ETV Bharat / city

होटल पाटलिपुत्र अशोक पटना में कल से फिर से शुरू हो रहा है कोरोना जांच केंद्र, प्रदेश में संक्रमण दर हुआ 20% के पार - Patna has become a hotspot of Corona

पटना कोरोना का हॉटस्पॉट बन गया है (Patna has become a hotspot of Corona). पटना के विभिन्न अस्पतालों में चल रहे कोरोना जांच केंद्र पर लोगों की भीड़ काफी बढ़ गई है. ऐसे में जांच के लिए बढ़ी हुई लोगों की भीड़ को देखते हुए, पटना जिला प्रशासन ने एक बार फिर से इनकम टैक्स चौराहा स्थित होटल पाटलिपुत्र अशोका में कोरोना जांच केंद्र शुरू कर रहा है

होटल पाटलिपुत्र अशोक में कोरोना जांच केंद्र
होटल पाटलिपुत्र अशोक में कोरोना जांच केंद्र
author img

By

Published : Jan 8, 2022, 11:02 PM IST

पटना: बिहार में कोरोना बहुत तेजी से फैल रहा है (Corona Cases Increase in Bihar) . 5 जनवरी को पॉजिटिविटी रेट प्रदेश की जहां 12.26% थी, वहीं, 8 जनवरी को यह बढ़कर 20% हो गई है. बीते 24 घंटे में कोरोना के 4,526 नए मामले सामने आए हैं. जिसमें, राजधानी पटना में नए मामलों की संख्या 1,956 है. प्रदेश के लगभग 80 फीसदी मामले पटना में ही है.

ये भी पढ़ें- ..तो इसलिए 20 महीने की सरकार से नीतीश कुमार ने किया था तौबा

मिली जानकारी के अनुसार होटल पाटलिपुत्र अशोका में कोरोना जांच केंद्र फिर से बनाया जाएगा. (Corona Test Center Started at Hotel Patliputra Ashoka in Patna) रविवार 9 जनवरी से होटल पाटलिपुत्र अशोका पटना में कोरोना जांच एक बार फिर से शुरू हो रहा है. बताते चलें कि संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए होटल पाटलिपुत्र अशोका के वैक्सीनेशन सेंटर को गुरु नानक देव भवन में शिफ्ट किया गया है. और, यहां 152 बेड का डिस्ट्रिक्ट कोविड हेल्थ केयर सेंटर की शुरुआत की गई है.

पटना में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है. इसके साथ ही डिस्ट्रिक्ट कोविड केयर सेंटर की भी संख्या बढ़ाई जा रही है. होटल पाटलिपुत्र अशोका के डीसीएचसी में एक मरीज एडमिट है. कंगन घाट और मित्तन घाट पर भी 1 सप्ताह के अंदर डीसीएचसी शुरू की जाएगी. और, वहां ऑक्सीजन बेड की भी व्यवस्था होगी. सिविल सर्जन ने बताया कि अधिकांश मरीज पटना में होम आइसोलेशन पर हैं. ऐसे में उन्हें टेलीमेडिसिन के द्वारा कोरोना नियंत्रण कक्ष से चिकित्सीय परामर्श दिए जा रहे हैं.

वहीं, स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शनिवार को प्रेस वार्ता की गई. जिसमें ईटीवी भारत के सवालों पर विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की तैयारी पूरी है. प्रदेश के सभी ऑक्सीजन प्लांट का ड्राई रन शुक्रवार को कंप्लीट किया गया है. दूसरी लहर को देखते हुए इस बार अस्पतालों में पर्याप्त तैयारी की गई है.

'इस बार संक्रमण में अच्छी बात यह देखने को मिल रही है कि लोगों को ऑक्सीजन की जरूरत कम पड़ रही है. ऐसे में विभाग का इस बार फोकस है कि होम आइसोलेशन में मरीज ठीक हो और इसके लिए संजीवन ऐप के माध्यम से पॉजिटिव केस की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.' - प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव

ये भी पढ़ें- CM नीतीश को खुला ऑफर के बाद उपेन्द्र कुशवाहा से मिले मृत्युंजय तिवारी, चर्चा का बाजार गर्म

उन्होंने जानकारी दी कि पटना एम्स में वर्तमान समय में 38 मरीज एडमिट हैं. और इनमें से, 50 फीसदी से अधिक अनवैक्सीनेटेड हैं. ऐसे में यह देखने को मिल रहा है कि जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लिया है उन पर संक्रमण का असर गंभीर रूप से हो रहा है. तीसरी लहर में हॉस्पिटल में एडमिट होने का रेट 0.9% है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में 5 जनवरी को जहां संक्रमण दर 12.26% था. वहीं, 8 जनवरी को यह बढ़कर के 20% से अधिक हो गया है.

देशभर में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के मामले में बिहार टॉप 5 राज्यों में है. ऐसे में लोगों को सतर्क होने की आवश्यकता है. कोरोना की गाइड लाइंस को गंभीरता से पालन करने की आवश्यकता है. बेवजह घर से बाहर नहीं निकले, सतर्क रहें सुरक्षित रहें.

प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि प्रदेश में वैक्सीनेशन तेज गति से चल रहा है. और बच्चों का वैक्सीनेशन का रिस्पांस काफी अच्छा है. वैक्सीनेशन की रफ्तार की वजह से बीते दिनों वैक्सीन की थोड़ी किल्लत हो गई थी. ऐसे में, शनिवार को कोवैक्सीन का 24 लाख डोज केंद्र से राज्य को उपलब्ध हुआ है. उन्होंने बताया कि 10 जनवरी से प्रिकॉशनरी डोज की शुरुआत हो रही है और इसको लेकर भी तैयारी पूरी कर ली गई है. फ्रंटलाइन वर्कर और हेल्थ केयर वर्कर के अलावा 60 वर्ष से अधिक उम्र के जो लोग भी होंगे उन्हें प्रिकॉशनरी डोज लगेगा. 60 प्लस वाले लोगों से प्रिकॉशनरी डोज के लिए सेंटर पर किसी प्रकार का कोमोरबिडिटी का सबूत नहीं मांगा जाएगा. यह लोगों की इच्छा पर निर्भर होगा.

ये भी पढ़ें- Pro Kabaddi League : पटना पाइरेट्स से गुजरात के धुरंधर की भिड़ंत, जारी है रोमांचक मैच

ये भी पढ़ें- 5 States Elections 2022: तारीखों का हो गया ऐलान, कांग्रेस ने BJP के मंसूबे पर उठाए सवाल

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटना: बिहार में कोरोना बहुत तेजी से फैल रहा है (Corona Cases Increase in Bihar) . 5 जनवरी को पॉजिटिविटी रेट प्रदेश की जहां 12.26% थी, वहीं, 8 जनवरी को यह बढ़कर 20% हो गई है. बीते 24 घंटे में कोरोना के 4,526 नए मामले सामने आए हैं. जिसमें, राजधानी पटना में नए मामलों की संख्या 1,956 है. प्रदेश के लगभग 80 फीसदी मामले पटना में ही है.

ये भी पढ़ें- ..तो इसलिए 20 महीने की सरकार से नीतीश कुमार ने किया था तौबा

मिली जानकारी के अनुसार होटल पाटलिपुत्र अशोका में कोरोना जांच केंद्र फिर से बनाया जाएगा. (Corona Test Center Started at Hotel Patliputra Ashoka in Patna) रविवार 9 जनवरी से होटल पाटलिपुत्र अशोका पटना में कोरोना जांच एक बार फिर से शुरू हो रहा है. बताते चलें कि संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए होटल पाटलिपुत्र अशोका के वैक्सीनेशन सेंटर को गुरु नानक देव भवन में शिफ्ट किया गया है. और, यहां 152 बेड का डिस्ट्रिक्ट कोविड हेल्थ केयर सेंटर की शुरुआत की गई है.

पटना में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है. इसके साथ ही डिस्ट्रिक्ट कोविड केयर सेंटर की भी संख्या बढ़ाई जा रही है. होटल पाटलिपुत्र अशोका के डीसीएचसी में एक मरीज एडमिट है. कंगन घाट और मित्तन घाट पर भी 1 सप्ताह के अंदर डीसीएचसी शुरू की जाएगी. और, वहां ऑक्सीजन बेड की भी व्यवस्था होगी. सिविल सर्जन ने बताया कि अधिकांश मरीज पटना में होम आइसोलेशन पर हैं. ऐसे में उन्हें टेलीमेडिसिन के द्वारा कोरोना नियंत्रण कक्ष से चिकित्सीय परामर्श दिए जा रहे हैं.

वहीं, स्वास्थ्य विभाग की तरफ से शनिवार को प्रेस वार्ता की गई. जिसमें ईटीवी भारत के सवालों पर विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा कि प्रदेश के अस्पतालों में ऑक्सीजन की तैयारी पूरी है. प्रदेश के सभी ऑक्सीजन प्लांट का ड्राई रन शुक्रवार को कंप्लीट किया गया है. दूसरी लहर को देखते हुए इस बार अस्पतालों में पर्याप्त तैयारी की गई है.

'इस बार संक्रमण में अच्छी बात यह देखने को मिल रही है कि लोगों को ऑक्सीजन की जरूरत कम पड़ रही है. ऐसे में विभाग का इस बार फोकस है कि होम आइसोलेशन में मरीज ठीक हो और इसके लिए संजीवन ऐप के माध्यम से पॉजिटिव केस की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.' - प्रत्यय अमृत, प्रधान सचिव

ये भी पढ़ें- CM नीतीश को खुला ऑफर के बाद उपेन्द्र कुशवाहा से मिले मृत्युंजय तिवारी, चर्चा का बाजार गर्म

उन्होंने जानकारी दी कि पटना एम्स में वर्तमान समय में 38 मरीज एडमिट हैं. और इनमें से, 50 फीसदी से अधिक अनवैक्सीनेटेड हैं. ऐसे में यह देखने को मिल रहा है कि जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लिया है उन पर संक्रमण का असर गंभीर रूप से हो रहा है. तीसरी लहर में हॉस्पिटल में एडमिट होने का रेट 0.9% है. उन्होंने बताया कि प्रदेश में 5 जनवरी को जहां संक्रमण दर 12.26% था. वहीं, 8 जनवरी को यह बढ़कर के 20% से अधिक हो गया है.

देशभर में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण के मामले में बिहार टॉप 5 राज्यों में है. ऐसे में लोगों को सतर्क होने की आवश्यकता है. कोरोना की गाइड लाइंस को गंभीरता से पालन करने की आवश्यकता है. बेवजह घर से बाहर नहीं निकले, सतर्क रहें सुरक्षित रहें.

प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि प्रदेश में वैक्सीनेशन तेज गति से चल रहा है. और बच्चों का वैक्सीनेशन का रिस्पांस काफी अच्छा है. वैक्सीनेशन की रफ्तार की वजह से बीते दिनों वैक्सीन की थोड़ी किल्लत हो गई थी. ऐसे में, शनिवार को कोवैक्सीन का 24 लाख डोज केंद्र से राज्य को उपलब्ध हुआ है. उन्होंने बताया कि 10 जनवरी से प्रिकॉशनरी डोज की शुरुआत हो रही है और इसको लेकर भी तैयारी पूरी कर ली गई है. फ्रंटलाइन वर्कर और हेल्थ केयर वर्कर के अलावा 60 वर्ष से अधिक उम्र के जो लोग भी होंगे उन्हें प्रिकॉशनरी डोज लगेगा. 60 प्लस वाले लोगों से प्रिकॉशनरी डोज के लिए सेंटर पर किसी प्रकार का कोमोरबिडिटी का सबूत नहीं मांगा जाएगा. यह लोगों की इच्छा पर निर्भर होगा.

ये भी पढ़ें- Pro Kabaddi League : पटना पाइरेट्स से गुजरात के धुरंधर की भिड़ंत, जारी है रोमांचक मैच

ये भी पढ़ें- 5 States Elections 2022: तारीखों का हो गया ऐलान, कांग्रेस ने BJP के मंसूबे पर उठाए सवाल

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.