पटना: बिहार विधान पार्षद चुनाव (Bihar Legislative Council Election) में कांग्रेस के एक प्रत्याशी ने जीत हासिल की है. साथ ही एक निर्दलीय प्रत्याशी भी कांग्रेस के समर्थन से चुनाव जीतकर आए हैं. इसके बाद बिहार कांग्रेस के नेता काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं. कांग्रेस एमएलसी समीर कुमार सिंह (Congress MLC Samir Kumar Singh) ने कहा कि आरजेडी ने इस चुनाव में कांग्रेस को सही से नही आंका है. यही कारण रहा कि कम सीट पर विपक्षियों की जीत हुई है.
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''अगर महागठबंधन में कांग्रेस को तवज्जो दी जाती तो विधान परिषद की 24 सीट में से 15 सीट पर महागठबंधन की जीत निश्चित तौर पर होती. कांग्रेस शुरूआत से कहते आई है कि आरजेडी बड़ी पार्टी है. बिहार में कांग्रेस अभी मुख्यमंत्री की रेस में नहीं है. जब भी पार्टी की जीत होगी तो आरजेडी का मुख्यमंत्री बनाने का हम लोग समर्थन करेंगे. इसके बावजूद आरजेडी के लोगों ने बातों को नहीं समझा और बार-बार बिहार कांग्रेस के नेताओं ने दुर्व्यवहार किया. इसका परिणाम क्या हुआ वो सब जानते है.''- समीर कुमार सिंह, एमएलसी, कांग्रेस
कांग्रेस को मजबूत करने की कवायद: समीर कुमार सिंह ने कहा कि बिहार में कांग्रेस को मजबूत करने की कवायद शुरू हो चुकी है. इस बार सभी जिलों में पदयात्रा के जरिये भी हम लोगों को कांग्रेस से जुड़ने की अपील करेंगे. साथ ही गांधी संदेश यात्रा के जरिये भी लोगों तक गांधी का संदेश भी पहुंचाने का काम करेंगे. हमें उम्मीद है कि बिहार में कांग्रेस की नीति को लोग पसंद करेंगे और ज्यादा से ज्यादा लोग कांग्रेस से जुड़ेंगे. जिससे बिहार में पार्टी मजबूत होगी. हमें लगता है कि जिस तरह अकेले दम पर कांग्रेस इस बार दो-दो चुनाव लड़ा है, उससे लोगों में भी विश्वास बढ़ा है और लोग भी कांग्रेस की नीति के साथ आ रहे हैं.
बता दें कि एमएलसी चुनाव में बीजेपी ने 12 सीटों पर, जेडीयू ने 11 सीटों पर और एक सीट पर पशुपति पारस के लोजपा ने चुनाव लड़ा था. 21 सीटिंग सीट एनडीए की थी, लेकिन आरजेडी ने सीटिंग सीट में सेंधमारी की है. बीजेपी ने 7, जेडीयू ने 5, आरजेडी ने 6, कांग्रेस और रालोजपा (पारस) ने 1-1 सीट पर जीत हासिल की है. वहीं 4 निर्दलीय प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है.
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