पटना: बिहार लोक सेवा आयोग ने राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में अलग-अलग विषयों में लेक्चरर के पद के लिए आवेदन मांगे हैं. आयोग की वेबसाइट पर इस बारे में जानकारी दी गई है.
साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट ने दी आयोग को जिम्मेदारी
राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में गणित के 47, इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन में 50 और मैकेनिकल इंजीनियरिंग में 36 लेक्चरर की नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे गए हैं. इन कॉलेजों में लंबे समय से ये पद खाली पड़े थे. साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट की तरफ से बिहार लोक सेवा आयोग को नियुक्ति की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
25 अगस्त से 11 सितंबर तक रजिस्ट्रेशन
दरअसल राज्य में इंजीनियरिंग कॉलेजों की संख्या और सीटें भी दोगुनी हो गई हैं. इस हिसाब से शिक्षकों की संख्या काफी कम हो रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए बिहार लोक सेवा आयोग ने आवेदन मांगे हैं. इसके लिए अभ्यर्थियों को 25 अगस्त से 11 सितंबर तक रजिस्ट्रेशन कराना होगा. परीक्षा शुल्क जमा करने के लिए 16 सितंबर तक का समय दिया जाएगा. अभ्यर्थी अपना ऑनलाइन आवेदन 23 सितंबर तक जमा कर सकते हैं.
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नए रिजल्ट में 103 नए अभ्यर्थी सफल घोषित
बिहार लोक सेवा आयोग ने ट्रेनिंग कॉलेज में विभिन्न विषयों में लेक्चरर के लिए परीक्षा ली थी. पहले जारी रिजल्ट में कई गड़बड़ियां पाई गई थी. इस मामले में पीड़ित छात्र कोर्ट गए थे. अब कोर्ट के आदेश के बाद आयोग ने एक बार फिर संशोधित रिजल्ट जारी किया है. नए रिजल्ट में 103 नए अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है. आयोग की ओर से कुल 455 उम्मीदवारों को सफल घोषित किया गया है. हालांकि कुल 478 पदों के लिए अंग्रेजी उर्दू और मैथिली में उम्मीदवार नहीं मिले हैं.
एम.एड में 8 सीटें सुरक्षित
कोटा से संबंधित भी कई बातें बची रह गई हैं. एक ही छात्र को कई विषयों में सफल घोषित कर दिया गया था. इसकी वजह से कई छात्र चयनित नहीं हो पाए थे. ऐसे छात्रों की संख्या 100 से ज्यादा थी. इसके बाद छात्रों ने कोर्ट का रुख किया था. इस बार वरीयता और विषय की प्राथमिकता के अनुसार रिजल्ट जारी किया गया है. सिर्फ एम.एड में 8 सीटों को सुरक्षित रखा गया है. इनमें स्पेशल केस को लेकर कुछ मामले विचाराधीन हैं हालांकि इसका भी मेरिट तैयार कर लिया गया है.