पटना: बिहार में दक्षिण पश्चिम मानसून ( Monsoon in Bihar ) फिर से सक्रिय दिखने लगा है. राज्य के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम स्तर के बारिश ( Rain In Bihar ) दर्ज हो रही है, वहीं कुछ इलाकों में भारी बारिश भी हो रही है.
जुलाई महीने में सामान्य बारिश
मौसम वैज्ञानिक आनंद शंकर ने बताया कि जून महीने में जिस तरीके से सामान्य से अधिक वर्षा हुई और मानसून ( Bihar Weather Update ) सक्रिय रहा, उस तरीके से मानसून की सक्रियता जुलाई महीने में देखने को नहीं मिलेगी. जुलाई महीने में मानसून सामान्य दर्ज किया जाएगा.
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वज्रपात और बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि जून के आखिरी हफ्ते और जुलाई के 15 तारीख तक बिहार में भारी वज्रपात और बारिश की संभावना अधिक रहती है. उसी प्रकार का मौसम जुलाई में रहने वाला है. आने वाले अगले 3 दिनों तक राज्य के सभी जिलों में बारिश दर्ज होगी और भारी वज्रपात की भी संभावना है. जिसके बाद फिर से बारिश में कमी आएगी और यह सिलसिला पूरे जुलाई महीने तक जारी रहेगा.
जून महीने में सामान्य से अधिक बारिश
आनंद शंकर ने बताया कि मौसम विभाग (Weather Department) का पूर्वानुमान था कि जून महीने में सामान्य से अधिक बारिश होगी और उसी प्रकार हुई भी. वज्रपात की बात करें तो जून महीने में बिहार के अधिकांश जिलों में भारी वज्रपात की घटनाएं हुईं. सबसे अधिक बारिश पश्चिम चंपारण में 849.3 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि अब मानसून की सक्रियता धीरे-धीरे कम होगी. हालांकि, जो सामान्य तौर पर बारिश मानसून में होती है वह दर्ज की जाएगी.
बिहार के जिले अधिक दर्ज की गई बारिश
- पश्चिम चंपारण 266%
- पूर्वी चंपारण 85%
- गोपालगंज 132%
- सिवान 158%
- बक्सर 136%
- भभुआ 215%
- रोहतास 161%
- भोजपुर 118 %
- सारण 184%
- मुजफ्फरपुर 72%
- शिवहर 19%
- सीतामढ़ी 69%
- वैशाली 141%
- पटना 156%
- जहानाबाद 153%
- औरंगाबाद 103%
- गया 123%
- नवादा 138%
- नालंदा 129%
- समस्तीपुर 170%
- दरभंगा 180%
- मधुबनी 93%
- सुपौल 94%
- मधेपुरा 31%
- सहरसा 35%
- खगड़िया 123%
- बेगूसराय 118%
- लखीसराय 100%
- शेखपुरा 77%
- जमुई 80%
- बांका 48%
- मुंगेर 90%
- भागलपुर 110%
- कटिहार 49%
- पूर्णिया 22%
- किशनगंज 2%
- अररिया 17%
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सावधान रहें लोग
मौसम वैज्ञानिक ने लोगों से अपील की है कि लोग इस दौरान काफी सतर्कता बरतें. जब भी तेज बारिश हो या फिर बादल गरजे तो कोशिश करें कि घरों से बाहर ना निकले. यदि बाहर हों तो कोशिश करें कि पक्के के मकान में शरण लें.
'विभाग मौसम अलर्ट समय-समय पर जारी करता है और लोगों को तात्कालिक चेतावनी भी देता है. ऐसे में लोग सतर्क रहें. आने वाले अगले दो से 3 दिनों के लिए पूरे बिहार के अधिकांश भागों में वज्रपात और बारिश की संभावना है.'- आनंद शंकर, मौसम वैज्ञानिक
बिजली गिरने पर क्या करें
- सिर के बाल खड़े हो जाएं या झुनझुनी होने लगे तो फौरन नीचे बैठकर कान बंद कर लें. यह इस बात का संकेत है कि आपके आसपास बिजली गिरने वाली है.
- दोनों पैरों को आपस में सटा लें, दोनों हाथों को घुटनों पर रख कर अपने सिर को जमीन की तरफ जितना संभव हो झुका लें. सिर को जमीन से सटने न दें. जमीन पर कभी न लेटें.
- पेड़ बिजली को आकर्षित करते हैं, इसलिए पेड़ के नीचे खड़े न हों. समूह में न खड़े रहें, अलग-अलग हो जाएं.
- जहां हैं, वहीं रहें. हो सके तो पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे-लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखे पत्ते रख लें.
- घर से बाहर हैं तो धातु से बनी वस्तुओं का इस्तेमाल न करें. बाइक, बिजली के पोल या मशीन से दूर रहें.
- बिजली से चलने वाले उपकरणों से दूर रहें. खिड़कियों, दरवाजे, बरामदे और छत से दूर रहें.