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'जीतन राम मांझी को करना चाहिए खुलासा.. रात में कौन अधिकारी और नेता रात में पीते हैं शराब'

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Published : Dec 18, 2021, 6:12 PM IST

पटना गर्दनीबाग धरना स्थल में चार दिनों से धरना पर बैठे पंचायत वार्ड सचिव के समर्थन में सांसद चिराग पासवान और जाप सुप्रीमो पप्पू यादव भी पहुंचे. चिराग पासवान ने इस मौके पर हम प्रमुख जीतन राम मांझी के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें अधिकारियों और नेताओं के नामों का खुलासा करना चाहिए, जो रात को शराब पीते हैं.

धरने पर बैठे पंचायत सचिव के समर्थन में पहुंचे सांसद चिराग पासवान
धरने पर बैठे पंचायत सचिव के समर्थन में पहुंचे सांसद चिराग पासवान

पटना: बिहार में पटना के गर्दनीबाग में पिछले 4 दिनों से अपनी मांगों के समर्थन में धरने पर बैठे पंचायत वार्ड सचिव के समर्थन में आज जाप सुप्रीमो पप्पू यादव और लोजपा सांसद चिराग पासवान पहुंचे. पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल (Gardanibagh Protest Place) पर दोनों नेताओं ने बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला. पप्पू यादव और चिराग पासवान ने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में युवाओं के लिए बिहार सरकार रोजगार मुहैया कराने में विफल साबित हो रही है. यहां नौकरियां सिर्फ बैकडोर से मिलती हैं.

यह भी पढ़ें- गजबे का ज्ञान दे रहे हैं जीतन राम मांझी.. 'शरीफों की तरह रात में पीओ और चुपचाप सो जाओ'

'लोग कितना भी सड़कों पर धरना प्रदर्शन कर लें. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कान में तेल डाल कर सोए रहते हैं. लोगों की मांगों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कोई लेना-देना नहीं है. अगर जीतन राम मांझी (Chirag Paswan on Jitan Ram Manjhi) को शराब पीने वाले अधिकारियों के नाम का पता है, तो उन्हें ऐसे शराबी अधिकारियों के नाम को सार्वजनिक करना चाहिए.' -चिराग पासवान, सांसद लोजपा

धरने पर बैठे पंचायत सचिव के समर्थन में पहुंचे सांसद चिराग पासवान

दरअसल, अपनी नौकरी स्थाई कराने की मांग को लेकर पंचायत वार्ड सचिव के हजारों सदस्य पटना के गर्दनीबाग धरनास्थल पर पिछले 4 दिनों से अपनी मांगों के समर्थन में बैठे हुए हैं. शनिवार को इसी कड़ी में आंदोलनकारी पंचायत वार्ड सचिवों से मिलने जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान भी पहुंचे. इस दौरान पप्पू यादव के साथ लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष में धरने पर बैठे.

सांसद चिराग पासवान ने कहा कि पंचायत वार्ड सचिवों का समर्थन करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा है कि आज एक लाख 15 हजार से ज्यादा पंचायत वार्ड सचिव सड़क पर आ गए हैं. इन सभी का भविष्य मुख्यमंत्री के एक आदेश के कारण अधर में लटका हुआ है. बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान इन्हीं पंचायत वार्ड सचिवों के जरिए किए गए कार्यों के जरिए ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कार्य पूरा हो गया, तो इन्हें दूध में गिरे मक्खी की तरह निकालने का काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है.

वहीं दूसरी ओर चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री द्वारा समाज सुधार यात्रा पर निकलने के मामले को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा है कि जिस मुख्यमंत्री के 16 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद भी अगर उन्हें समाज सुधार यात्रा पर निकलना पड़ रहा है, इससे ज्यादा शर्मनाक बात और कुछ हो ही नहीं सकती है. चिराग पासवान ने कहा कि इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार समाज को सुधारने में नाकाम रही है. आज 16 साल के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने समाज को सुधारने के लिए फिर से एक यात्रा निकालनी पड़ रही है.

लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान कहते हैं कि आखिरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विशेष राज्य के दर्जे का क्या करेंगे. चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गठबंधन के दल ही कहते हैं कि विशेष राज्य के दर्जे से ज्यादा की राशि केंद्र सरकार बिहार को दे रही है, तो आखिरकार इतनी बड़ी राशि कहां खर्च हो रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास जब कोई नीति ही नहीं तो आखिरकार विशेष राज्य के दर्जे की मांग क्यों करते हैं नीतीश कुमार.

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मुजफ्फरपुर के एक जनसभा में कहा था कि आज जेल के सलाखों के पीछे सबसे ज्यादा गरीब और मध्यम वर्ग के लोग शराब पीने और पिलाने के मामले को लेकर जेलों में बंद हैं. बड़े-बड़े अधिकारी मंत्री और सांसद रात 10 बजे के बाद अपने-अपने घरों में शराब पीते हैं. उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. जीतन राम मांझी ने अपने जनसभा में आए लोगों को कहा कि अगर उन्हें शराब पीनी भी है, वह थोड़ी-थोड़ी शराब अपने घरों में जा कर पिएं.

इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए चिराग पासवान ने कहा है कि अगर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को शराब पीने वाले सभी अधिकारियों के नाम और पता मालूम है, तो जीतन राम मांझी को इसे सार्वजनिक कर पुलिस को मुकम्मल जानकारी देनी चाहिए. चिराग ने कहा कि जीतन राम मांझी सरकार के एक अभिन्न अंग हैं. पुलिस को जीतन राम मांझी से ही पूछताछ शुरू करने चाहिए कि आखिरकार सरकार के कौन नेता, मंत्री, सांसद और डीएम, एसपी रात 10 बजे के बाद शराब का सेवन करते हैं. जीतन राम मांझी को उनके ठिकानों पर छापेमारी करवानी चाहिए. चिराग पासवान ने कहा कि वह पूरी तरह से शराबबंदी कानून (Liquor Ban in Bihar) का समर्थन करते हैं.

यह भी पढ़ें- मांझी को मिला लालू के लाल का साथ, तेज प्रताप ने बताया- बिहार में कहां से होती है शराब की होम डिलीवरी

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पटना: बिहार में पटना के गर्दनीबाग में पिछले 4 दिनों से अपनी मांगों के समर्थन में धरने पर बैठे पंचायत वार्ड सचिव के समर्थन में आज जाप सुप्रीमो पप्पू यादव और लोजपा सांसद चिराग पासवान पहुंचे. पटना के गर्दनीबाग धरना स्थल (Gardanibagh Protest Place) पर दोनों नेताओं ने बिहार सरकार पर जमकर हमला बोला. पप्पू यादव और चिराग पासवान ने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में युवाओं के लिए बिहार सरकार रोजगार मुहैया कराने में विफल साबित हो रही है. यहां नौकरियां सिर्फ बैकडोर से मिलती हैं.

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'लोग कितना भी सड़कों पर धरना प्रदर्शन कर लें. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कान में तेल डाल कर सोए रहते हैं. लोगों की मांगों से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कोई लेना-देना नहीं है. अगर जीतन राम मांझी (Chirag Paswan on Jitan Ram Manjhi) को शराब पीने वाले अधिकारियों के नाम का पता है, तो उन्हें ऐसे शराबी अधिकारियों के नाम को सार्वजनिक करना चाहिए.' -चिराग पासवान, सांसद लोजपा

धरने पर बैठे पंचायत सचिव के समर्थन में पहुंचे सांसद चिराग पासवान

दरअसल, अपनी नौकरी स्थाई कराने की मांग को लेकर पंचायत वार्ड सचिव के हजारों सदस्य पटना के गर्दनीबाग धरनास्थल पर पिछले 4 दिनों से अपनी मांगों के समर्थन में बैठे हुए हैं. शनिवार को इसी कड़ी में आंदोलनकारी पंचायत वार्ड सचिवों से मिलने जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ-साथ लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान भी पहुंचे. इस दौरान पप्पू यादव के साथ लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष में धरने पर बैठे.

सांसद चिराग पासवान ने कहा कि पंचायत वार्ड सचिवों का समर्थन करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा है कि आज एक लाख 15 हजार से ज्यादा पंचायत वार्ड सचिव सड़क पर आ गए हैं. इन सभी का भविष्य मुख्यमंत्री के एक आदेश के कारण अधर में लटका हुआ है. बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान इन्हीं पंचायत वार्ड सचिवों के जरिए किए गए कार्यों के जरिए ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कार्य पूरा हो गया, तो इन्हें दूध में गिरे मक्खी की तरह निकालने का काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है.

वहीं दूसरी ओर चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री द्वारा समाज सुधार यात्रा पर निकलने के मामले को लेकर कटाक्ष करते हुए कहा है कि जिस मुख्यमंत्री के 16 साल मुख्यमंत्री रहने के बाद भी अगर उन्हें समाज सुधार यात्रा पर निकलना पड़ रहा है, इससे ज्यादा शर्मनाक बात और कुछ हो ही नहीं सकती है. चिराग पासवान ने कहा कि इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार समाज को सुधारने में नाकाम रही है. आज 16 साल के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने समाज को सुधारने के लिए फिर से एक यात्रा निकालनी पड़ रही है.

लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान कहते हैं कि आखिरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विशेष राज्य के दर्जे का क्या करेंगे. चिराग पासवान ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गठबंधन के दल ही कहते हैं कि विशेष राज्य के दर्जे से ज्यादा की राशि केंद्र सरकार बिहार को दे रही है, तो आखिरकार इतनी बड़ी राशि कहां खर्च हो रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास जब कोई नीति ही नहीं तो आखिरकार विशेष राज्य के दर्जे की मांग क्यों करते हैं नीतीश कुमार.

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मुजफ्फरपुर के एक जनसभा में कहा था कि आज जेल के सलाखों के पीछे सबसे ज्यादा गरीब और मध्यम वर्ग के लोग शराब पीने और पिलाने के मामले को लेकर जेलों में बंद हैं. बड़े-बड़े अधिकारी मंत्री और सांसद रात 10 बजे के बाद अपने-अपने घरों में शराब पीते हैं. उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती है. जीतन राम मांझी ने अपने जनसभा में आए लोगों को कहा कि अगर उन्हें शराब पीनी भी है, वह थोड़ी-थोड़ी शराब अपने घरों में जा कर पिएं.

इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए चिराग पासवान ने कहा है कि अगर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को शराब पीने वाले सभी अधिकारियों के नाम और पता मालूम है, तो जीतन राम मांझी को इसे सार्वजनिक कर पुलिस को मुकम्मल जानकारी देनी चाहिए. चिराग ने कहा कि जीतन राम मांझी सरकार के एक अभिन्न अंग हैं. पुलिस को जीतन राम मांझी से ही पूछताछ शुरू करने चाहिए कि आखिरकार सरकार के कौन नेता, मंत्री, सांसद और डीएम, एसपी रात 10 बजे के बाद शराब का सेवन करते हैं. जीतन राम मांझी को उनके ठिकानों पर छापेमारी करवानी चाहिए. चिराग पासवान ने कहा कि वह पूरी तरह से शराबबंदी कानून (Liquor Ban in Bihar) का समर्थन करते हैं.

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