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सीएम नीतीश कुमार ने लांच की बिहार डायरी 2022, कई मंत्री रहे शामिल

सीएम नीतीश कुमार ने बिहार डायरी 2022 का लोकार्पण किया. इस मौके पर कैलेंडर 2022 का भी लोकार्पण किया गया. इसमें बिहार के पर्यटन स्थलों का जिक्र है. पढ़ें रिपोर्ट...

सीएम नीतीश कुमार ने बिहार डायरी 2022 लांच किया
सीएम नीतीश कुमार ने बिहार डायरी 2022 लांच किया
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Published : Jan 3, 2022, 9:12 PM IST

पटनाः सीएम नीतीश कुमार ने बिहार डायरी 2022 का लोकार्पण किया. जनता दरबार के बाद बिहार सरकार के सूचना एवं जन संपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित बिहार डायरी एवं कैलेंडर 2022 का लोकार्पण किया. कैलेंडर को लेकर मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने पूरी जानकारी दी. इस वर्ष के कैलेंडर में ईको टूरिज्म की कुछ जगहों की झलकियां दर्शायी गयी है. कैलेंडर के प्रथम पृष्ठ पर बापू के कथन को लिखा गया है कि 'पृथ्वी से हमें जो कुछ मिलता है, वह हमारी आवश्यकता को पूरा करने के लिये पर्याप्त है, लेकिन हमारे लालच को पूरा करने के लिये पर्याप्त नहीं है.'

ये भी पढ़ें- सीएम नीतीश के जनता दरबार में मिले 6 लोग कोरोना पॉजिटव, अधिकारियों में मचा हड़कंप

बिहार में हर वर्ष विदेशों से काफी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं. साइबेरिया से आने वाले क्रेन, स्टॉर्क और अनेक पक्षी हजारों मील की यात्रा कर वर्षों से बिहार में अपना प्रवास बनाते हैं. पटना, दरभंगा, जहानाबाद, राजगीर, बेगूसराय, कटिहार, भागलपुर एवं जमुई प्रमुख जिले हैं, जहां पर पक्षी आते हैं. लालसर, पिनटेल, ग्रे-हॉर्नबिल, परपल सनवर्ड, रोज-रिंग पाराकिट, ब्लैक-हुडेड ओरिओल, ब्राउन हेडेड बरबेट, कौम्ब डक वर्ड आदि अनेक पक्षी हैं जो तीन-चार माह यहां पर रहते हैं. देश विदेश से आने वाली पक्षियों का प्रवास पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है.

बिहार प्राकृतिक सौन्दर्य का भंडार है. यहां अनेक जल प्रपात हैं, जो पर्यटकों को अनायास ही अपनी ओर आकर्षित करते हैं. रोहतास जिले में तुतला भवानी, कैमूर जिले में तेलहर कुंड, करकट गढ़ तथा नवादा जिले में ककोलत जलप्रपात सहित कई जलप्रपात हैं, जहां देश-विदेश के पर्यटक इनके सौन्दर्य एवं प्राकृतिक छटा का आनंद लेने के लिए पूरे वर्ष आते रहते हैं.

नालंदा जिले के राजगीर में नेचर सफारी, पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. नेचर सफारी में ग्लास स्काई वॉक, झूलता पुल, जिप लाइन साइकिल, एडवेंचर पार्क, बटरफ्लाई जोन और प्राकृतिक शिविर जैसे आकर्षक स्थल हैं, जो पर्यटकों को रोमांचित करते हैं. गंगा नदी में पायी जाने वाली डॉलफिन का नामकरण गांगेय डॉलफिन किया गया है.

बिहार सरकार के अनुरोध पर वर्ष 2010 में भारत सरकार ने इसे राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया है. गांगेय डॉलफिन एक नेत्रहीन जलीय जीव है. प्रादेशिक तौर पर इसे 'सोंस' के नाम से भी जाना जाता है. यह इकोलोशन (प्रतिध्वनि) और सूंघने की अपार क्षमताओं के माध्यम से अपना शिकार और भोजन तलाशती है. यह मांसाहारी, स्तनधारी जलीय जीव है. बिहार में कई स्थल हैं, जो प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध है. बिहार डायरी एवं कैलेंडर के लोकार्पण के अवसर पर राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री राम सूरत कुमार, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम के साथ सभी आला अधिकारी मौजूद थे.

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पटनाः सीएम नीतीश कुमार ने बिहार डायरी 2022 का लोकार्पण किया. जनता दरबार के बाद बिहार सरकार के सूचना एवं जन संपर्क विभाग द्वारा प्रकाशित बिहार डायरी एवं कैलेंडर 2022 का लोकार्पण किया. कैलेंडर को लेकर मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने पूरी जानकारी दी. इस वर्ष के कैलेंडर में ईको टूरिज्म की कुछ जगहों की झलकियां दर्शायी गयी है. कैलेंडर के प्रथम पृष्ठ पर बापू के कथन को लिखा गया है कि 'पृथ्वी से हमें जो कुछ मिलता है, वह हमारी आवश्यकता को पूरा करने के लिये पर्याप्त है, लेकिन हमारे लालच को पूरा करने के लिये पर्याप्त नहीं है.'

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बिहार में हर वर्ष विदेशों से काफी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं. साइबेरिया से आने वाले क्रेन, स्टॉर्क और अनेक पक्षी हजारों मील की यात्रा कर वर्षों से बिहार में अपना प्रवास बनाते हैं. पटना, दरभंगा, जहानाबाद, राजगीर, बेगूसराय, कटिहार, भागलपुर एवं जमुई प्रमुख जिले हैं, जहां पर पक्षी आते हैं. लालसर, पिनटेल, ग्रे-हॉर्नबिल, परपल सनवर्ड, रोज-रिंग पाराकिट, ब्लैक-हुडेड ओरिओल, ब्राउन हेडेड बरबेट, कौम्ब डक वर्ड आदि अनेक पक्षी हैं जो तीन-चार माह यहां पर रहते हैं. देश विदेश से आने वाली पक्षियों का प्रवास पर्यटकों को अपनी और आकर्षित करता है.

बिहार प्राकृतिक सौन्दर्य का भंडार है. यहां अनेक जल प्रपात हैं, जो पर्यटकों को अनायास ही अपनी ओर आकर्षित करते हैं. रोहतास जिले में तुतला भवानी, कैमूर जिले में तेलहर कुंड, करकट गढ़ तथा नवादा जिले में ककोलत जलप्रपात सहित कई जलप्रपात हैं, जहां देश-विदेश के पर्यटक इनके सौन्दर्य एवं प्राकृतिक छटा का आनंद लेने के लिए पूरे वर्ष आते रहते हैं.

नालंदा जिले के राजगीर में नेचर सफारी, पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. नेचर सफारी में ग्लास स्काई वॉक, झूलता पुल, जिप लाइन साइकिल, एडवेंचर पार्क, बटरफ्लाई जोन और प्राकृतिक शिविर जैसे आकर्षक स्थल हैं, जो पर्यटकों को रोमांचित करते हैं. गंगा नदी में पायी जाने वाली डॉलफिन का नामकरण गांगेय डॉलफिन किया गया है.

बिहार सरकार के अनुरोध पर वर्ष 2010 में भारत सरकार ने इसे राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित किया है. गांगेय डॉलफिन एक नेत्रहीन जलीय जीव है. प्रादेशिक तौर पर इसे 'सोंस' के नाम से भी जाना जाता है. यह इकोलोशन (प्रतिध्वनि) और सूंघने की अपार क्षमताओं के माध्यम से अपना शिकार और भोजन तलाशती है. यह मांसाहारी, स्तनधारी जलीय जीव है. बिहार में कई स्थल हैं, जो प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध है. बिहार डायरी एवं कैलेंडर के लोकार्पण के अवसर पर राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री राम सूरत कुमार, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार, खान एवं भूतत्व मंत्री जनक राम के साथ सभी आला अधिकारी मौजूद थे.

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