद्म श्री सम्मान वापिस लेना चाहिए. नहीं तो दुनिया ये समझेगी कि गांधी, नेहरू, भगत सिंह, पटेल, कलाम, मुखर्जी, सावरकर सब के सब ने भीख मांगी तो आजादी मिली. लानत है ऐसे कंगना पर. ऐसे टॉक के लिए माफी मांगे और सभी चैनल कंगना को बैन करें.'
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दरअसल, कंगना रनौत ने एक टीवी चैनल पर इंटरव्यूह के दौरान उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बारे में सावरकर, लक्ष्मीबाई और नेताजी बोस को याद करते हुए कहा, 'ये लोग जानते थे कि खून बहेगा, लेकिन यह हिंदुस्तानी खून नहीं होना चाहिए. वे इसे जानते थे. बेशक, उन्हें एक पुरस्कार दिया जाना चाहिए. वह आजादी नहीं थी, वो भिक्षा थी. हमें 2014 में असली आजादी मिली है.
आपको बताते चलें कि कंगना को हाल ही में मोदी सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. 34 वर्षीय एक्ट्रेस को अपने भड़काऊ बयानों के चलते ट्विटर पर ब्लॉक कर दिया गया है. इससे पहले भी वह अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियां बटोर चुकी हैं. वहीं, उनके इस बयान पर बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने भी तीखा हमला किया है. उन्होंने कहा, 'कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान, और अब शहीद मंगल पाण्डेय से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार. इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?'
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