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बिहार में अब तक कई पर्चा लीक हुआ, जब उसमें कुछ नहीं हुआ तो इसमें क्या होगा? -चिराग पासवान

जमुई सांसद चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नीतियों और नीयत पर लगातार निशाना साध रहे हैं. बीपीएससी पेपर लीक मामले पर चिराग पासवान ने कहा (Chirag Paswan Statement On BPSC Paper Leak Case) कि बिहार में अब तक कई पर्चा लीक हुआ. जब उसमें कुछ नहीं हुआ तो इसमें क्या होगा? पढ़ें पूरी खबर..

चिराग पासवान
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Published : May 13, 2022, 5:17 PM IST

पटनाः लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नीतियों और नीयत पर निशाना साधा (Chirag Paswan Statement On CM Nitish Kumar ) है. सीएम पर गंभीर आरोप लगाते हुए चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार के पास इतना समय जरूर है कि विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग को देखने पहुंचते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि जिस भ्रष्टाचार के फाइलों को जलाने के लिए आग लगाई गई थी वह पूरी तरह से जला की नहीं.

पढ़ें- कांग्रेस का आरोप- 'संदेह के घेरे में BPSC, अधिकारियों की संलिप्तता के बिना पेपर लीक संभव नहीं'



किसी जांच का कोई परिणाम निकला क्या? बीपीएससी पेपर लीक मामले पर उन्होंने कहा कि जांच करवा कर क्या फायदा है. इससे पहले भी कई बार कई तरह के एग्जाम के पेपर लिक हुए चुके हैं. उन्हें अब तक किसी भी मामले में कार्रवाई नहीं की गई है. चिराग पासवान ने कहा कि बिहार के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए कहा कि जो जांच एजेंसी मामले की जांच कर रही है उस पर भरोसा नहीं है. इस दौरान उन्होंने कहा कि बताइए नीतीश कुमार के कार्यकाल में इस तरह के कितने मामले आये, किन-किन जांचों में क्या हुआ, यह सब सबके सामने है. आजतक किसी मामलें में कोई परिणाम निकला क्या?

छात्रों के भविष्य को बर्बाद कर दियाः चिराग पासवान ने आरोप लगाया कि बिहार में डबल-इंजन की सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. बीपीएससी पेपर लीक मामले ने राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार की छवि को खराब किया है. बिहार एक ऐसा प्रदेश है जहां 3 साल के कोर्स को 5 साल में करवाया जा रहा है. मुख्यमंत्री के पास इतना भी समय नहीं है कि बिहार के छात्रों की समस्याओं को सुनें. वे अपनी मांगों को लेकर मुंडन करवा रहे हैं. उनके पास छात्रों और शिक्षकों से उनकी समस्याओं पर मुलाकात करने का समय नहीं है. वहीं इतना समय जरूर है कि वह अपने आवास से पैदल तेजस्वी यादव के आवास तक साथ इफ्तार पार्टी में जा सकते हैं. डबल इंजन की सरकार ने बिहार के छात्रों के भविष्य को बर्बाद कर दिया है.


तेजस्वी के साथ सरकार बचाने के लिए हुई है मुलाकातः लंबे समय के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच बंद कमरे में जाति जनगणना को लेकर हुए बातचीत को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि बंद कमरे में हुए बातचीत में क्या जाति जनगणना के मुद्दे पर बातचीत नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने को लेकर बंद कमरे में तेजस्वी यादव से मुलाकात किया है और लोगों को इससे अचंभा नहीं होना चाहिए क्योंकि नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने के लिए कभी भी पलटी मार सकते हैं. पहले भी नीतीश कुमार राजद के साथ जा चुके हैं. इसके बाद दोबारा बीजेपी के साथ हैं. किसी को पता नहीं चलता है कि कब नीतीश कुमार किस तरफ जा रहे हैं.

जाति जनगणना कराने से सीएम को किसने रोका हैः जाति जनगणना कराने के मुद्दे पर चिराग पासवान ने कहा कि बिहार सरकार को जाति जनगणना से किस ने रोका है. इस मामलों में पीएम से मिलने नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के साथ गये थे. केंद्र सरकार और इनकी प्रमुख घटक दल ने तो पहले ही कह दिया है कि केंद्र सरकार जाति जनगणना नहीं करायेगी. राज्य सरकार को जाति जनगणना कराना है तो अपने खर्च पर करायें. इसके बाद बिहार सरकार को किस ने रोका है.

लगातार भ्रष्टाचार बढ़ रहाः बिहार में अपराधिक वारदातों में लगातार वृद्धि हो रही है. लगातार भ्रष्टाचार बढ़ रहा है. इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री या बिहार सरकार की ओर से जांच नहीं करायी जा रही है. सीएम के पास इतना समय नहीं है कि लगातार हो रहे आपराधिक वारदातों में मृतक परिवारों को सांत्वना देने के लिए वह या उनके मंत्री जाएं.

पढ़ें- Inside Story : BPSC Paper Leak में आरा के इस कॉलेज की क्यों हो रही चर्चा?

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पटनाः लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जमुई सांसद चिराग पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नीतियों और नीयत पर निशाना साधा (Chirag Paswan Statement On CM Nitish Kumar ) है. सीएम पर गंभीर आरोप लगाते हुए चिराग पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार के पास इतना समय जरूर है कि विश्वेश्वरैया भवन में लगी आग को देखने पहुंचते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि जिस भ्रष्टाचार के फाइलों को जलाने के लिए आग लगाई गई थी वह पूरी तरह से जला की नहीं.

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किसी जांच का कोई परिणाम निकला क्या? बीपीएससी पेपर लीक मामले पर उन्होंने कहा कि जांच करवा कर क्या फायदा है. इससे पहले भी कई बार कई तरह के एग्जाम के पेपर लिक हुए चुके हैं. उन्हें अब तक किसी भी मामले में कार्रवाई नहीं की गई है. चिराग पासवान ने कहा कि बिहार के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए कहा कि जो जांच एजेंसी मामले की जांच कर रही है उस पर भरोसा नहीं है. इस दौरान उन्होंने कहा कि बताइए नीतीश कुमार के कार्यकाल में इस तरह के कितने मामले आये, किन-किन जांचों में क्या हुआ, यह सब सबके सामने है. आजतक किसी मामलें में कोई परिणाम निकला क्या?

छात्रों के भविष्य को बर्बाद कर दियाः चिराग पासवान ने आरोप लगाया कि बिहार में डबल-इंजन की सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. बीपीएससी पेपर लीक मामले ने राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार की छवि को खराब किया है. बिहार एक ऐसा प्रदेश है जहां 3 साल के कोर्स को 5 साल में करवाया जा रहा है. मुख्यमंत्री के पास इतना भी समय नहीं है कि बिहार के छात्रों की समस्याओं को सुनें. वे अपनी मांगों को लेकर मुंडन करवा रहे हैं. उनके पास छात्रों और शिक्षकों से उनकी समस्याओं पर मुलाकात करने का समय नहीं है. वहीं इतना समय जरूर है कि वह अपने आवास से पैदल तेजस्वी यादव के आवास तक साथ इफ्तार पार्टी में जा सकते हैं. डबल इंजन की सरकार ने बिहार के छात्रों के भविष्य को बर्बाद कर दिया है.


तेजस्वी के साथ सरकार बचाने के लिए हुई है मुलाकातः लंबे समय के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच बंद कमरे में जाति जनगणना को लेकर हुए बातचीत को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि बंद कमरे में हुए बातचीत में क्या जाति जनगणना के मुद्दे पर बातचीत नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने को लेकर बंद कमरे में तेजस्वी यादव से मुलाकात किया है और लोगों को इससे अचंभा नहीं होना चाहिए क्योंकि नीतीश कुमार अपनी कुर्सी बचाने के लिए कभी भी पलटी मार सकते हैं. पहले भी नीतीश कुमार राजद के साथ जा चुके हैं. इसके बाद दोबारा बीजेपी के साथ हैं. किसी को पता नहीं चलता है कि कब नीतीश कुमार किस तरफ जा रहे हैं.

जाति जनगणना कराने से सीएम को किसने रोका हैः जाति जनगणना कराने के मुद्दे पर चिराग पासवान ने कहा कि बिहार सरकार को जाति जनगणना से किस ने रोका है. इस मामलों में पीएम से मिलने नीतीश कुमार तेजस्वी यादव के साथ गये थे. केंद्र सरकार और इनकी प्रमुख घटक दल ने तो पहले ही कह दिया है कि केंद्र सरकार जाति जनगणना नहीं करायेगी. राज्य सरकार को जाति जनगणना कराना है तो अपने खर्च पर करायें. इसके बाद बिहार सरकार को किस ने रोका है.

लगातार भ्रष्टाचार बढ़ रहाः बिहार में अपराधिक वारदातों में लगातार वृद्धि हो रही है. लगातार भ्रष्टाचार बढ़ रहा है. इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री या बिहार सरकार की ओर से जांच नहीं करायी जा रही है. सीएम के पास इतना समय नहीं है कि लगातार हो रहे आपराधिक वारदातों में मृतक परिवारों को सांत्वना देने के लिए वह या उनके मंत्री जाएं.

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