पटना: बुधवार को बिहार विधानसभा में 2020-21 की सीएजी रिपोर्ट सदन में पेश (CAG Report Presented in Bihar Assembly) की गई. सीएजी रिपोर्ट में कई तरह की खामियों का खुलासा किया गया है. कैग रिपोर्ट में मार्च 2021 तक 13459.71 करोड़ के कुल 26504 ac बिल बकाया होने का खुलासा किया गया है. सीएजी ने इस पर राशि के अपव्यय और दुरुपयोग की तरफ अपनी आशंका जाहिर की है.
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सीएजी रिपोर्ट में खुलासा: इसके साथ ही वर्ष 2020-21 में 15911.62 करोड़ के 608 उपयोगिता प्रमाण पत्र दायर हुए, जो बिहार सरकार के विभागों द्वारा दिए गए सहायता अनुदान के विरुद्ध राज्य के निकायों और प्राधिकारों द्वारा समर्पित नहीं किए गए हैं. सीएजी ने रिपोर्ट में कहा है कि इस बात का कोई आश्वासन नहीं है कि 15911.62 करोड़ की राशि वास्तव में वित्तीय वर्ष के दौरान उस प्रयोजन के लिए खर्च की गई है, जिसके लिए स्वीकृत या अधिकृत किया गया था.
राशि का स्थानांतरण: वहीं 2020-21 की अवधि के लिए नई पेंशन योजना में पहले के बकाया सहित कुल 338.96 करोड़ की राशि का स्थानांतरण भी नहीं किया गया. 2020-21 की अवधि में पेंशन योजना में कुल योगदान 1924.80 करोड़ का करना था, जिसमें कर्मचारियों का 802 करोड़ और नियोक्ता का 1122.80 करोड़ का होना था. जिसमें से 1901.76 करोड़ की राशि नामित प्राधिकरण एनएसडीएल को आगे निवेश हेतु हस्तांतरित किया गया, लेकिन 23 करोड़ की राशि का हस्तांतरण नहीं किया गया. इसके साथ पिछले वर्षों की 315.92 करोड़ की राशि का भी हस्तांतरण नहीं किया गया. कुल 338.96 करोड पेंशन की राशि अभी भी प्राधिकरण को हस्तांतरित नहीं की गई है, सीएजी ने रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया है.
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