पटना: केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लगा दिया है. गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने पीएफआई (PFI) को 5 साल प्रतिबंधित संगठन घोषित किया है. पीएफआई के अलावा 9 सहयोगी संगठनों पर भी कार्रवाई की गई है. बता दें कि कुछ दिन पहले NIA और कई राज्यों की पुलिस और एजेंसियों ने पीएफआई (Popular Front of India) के ठिकानों पर छापेमारी कर सैकड़ों गिरफ्तारियां की थीं.
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पीएफआई पर 5 सालों के लिए प्रतिबंध (PFI Ban in India) की घोषणा के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का एक बयान (Lalu Yadav statement regarding PFI) आया है. उन्होंने कहा है कि केवल पीएफआई ही नहीं बल्कि आरएसएस जैसे संगठनों पर भी बैन लगाया जाना चाहिए (Lalu Prasad said RSS should also banned). उन्होंने यह बातें नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत के क्रम में कही. उन्होंने कहा कि मुस्लिम संगठनों को निशाना बनाया जा रहा है. लालू ने केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि आपका कैसा शासन है कि इस तरह की बातें हो रही हैं.
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लालू प्रसाद यादव के इस बयान पर भाजपा ने कड़ा विरोध जताया है. भाजपा के प्रदेश महामंत्री और विधान पार्षद देवेश कुमार ने कहा कि लालू प्रसाद यादव तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं. किसी भी रूप में RSS की तुलना PFI जैसे राष्ट्र विरोधी संगठनों से नहीं की जा सकती है. RSS की तारीफ जेपी, डॉ राजेंद्र प्रसाद जैसे लोगों ने की है. आरएसएस देश को एकता के सूत्र में बांधने का काम करता है.
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