पटनाः कोरोना महामारी का कपड़ा व्यवसाय पर भी बड़ा असर हुआ है. महामारी के कारण सरकार द्वारा शादी-विवाह पर लागू पाबंदियों के कारण कपड़ा व्यवसाई काफी प्रभावित हुए हैं. जिस खेतान मॉर्केट में कभी ग्राहकों की भारी भीड़ हुआ करती थी, वहां आज दुकानदारों का सारा समय ग्राहकों के इंतजार में कट रहा है.
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शादी के सीजन में भी निराशा
चूंकि अभी शादी का सीजन चल रहा है. कपड़ा व्यवसाइयों का इस सीजन का बेसब्री से इंतजार रहता है. लेकिन कोरोना ने उनके सारे मंसूबे पर पानी फेर दिया. कोरोना संक्रमण के दौर में लोग अपने घरों से कम निकल रहे हैं. डर से शादी-विवाह जैसे आयोजनों को स्थगित या टाल दिया जा रहा है. यही कारण है कि पटना के खेतान मार्केट सहित अन्य बाजारों में कपड़ा व्यवसाय चौपट हो चुका है.
बिजली बिल चुकाना भी मुश्किल
"आज से करीब 10 दिन पहले की बात करें तो हर रोज करीब 50 से 50 हजार रुपये तक की बिक्री होती थी. लगन के सीजन से काफी उम्मीदें बंधी थी. लेकिन कोरोना के कारण सब चौपट हो गया. ग्राहक नहीं आ रहे हैं. हाल ये हो गया है कि दुकान का बिजली और कर्मचारियों को खर्च निकालना भी मुश्किल हो गया है." -अशोक गुप्ता, कपड़ा व्यवसायी
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'रोजी-रोटी पर संकट'
"सुबह से दुकान में ग्राहकों का इंतजार कर रहे हैं. अभी 'बोहनी' तक नहीं हुई है. लगन के सीजन को देखते हुए दुकान में काफी पूंजी लगाया था, लेकिन अब रोजी-रोटी पर भी संकट मंडराने लगा है. गर्मी को लेकर शाम के समय बिक्री की उम्मीद रहती है, लेकिन शाम 4 बजे तक दुकानों को बंद करने के सरकार के निर्देश के बाद उम्मीदों पर भी पानी फिर गया है." -विकास कुमार, कपड़ा व्यवसायी
बिहार में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. लिहाजा सरकार ने पाबंदियां बढ़ा दी है. सरकार के निर्देश के बाद सूबे में दुकानें अब शाम के 4 बजे तक ही खुली रहेंगी. इसके कारण वैसे तो हर सेक्टर प्रभावित हुआ है, लेकिन शादी के सीजन से उम्मीदें लगाए बैठे कपड़ा व्यवसायियों पर बहुत बुरा असर पड़ा है.