पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए और महागठबंधन को टक्कर देने के लिए 243 सीटों पर अकेला चुनाव लड़ने का दावा करने वाली बहुजन समाज पार्टी अब 6 दलों के साथ गठबंधन कर चुनाव मैदान में उतर गई है. उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम, समाजवादी जनता दल डेमोक्रेटिक, भारतीय समाज पार्टी और जनतांत्रिक पार्टी(सोशलिस्ट) पार्टी को मिलाकर ग्रैंड डेमोक्रटिक सेक्युलर फ्रंट बन तो गया है लेकिन इस फ्रंट मे अभी तक सीटों का तालमेल नहीं हो पाया है.
बसपा कर रही 80 सीटों की तैयारी
बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश संयोजक कुणाल किशोर दीक्षित का मानना है कि पार्टी 80 सीटों पर तैयारी कर रही है और बाकी बची सीटों को लेकर गठबंधन के सभी घटक दल मिलकर तालमेल में लगे हुए हैं. ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेक्युलर फ्रंट को लीड कर रहे उपेंद्र कुशवाहा एनडीए और महागठबंधन को कितना टक्कर दे पाएंगे इस सवाल के जवाब में बहुजन समाज पार्टी के नेता बताते हैं कि 15 साल आरजेडी और 15 साल बीजेपी जदयू की सरकार को बिहार की जनता ने देख लिया है. अब जनता इस सरकार से उब चुकी है. वहीं उपेंद्र कुशवाहा कितनी सीटों पर चुनाव लड़े हैं, इसको लेकर बहुजन समाज पार्टी के नेता बताते हैं कि उन्हें 100 सीटों का ऑफर दिया गया है, लेकिन वह क्या करते हैं वही बता सकते हैं.
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बता दें कि, 6 दलों का यह गठबंधन निश्चित तौर पर थर्ड फ्रंट की ओर इशारा कर रहा है, लेकिन इस थर्ड फ्रंट में 243 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा करने वाली बहुजन समाज पार्टी का हिस्सेदारी क्या होगा इस पर अभी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. बहुजन समाज पार्टी के कार्यालय में टिकट को लेकर नेताओं की भीड़ तो देखी जा रही है लेकिन इन्हें टिकट मिलेगा या नहीं इस पर भी अभी संशय की स्थिति बनी हुई है.