दिल्ली/पटना: लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को दो पत्र लिखे हैं. अपनी इन चिट्ठियों में सांसद ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या की जांच और शहीद जवानों के परिवारों को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.
सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में महाराष्ट्र सरकार से बात करें सीएम
सांसद चिराग पासवान ने मांग की है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले में महाराष्ट्र सरकार से वे बात करें. उन्होंने मांग की है कि सीएम महाराष्ट्र सरकार से मामले में जांच करवाएं. सांसद ने लिखा है कि मामले की जांच हो ताकि गुटबाजी के कारण भविष्य में किसी भी बिहारी के साथ ऐसी घटना न घटे.
'सुशांत बॉलीवुड में पनप रही गुटबाजी का शिकार'
चिराग ने अपने पत्र में लिखा है कि जिन लोगों ने भी सुशांत सिंह राजपूत को आत्महत्या करने पर मजबूर किया है, उन गुनाहगारों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए. ये सभी का मानना है कि सुशांत बॉलीवुड में पनप रही गुटबाजी का शिकार हुए हैं. बाहरी होने के कारण गुटबंदी कर बड़े निर्माताओं ने उनका बहिष्कार कर दिया. इससे परेशान होकर ही उन्होंने आत्महत्या कर ली.
'बाहरी प्रदेशों में भी बिहारी युवा सुरक्षित रहे ये बिहार सरकार की जिम्मेदारी'
लोजपा सांसद ने कहा कि सुशांत काफी कम समय में काफी तरक्की कर चुके थे. अपनी मेहनत और प्रतिभा के दम पर आगे निकल गए थे. उनकी आत्महत्या की खबर सुनकर मैं काफी दुखी हूं. बिहार के लोगों में भी काफी नाराजगी है. मैं लगातार उनके परिवार के संपर्क में बना हुआ हूं. अपने माता पिता और घर परिवार छोड़कर बिहार के युवा दूसरे प्रदेश में अपने सपने पूरे करने जाते हैं. मुझे लगता है कि वह उन प्रदेशों में भी सुरक्षित रहें ये जिम्मेदारी भी बिहार सरकार की है.
दूसरे पत्र में शहीदों के परिवारों को नौकरी की मांग
वहीं सांसद चिराग ने अपने दूसरे पत्र में भारत चीन-सीमा पर शहीद हुए जवानों के परिवारों को सरकारी नौकरी देने की मांग की. पत्र में चिराग ने लिखा है कि भारतीय जवान हमारी, हमारे परिवार की और देश की रक्षा करते हुए अपनी जान की भी परवाह नही करते. उनकी शहादत के बाद उनके परिवार को कई तरीके की आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. कि ऐसे में बिहार सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि जो फौजी भाई सरहद पर देश की रक्षा करने में शहीद हुए हैं उनके परिवार के किसी एक सदस्य को बिहार सरकार सरकारी नौकरी दे.
शहादत के बाद उनके परिवारों की जिम्मेदारी उठाना ही सच्ची श्रद्धांजलि
लोजपा नेता ने लिखा है कि सरहद पर खड़े फौजी को देश रक्षा करते समय अपने परिवार की या उनके भविष्य की चिंता ना सताए और उनका मनोबल ऊंचा रहे. भारत मां के इन सच्चे सपूतों की शहादत के बाद उनके परिवारों की जिम्मेदारी उठाकर ही हम सही मायनो में उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे