पटना: बिहार में कोरोना की तीसरी लहर (Third wave of Corona in Bihar) के खतरे को लेकर लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है. मसौढ़ी में लगातार कोरोना के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है ऐसे में मसौढ़ी में स्वास्थ्य सेवाओं की लचर व्यवस्था (Poor Health Services in Masaurhi) तमाम स्वास्थ्य केंद्र, उप केंद्र और रेफरल अस्पताल में देखने को मिली. भाकपा माले ने अनुमंडल अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने की मांग की.
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आक्रोशित लोगों ने बताया कि अनुमंडल अस्पताल में कई सीनियर डॉक्टर की कमी है. एनिस्थिसिया के डॉक्टर नहीं है, जिससे बड़े ऑपरेशन कई सालों से बंद है. वहीं, जो ऑक्सीजन गैस प्लांट बनाया गया है, ऑपरेटर नहीं रहने से वो भी बंद है. ऐसे में अगर कोरोना मरीजों को रखने की जरूरत होगी, तो उन मरीजों को ऑक्सीजन गैस कैसे मिलेगी, अल्ट्रासाउंड बंद है.
मसौढ़ी में स्वास्थ्य सेवाओं की लचर व्यवस्था को लेकर भाकपा माले ने अनुमंडल अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार हाई लेवल मीटिंग कर रही है. वहीं, ग्रामीण क्षेत्र के सभी स्वास्थ्य सेवाएं विफल है. गांव-गांव में बने स्वास्थ्य केंद्र हमेशा ताला बंद रहते हैं.
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वहीं, शहर के अनुमंडल अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं है, दवाओं की कमी है, अल्ट्रासाउंड बंद है, ऑपरेशन की व्यवस्था भी नहीं है. कोरोना मरीजों के लिए बने ऑक्सीजन गैस प्लांट भी अब तक चालू नहीं हो सके हैं. सरकार सिर्फ जनता को ठगने का काम कर रही है. धरातल पर कुछ दिख नहीं रहा है.
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