पटनाः बिहार में 12 से 14 वर्ष के बीच के बच्चों का कोरोना वैक्सीनेशन अभियान (Children Covid Vaccination In Bihar) राजधानी पटना सहित पूरे राज्य में शुरू कर दिया गया है. राज्य में 56.26 बच्चों का कोरोना टीकाकरण लगाने का लक्ष्य है. पटना में अभियान की शुरुआत गुरु नानक भवन स्थित वैक्सीनेशन सेंटर से किया गया. बच्चों के वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार के रजिस्ट्रेशन की सुविधा है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कोविन एप के माध्यम (COWIN App Registration) से जारी है, वहीं वैक्सीनेशन सेंटर पर ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर वैक्सीन दिया जा रहा है.
पटना के गुरु नानक भवन सेंटर पर चौबींसों घंटे वैक्सीनेशन की सुविधाः बिहार में 12 से 13 साल के बच्चों में बालकों की संख्या 14.28 लाख है जबकि बालिकाओं की संख्या 13.89 के करीब है. वहीं 13 से 14 आयु वर्ग में बालकों की संख्या 14.26 लाख है और बालिकाओं की संख्या 13.83 लाख है. राजधानी पटना की बात करें तो पटना में 12 से 14 वर्ष के बच्चों की संख्या 2.95 लाख है. पटना में गुरु नानक भवन वैक्सीनेशन सेंटर पर चौबींसों घंटे(24X7) की सुविधा उपलब्ध है.
बच्चों को कोर्बेवैक्स वैक्सीन का दूसरा डोज 28 दिन बादः पटना जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसपी विनायक ने बच्चों के वैक्सीनेशन के संबंध में बताया कि जिस प्रकार 15 से 17 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन अभियान चला, उसी प्रकार 12 से 14 वर्ष के बच्चों का भी वैक्सीनेशन अभियान चलेगा. 12 से 14 वर्ष के बच्चों को कोर्बेवैक्स वैक्सीन (Corbevax vaccine) दिया जा रहा है. इस वैक्सीन का दूसरा डोज 28 दिन बाद लगेगा और एक बार में 0.5 एमएल वैक्सीन का डोज दिया जाएगा.
कोर्बेवैक्स वैक्सीन नई, लेकिन सुरक्षित हैः यह नई वैक्सीन है लेकिन यह पूरी तरह कोवैक्सीन की तरह है. ऐसे में लोगों को इस को लेकर किसी प्रकार के भ्रम पालने की आवश्यकता नहीं है. और यह पूरी तरह तमाम परीक्षण पूरी करने के बाद ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोर्बेवैक्स वैक्सीन बच्चों को लगाने की अनुमति दी गयी है. प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसपी विनायक ने लोगों से अपील किया है कि बच्चों को वैक्सीनेशन के लिए आगे आएं. यह वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है.
वैक्सीनेशन के लिए नई गाइडलाइनः बच्चों के वैक्सीनेशन नई गाइडलाइन के तहत किया जा रहा है. वैक्सीनेशन के लिए जारी गाइडलाइन के अनुसार 12 वर्ष या इससे अधिक तथा 15 वर्ष से कम आयु वर्ग के बच्चे इसके लिए पात्र होंगे. इस श्रेणी में वह बच्चे आएंगे जिनका जन्म 15 मार्च 2010 से पूर्व हुआ होगा. बच्चों के वैक्सीनेशन के बड़े लक्ष्य को पूरा करने के लिए बिहार सरकार ने स्कूलों को टारगेट कर प्लान तैयार किया है. हालांकि बुधवार को वैक्सीनेशन शुरु हो गया है, लेकिन इसमें असली तेजी होली के बाद यानी बिहार दिवस के आसपास से आने की उम्मीद है.
अभिभावकों को करवाना होगा पंजीकरण: बता दें कि टीका लगवाने के लिए सबसे पहले अभिभावकों को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. इसके लिए कोविन पोर्टल cowin gov.in पर रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके लिए मोबाइल नंबर की जरूरत होगी. नंबर डालने के बाद फोन पर आए ओटीपी को दर्ज करना होगा. वैक्सीनेशन के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल ऐप पर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है. 28 दिनों में कोर्बेवैक्स की दो खुराक बच्चों को लेनी होगी. केंद्र सरकार ने पांच करोड़ टीके मंगाए थे और सभी राज्यों में भेजे गए थे. जिन बच्चों का जन्म 2008, 2009 और 2010 में हुआ है, वो सभी टीका लगवाने को पात्र होंगे. देश में 12-14 आयु वर्ग के 7.11 करोड़ से ज्यादा बच्चे हैं, जिन्हें इस मुहिम के तहत टीका लगाया जाएगा. अब तक 15-18 साल वालों को कोवैक्सीन लगाई जा रही थी.
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