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विजय सिन्हा के बाद संजय जायसवाल ने पुलिसिया कार्यशैली पर उठाए सवाल, कहा- लखीसराय में पुलिस की कार्रवाई गलत - etv bharat bihar news

लखीसराय में वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई ( Bihar Police Action In Jamui) को लेकर बीजेपी ने अपनी ही सरकार की पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल उठाया है. पहले विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने तो अब बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने इसकी कड़ी निंदा की है.

संजय जायसवाल
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Published : Feb 11, 2022, 7:38 PM IST

पटनाः बिहार एनडीए में जेडीयू और बीजेपी के बीच कई मुद्दों पर मतभेद तो था ही, अब सूबे की पुलिस की कार्यशैली पर भी बीजेपी के नेताओं ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है. लखीसराय में पुलिस की कार्यशैली पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के द्वारा उठाए गए सवाल (vijay kumar Sinha condemned Police Action In Jamui) के बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष (BJP State President Sanjay Jaiswal) ने भी इसे सवालों (BJP Leaders Targeting Bihar Police) के घेरे में डाला है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के निर्दोष कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करना गलत है.

इसे भी पढ़ें- विरूपुर थाना प्रभारी पर भड़के विजय सिन्हा, कहा- 'सुशासन में कुशासन नहीं करेंगे बर्दाश्त'

सूबे की पुलिसिया कार्यशैली पर संजय जायसवाल ने क्या कहा

संजय जायसवाल ने कहा, लखीसराय में पुलिस की कार्यशैली की मैं कड़ी निंदा करता हूं. विधानसभा अध्यक्ष ने जो बातें कही है, वह सही है. पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई किया है. इसे लेकर हमलोग जिला प्रशासन से बातचीत कर रहे हैं. बड़े अधिकारियों से भी हमारी बातचीत हुई है. ये कैसी कार्रवाई है कि कार्यक्रम के आयोजक को पैसे लेकर छोड़ दिया गया और दर्शकों में से दो निर्दोष को गिरफ्तार कर लिया गया.

दरअसल, सरस्वती पूजा के अवसर पर लखीसराय के बड़हिया प्रखंड के टाल क्षेत्र में आर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया था. बार-बालाओं के साथ डांस और हथियार लहराने का एक वीडियो वायरल हुआ था. दावा किया गया कि वह वीडियो इसी प्रोग्राम का है. लिहाजा, पुलिस ने दो लोगों को इस बावत गिरफ्तार किया गया. इसके बाद गिरफ्तार लोगों के परिजनों ने दावा किया जिन्हें गिरफ्तार किया गया वे निर्दोष हैं. इसकी शिकायत उन्होंने विजय सिन्हा से की.

इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष स्थानीय पुलिस पर बरस पड़े. उन्होंने कहा कि राज्य में सुशासन लागू करना पुलिस की जिम्मेदारी है. इसका मतलब ये नहीं है कि वो लोगों के मन में खौफ पैदा करें और गलत तरीके से काम करें. अगर ऐसा किया गया तो कार्रवाई होगी. मैं लखीसराय को चारागाह नहीं बनने दूंगा. मैं विधानसभा अध्यक्ष बाद में हूं, पहले क्षेत्र का जनप्रतिनिधि हूं. ऐसे में जरूरत पड़ी तो विधानसभा में कमेटी बनाकर जांच कराई जाएगी. वहीं, जो जनप्रतिनिधि ये मुद्दा उठाएंगे, उनकी बात को गंभीरता से सुनी जाएगी.

इसे भी पढ़ें- अपनी ही पुलिस पर खूब बरसे विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा, कहा- 'लखीसराय को चारागाह नहीं बनने देंगे'

इधर, मधुबनी के झंझारपुर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक नीतीश मिश्रा ने भी अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नीतीश मिश्रा ने मधुबनी जिला अधिकारी के नाम एक पत्र लिखा, जिसमें झंझारपुर शहर के जलजमाव की शिकायत की है. उन्होंने कहा कि झंझारपुर रेलवे स्टेशन क्षेत्र के जलजमाव से साल में 8 महीने तक लोगों को आवाजाही में दिक्कतें होती है. इस बावत उन्होंने मुख्य सचिव से लेकर कई पदाधिकारियों को पत्र लिखा है, लेकिन समाधान नहीं हुआ. इसे लेकर उन्होंने आगामी 23 फरवरी को अनुमंडल कार्यालय में धरना पर बैठने की बात कही है.

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पटनाः बिहार एनडीए में जेडीयू और बीजेपी के बीच कई मुद्दों पर मतभेद तो था ही, अब सूबे की पुलिस की कार्यशैली पर भी बीजेपी के नेताओं ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है. लखीसराय में पुलिस की कार्यशैली पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के द्वारा उठाए गए सवाल (vijay kumar Sinha condemned Police Action In Jamui) के बाद प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष (BJP State President Sanjay Jaiswal) ने भी इसे सवालों (BJP Leaders Targeting Bihar Police) के घेरे में डाला है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के निर्दोष कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करना गलत है.

इसे भी पढ़ें- विरूपुर थाना प्रभारी पर भड़के विजय सिन्हा, कहा- 'सुशासन में कुशासन नहीं करेंगे बर्दाश्त'

सूबे की पुलिसिया कार्यशैली पर संजय जायसवाल ने क्या कहा

संजय जायसवाल ने कहा, लखीसराय में पुलिस की कार्यशैली की मैं कड़ी निंदा करता हूं. विधानसभा अध्यक्ष ने जो बातें कही है, वह सही है. पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई किया है. इसे लेकर हमलोग जिला प्रशासन से बातचीत कर रहे हैं. बड़े अधिकारियों से भी हमारी बातचीत हुई है. ये कैसी कार्रवाई है कि कार्यक्रम के आयोजक को पैसे लेकर छोड़ दिया गया और दर्शकों में से दो निर्दोष को गिरफ्तार कर लिया गया.

दरअसल, सरस्वती पूजा के अवसर पर लखीसराय के बड़हिया प्रखंड के टाल क्षेत्र में आर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया था. बार-बालाओं के साथ डांस और हथियार लहराने का एक वीडियो वायरल हुआ था. दावा किया गया कि वह वीडियो इसी प्रोग्राम का है. लिहाजा, पुलिस ने दो लोगों को इस बावत गिरफ्तार किया गया. इसके बाद गिरफ्तार लोगों के परिजनों ने दावा किया जिन्हें गिरफ्तार किया गया वे निर्दोष हैं. इसकी शिकायत उन्होंने विजय सिन्हा से की.

इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष स्थानीय पुलिस पर बरस पड़े. उन्होंने कहा कि राज्य में सुशासन लागू करना पुलिस की जिम्मेदारी है. इसका मतलब ये नहीं है कि वो लोगों के मन में खौफ पैदा करें और गलत तरीके से काम करें. अगर ऐसा किया गया तो कार्रवाई होगी. मैं लखीसराय को चारागाह नहीं बनने दूंगा. मैं विधानसभा अध्यक्ष बाद में हूं, पहले क्षेत्र का जनप्रतिनिधि हूं. ऐसे में जरूरत पड़ी तो विधानसभा में कमेटी बनाकर जांच कराई जाएगी. वहीं, जो जनप्रतिनिधि ये मुद्दा उठाएंगे, उनकी बात को गंभीरता से सुनी जाएगी.

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इधर, मधुबनी के झंझारपुर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक नीतीश मिश्रा ने भी अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नीतीश मिश्रा ने मधुबनी जिला अधिकारी के नाम एक पत्र लिखा, जिसमें झंझारपुर शहर के जलजमाव की शिकायत की है. उन्होंने कहा कि झंझारपुर रेलवे स्टेशन क्षेत्र के जलजमाव से साल में 8 महीने तक लोगों को आवाजाही में दिक्कतें होती है. इस बावत उन्होंने मुख्य सचिव से लेकर कई पदाधिकारियों को पत्र लिखा है, लेकिन समाधान नहीं हुआ. इसे लेकर उन्होंने आगामी 23 फरवरी को अनुमंडल कार्यालय में धरना पर बैठने की बात कही है.

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