नई दिल्ली/पटना: बिहार एनडीए से अलग होने के बाद लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने एक खुला पत्र जारी किया है. नीतीश के नेतृत्व को नकारने के बाद चिराग ने इस पत्र के जरिए सीएम नीतीश पर तीखा हमला भी किया है. पत्र में उन्होंने लिखा है कि ये फैसला बिहार पर राज करने के लिए नहीं बल्कि नाज करने के लिए लिया गया है.
'पापा ने कहा है अकेले चलने से मत घबराना'
अपने खुले पत्र में चिराग ने लिखा है कि पापा का अंश हूं. कभी भी परिस्थितियों से हार नहीं मानूंगा और ना ही किसी भी कीमत पर ‘‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट‘‘ की सोच को मिटने दूंगा. पापा ने मुझे हमेशा कहा है कि कभी भी अकेले चलने से मत घबराना, अगर रास्ता और मकसद ठीक होगा तो लाखों लोग तुम्हारे साथ आएंगे.
'राज्य के इतिहास का ये बड़ा निर्णायक क्षण'
चिराग ने इस फैसले को निर्णायक क्षण बताया. उन्होंने लिखा है कि पापा-मम्मी और आप सभी के आशीर्वाद से अभी लंबा सफर तय करना है, अभी और अनुभव लेना है. बिहार राज्य के इतिहास का ये बड़ा निर्णायक क्षण है. 12 करोड़ बिहारियों के जीवन-मरण का सवाल है क्योंकि अब हमारे पास खोने के लिए और समय नहीं है.
जेडीयू के खिलाफ इस्तेमाल किए कड़े शब्द
जेडीयू के खिलाफ हमला बोलते हुए चिराग ने लिखा है कि उनके प्रत्याशी को दिया गया एक भी वोट कल आपके बच्चे को पलायन के लिए मजबूर करेगा. लोक जनशक्ति पार्टी की राह आसान नहीं है, लेकिन हम लड़ेंगे और जीतेंगे भी.
लोगों से मांगा आशीर्वाद
लोजपा अध्यक्ष ने लोगों से आशीर्वाद मांगा. उन्होंने लिखा कि मुझे आशा है कि मेरी ईमानदारी, मेहनत, निष्ठा और संकल्प को देखकर आप सभी अपना आशीर्वाद लोक जनशक्ति पार्टी के प्रत्याशियों को देंगे ताकि बिहार को फर्स्ट बनाया जा सके. मैं पार्टी के सभी नेता-कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि एकसाथ मजबूती से खड़े रहें. पार्टी के सिंबल पर लड़ रहे उम्मीदवार को जिताने में अपनी पूरी ताकत झोक दें.