पटना: बिहार पंचायत चुनाव के नवें चरण का मतदान (Ninth Phase Polling) 29 नवंबर को संपन्न हो गया है. 35 जिलों के 53 प्रखंडों के अंतर्गत 871 पंचायतों के लिए 12,341 मतदान केंद्रों पर मतदान किया गया था. पंचायत चुनाव के नवें चरण की मतगणना (Ninth Phase of Counting) बिहार राज्य निर्वाचन आयोग (Bihar State Election Commission) की तरफ से 1 और 2 दिसंबर तय किया गया है. कल सुबह से प्रत्याशी और उनके समर्थक मतगणना केंद्रों पर सुबह 8 बजे से पहुंचना शुरू कर देंगे. सुबह 8 बजे से मतगणना की शुरुआत होगी और उसके बाद रुझान भी आना शुरू हो जाएगा.
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इस चरण में 26,831 पदों के लिए चुनाव हुआ था. जिसमें 97,878 प्रत्याशी नामांकन पत्र दाखिल करके चुनावी मैदान में उतरे थे. इन सभी प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करके 29 नवंबर को कर चुके हैं. इस चरण में 140 पद रिक्त रह गए हैं, जिसमें 5 ग्राम पंचायत सदस्य पद के हैं और 135 ग्राम कचहरी पंच पद के हैं. नवें चरण में 3368 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हो चुके हैं. जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य 145 प्रत्याशी, ग्राम कचहरी पंच पद के 3217 प्रत्याशी, पंचायत समिति सदस्य पद के 4 प्रत्याशी और ग्राम कचहरी सरपंच पद के 2 प्रत्याशी शामिल हैं.
बिहार राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से मतगणना की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है. मतगणना की प्रक्रिया में भी लाइव वेबकास्टिंग के माध्यम से राज्य निर्वाचन आयोग के कंट्रोल में बने कर्मचारी और अधिकारी मॉनिटरिंग करेंगे. साथ में जिला प्रशासन भी मतगणना को लेकर के तैयारी पूरी कर ली है. मतगणना केंद्रों पर पुलिस बल की भी तैनाती रहेगी. किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो, इसके लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है.
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बता दें कि 4 पदों पर ईवीएम से हुए चुनाव की मतगणना ओसीआर टेक्नोलॉजी के माध्यम से कराई जाएगी. 35 जिलों में ओसीआर टेक्नोलॉजी से मतगणना कराने की राज्य निर्वाचन की तैयारी है. ओसीआर ईवीएम से कनेक्ट रहती है और ईवीएम में किस प्रत्याशी को कितने मत प्राप्त हुए हैं, बूथ पर पूरी जानकारी और डाटा ओसीआर के माध्यम से राज्य निर्वाचन आयोग के कंट्रोल में भी कर्मचारी देखते रहते हैं. इसका एक डाटा भी निर्वाचन आयोग के पास उपलब्ध रहता है.
इस सॉफ्टवेयर के माध्यम से अगर कोई प्रत्याशी मतगणना में सवाल खड़ा करता है तो उनको ओसीआर टेक्नोलॉजी के माध्यम से काउंटिंग दिखाई जा सकती है. उनको बताया जा सकता है कि कितना मत प्राप्त हुआ है. जिससे कहा जा सकता है कि पंचायत चुनाव में निष्पक्ष और स्वतंत्र कराने का जो बीड़ा निर्वाचन आयोग ने उठाया है, उसमें पूरी तरह से पारदर्शिता बनी रही है. बता दें कि राज्य में पंचायत चुनाव अपने अंतिम चरण में है. 10वें चरण का चुनाव 8 दिसंबर को होना है, जिसकी मतगणना 10 दिसंबर और 11 दिसंबर को होगी और 11वें चरण का चुनाव 12 दिसंबर को होगा.
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