पटना: लोक आस्था के महापर्व छठ (Chhath Puja) का आज दूसरा दिन है. आज छठ व्रती खरना कर रहे हैं. वहीं प्रशासन की ओर से छठ घाटों की तैयारियों पर नजर रखी जा रही है. बिहटा में अंचलाधिकारी कन्हैया लाल ने सोन तटीय क्षेत्र के दर्जनों छठ घाट का निरीक्षण किया. उन्होंने तैयारियों को लेकर कहा कि सभी घाटों पर प्रशासन की टीम, गोताखोरों और मेडिकल की टीम भी तैनात रहेगी.
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बिहटा अंचलाधिकारी कन्हैया लाल ने सोन किनारे के दर्जनों घाटों का निरीक्षण किया और खतरनाक घाटों पर विशेष बल को तैनात रहने का निर्देश दिया. घाटों पर विशेष रूप से एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के जवानों को अलर्ट मोड में रहने को कहा गया है. हालांकि इस साल नदी में पानी कम है, जिसके लिए ग्रामीण नदी में कृत्रिम नाला बनाकर पानी को इकट्ठा कर रहे हैं. जिससे व्रतियों को पानी मे अर्घ्य देने के लिए बहुत दूर नहीं जाना पड़े और उनको परेशानी नहीं हो.
बिहटा प्रखंड के बिंदौल, कौड़िया, परेव, मौदही घाट पर बालू के ढेर को हटा दिया गया है और साफ पानी को नजदीक लाया गया है. इधर एनडीआरएफ के बिहटा स्थित मुख्यालय से बिहार के विभिन्न जिलों में जवानों को रवाना किया जा चुका है. 400 से अधिक बचावकर्मियों के साथ 17 टीमों को रेस्क्यू वोट और लाइफ जैकेट देकर व्रतियों की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है. सोन नदी में प्रति वर्ष छठ व्रतियों की भीड़ लगती है. व्रती नदी में हीं भगवान भास्कर को अर्घ्य देते हैं और वहीं प्रसाद भी ग्रहण करते हैं.
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इस संबंध में अंचलाधिकारी कन्हैया लाल ने बताया जिला प्रशासन की तरफ से सभी छठ घाटों पर तैयारी पूरी कर ली गई है. इसके अलावा सोन नदी में खतरनाक घाटों को चिह्नित कर लिया गया है. सभी जगहों पर साफ-सफाई से लेकर छठ व्रतियों की सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई है. क्विक रिस्पांस टीम को तैयार किया है, जो कोई भी हादसा होने पर सबसे पहले पहुंचेगी. वहीं, इसके अलावा सभी छठ घाटों पर मेडिकल की टीम और स्थानीय पुलिस प्रशासन की भी तैनाती की जाएगी. साथ ही अंचलाधिकारी ने कहा है कि राज्य सरकार की तरफ से जो भी कोविड गाइडलाइन जारी किया गया है, उसको ध्यान में रखते हुए सभी छठ व्रती और लोग पूजा करें.