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सृजन घोटाले के मुख्य आरोपियों के ठिकानों पर CBI की छापेमारी, मिली कई अहम जानकारी

सृजन घोटाले में जांच के दौरान पता चला है कि करीब ढाई सौ करोड़ कैश के रूप में भी निकाले गए हैं. यह कैश कई सफेदपोश तक पहुंचे हैं. फिलहाल इसकी गुत्थी उलझाने में जांच एजेंसी लगी हुई है.

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Published : Aug 28, 2021, 12:05 PM IST

पटना: बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाला (Srijan Scam) मामले में कुछ प्रमुख आरोपियों जिसमें अधिकारी भी शामिल हैं, उनके ठिकानों पर सीबीआई ने छानबीन की है. मिल रही जानकारी के अनुसार इन आरोपियों के ठिकानों पर सृजन से जुड़े कागजात और दस्तावेजों की जांच की गई है. हालांकि सीबीआई (CBI) के स्तर से अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की जा रही है.

ये भी पढ़ें: सृजन घोटाला : 100 करोड़ के गबन मामले में 3 बैंकों के कर्मचारियों पर दर्ज हुई FIR

सीबीआई की विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार सृजन घोटाले में जल्द सीबीआई कुछ बड़े लोगों की गिरफ्तारी कर सकती है. सीबीआई के साथ-साथ बहुचर्चित सृजन घोटाले में ईडी भी जांच में कर दी है. भागलपुर के तत्कालीन डीसीएलआर और सृजन घोटाले का मुख्य अभियुक्त जय श्री ठाकुर से जुड़े कुछ अहम तथ्य सीबीआई को मिले हैं.

ईडी के द्वारा फरार चल रहे अनीश जो कि उनका नाजिर हुआ करता था, उसकी भी तलाश की जा रही है. जानकारी मिली है कि बांका में सृजन के पैसे से उसने शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बना रखा है. दरअसल सृजन सहकारिता सहयोग समिति के खाते में सरकारी खजाने के पैसे अवैध रूप से ट्रांसफर होकर आए थे, जिसके अधिकतर पैसे चेक और आरटीजीएस या अलग-अलग तरीकों से अलग-अलग जगहों पर पहुंचाए गए थे.

ये भी पढ़ें: 'घोटालों की सियासत' में नीतीश की छवि धूमिल करने में नाकामयाब रही RJD

सीबीआई द्वारा जांच के उपरांत पता चला है कि करीब ढाई सौ करोड़ कैश के रूप में भी निकाले गए हैं. यह कैश कई सफेदपोश तक पहुंचे हैं. फिलहाल इसकी गुत्थी उलझाने में जांच एजेंसी लगी हुई है.

वहीं अरबों रुपये के सृजन घोटाले में आरोपी भागलपुर के जिला परिषद कार्यालय के नाजिर राकेश कुमार उर्फ राकेश यादव को जमानत मिल गई है. राकेश कुमार 12 अगस्त 2017 से जेल में बंद था. पटना उच्च न्यायालय में मामले के आरोप गठन अभी तक नहीं होने के कारण उसे जमानत दी गई है.

पटना: बिहार के बहुचर्चित सृजन घोटाला (Srijan Scam) मामले में कुछ प्रमुख आरोपियों जिसमें अधिकारी भी शामिल हैं, उनके ठिकानों पर सीबीआई ने छानबीन की है. मिल रही जानकारी के अनुसार इन आरोपियों के ठिकानों पर सृजन से जुड़े कागजात और दस्तावेजों की जांच की गई है. हालांकि सीबीआई (CBI) के स्तर से अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की जा रही है.

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सीबीआई की विशेष सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार सृजन घोटाले में जल्द सीबीआई कुछ बड़े लोगों की गिरफ्तारी कर सकती है. सीबीआई के साथ-साथ बहुचर्चित सृजन घोटाले में ईडी भी जांच में कर दी है. भागलपुर के तत्कालीन डीसीएलआर और सृजन घोटाले का मुख्य अभियुक्त जय श्री ठाकुर से जुड़े कुछ अहम तथ्य सीबीआई को मिले हैं.

ईडी के द्वारा फरार चल रहे अनीश जो कि उनका नाजिर हुआ करता था, उसकी भी तलाश की जा रही है. जानकारी मिली है कि बांका में सृजन के पैसे से उसने शॉपिंग कॉम्प्लेक्स बना रखा है. दरअसल सृजन सहकारिता सहयोग समिति के खाते में सरकारी खजाने के पैसे अवैध रूप से ट्रांसफर होकर आए थे, जिसके अधिकतर पैसे चेक और आरटीजीएस या अलग-अलग तरीकों से अलग-अलग जगहों पर पहुंचाए गए थे.

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सीबीआई द्वारा जांच के उपरांत पता चला है कि करीब ढाई सौ करोड़ कैश के रूप में भी निकाले गए हैं. यह कैश कई सफेदपोश तक पहुंचे हैं. फिलहाल इसकी गुत्थी उलझाने में जांच एजेंसी लगी हुई है.

वहीं अरबों रुपये के सृजन घोटाले में आरोपी भागलपुर के जिला परिषद कार्यालय के नाजिर राकेश कुमार उर्फ राकेश यादव को जमानत मिल गई है. राकेश कुमार 12 अगस्त 2017 से जेल में बंद था. पटना उच्च न्यायालय में मामले के आरोप गठन अभी तक नहीं होने के कारण उसे जमानत दी गई है.

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