पटना: युवा दिवस के मौके पर रविवार को बिहार में सिपाही के 11880 पदों पर बहाली के लिए लिखित परीक्षा हो रही है. परीक्षा का आयोजन दो पालियों में किया जा रहा है. सिपाही के 11880 पदों के लिए होने वाले लिखित परीक्षा में 13 लाख अभ्यर्थी शामिल हुए हैं. रविवार को सिपाही बहाली के पहले चरण की परीक्षा हो रही है. जबकि दूसरे चरण की परीक्षा 20 जनवरी को होने जा रही है.
महिला अभ्यर्थियों का परीक्षा केंद्र गृह जिला में बनाया गया है. वहीं, पुरुष अभ्यर्थी जिले के बाहर जाकर परीक्षा दे रहे हैं. बिहार पुलिस, रिजर्व वहिनी, बिहार राज्य औद्योगिक सुरक्षा वाहिनी, बीएमपी विशेषिकृत इंडिया रिजर्व वाहिनी के लिए उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का चयन होगा.
प्रश्न पत्र लीक करने का आरोप
प्रथम पाली की परीक्षा खत्म होने के बाद घर लौटने के लिए पटना जंक्शन के पास अभ्यर्थियों की काफी भीड़ देखने को मिली. यहां अभ्यर्थियों को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा. अभ्यर्थियों ने बताया कि प्रश्न पत्र टफ था और प्रश्न पत्र में गणित से 10 और इकोनॉमिक्स से जुड़े 12 से 13 की संख्या में प्रश्न थे. अभ्यर्थियों ने कहा कि बेरोजगारी बहुत ज्यादा है. सिपाही के मात्र 11880 पद के लिए परीक्षा हो रही है. जो कि बहुत कम है. कई परीक्षार्थियों ने परीक्षा के पूर्व प्रश्न पत्र लीक होने की बात भी कही और बताया कि आंसर शीट हूबहू प्रश्नों के मोबाइल पर मिल रहे हैं.
'परीक्षा हॉल में हुआ मोबाइल का प्रयोग'
अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि सेंटर पर प्रवेश करने से पूर्व ही कईयों के मोबाइल में प्रश्न पत्र दिख रहे थे. एक अभ्यर्थी ने बताया कि उसने परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पूर्व एक अभ्यर्थी के मोबाइल में कुछ प्रश्न देखे. जिनमें एक प्रश्न था लता मंगेशकर के पिता का नाम क्या है. उसने बताया कि परीक्षा हॉल में जब प्रश्नपत्र देखा तो हूबहू वही प्रश्न था. कई अभ्यर्थियों ने कहा कि एग्जामिनेशन हॉल में मोबाइल का भी प्रयोग हुआ है. उन्होंने बताया कि एग्जामिनेशन हॉल में पहले से ही प्रश्न पत्र की फोटो घूम रही थी. कई अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया कि नालंदा जिले के लिए पेपर आउट कराए जाते हैं. इससे मेधावी अभ्यर्थियों का नुकसान होता है.