पटनाः कृषि मंत्री सुधाकर सिंह (agriculture minister sudhakar singh) के बयान ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुधाकर सिंह के बयान पर कहा कि हमने कैबिनेट की बैठक में उनसे पूछना चाहा कि यह सब क्या है, लेकिन वे बिना जवाब दिए निकल गए. उन्हें समझाने की बहुत कोशिश की गई लेकिन नहीं रुके. अब तो इस मामले में डिप्टी सीएम ही जवाब देंगे उनसे पूछ लीजिए.
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कृषि मंत्री सुधाकर सिंह लगातार भ्रष्टाचार को लेकर सवाल खड़ा कर रहे हैं. विभाग में कई तरह के भ्रष्टाचार को लेकर मंत्री रहते आरोप लगा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि कृषि विभाग में जो सेक्रेटरी है उससे कोई बढ़िया आदमी है क्या. भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप ही लोग जांच कर लीजिए.
"हमने कैबिनेट की बैठक में उनसे पूछना चाहा कि यह सब क्या है, लेकिन वे बिना जवाब दिए निकल गए. उन्हें समझाने की बहुत कोशिश की गई लेकिन नहीं रुके. अब तो इस मामले में डिप्टी सीएम ही जवाब देंगे उनसे पूछ लीजिए"-नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
बता दें कि आरजेडी नेता और प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे सुधाकर सिंह पर चावल घोटाले का आरोप (sudhakar singh accused in rice scam) है. बिहार के कैमूर जिले में एक सभा को संबोधित करते हुए सुधाकर सिंह ने दावा किया है कि उनके कृषि विभाग में कई चोर लोग हैं. इतना ही नहीं उन्होंने अपने आप को उन चोरों का सरदार करार (sudhakar singh chief of thieves) दिया. इसी बयान पर नीतीश कुमार बात करना चाहते थे ताे वाे मीटिंग से निकलकर लालू प्रसाद से मिलने उनके आवास पर चले गये.
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