पटना: बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने बिहार विद्युत विनियामक आयोग को पत्र लिखा है. पत्र के जरिए मांग की गई है कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगवाने वाले उपभोक्ताओं के बिजली बिल में 5% की कमी की जाए.
सिक्योरिटी मनी वापस किए बिना ही लगवाए जा रहे प्रीपेड मीटर
बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष रामलाल खेतान ने बताया कि पहले पोस्टपेड मीटर लगाए गए थे. इसके लिए उपभोक्ताओं से सिक्योरिटी मनी जमा करवाई गई थी. अब उस सिक्योरिटी मनी को वापस किए बिना ही प्रीपेड मीटर लगवाए जा रहे हैं.
प्रीपेड मीटर लगने से कंपनी उपभोक्ताओं को नहीं देगी छूट
खेतान ने कहा कि प्रीपेड मीटर में लोगों को पहले रिचार्ज कराना होगा, तभी बिजली इस्तेमाल कर पाएंगे. मौजूदा प्रावधानों के अनुसार उपभोक्ता अगर समय पर बिजली बिल जमा करते हैं तो उन्हें 1.5% की छूट मिलती है. प्रीपेड मीटर लगने से अब कंपनी को ये छूट उपभोक्ताओं को नहीं देनी होगी. साथ ही मीटर रीडिंग और बिलिंग करने में ताला-चाबी का खर्च भी बिजली कंपनी को अब नहीं वहन करना पड़ेगा.
विभाग से ग्राहकों को 5% की छूट देने की मांग
इसके मद्देनजर ही बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन में पत्र लिखकर विभाग से ग्राहकों को 5% की छूट देने की मांग की है. पटना सहित राज्य के अन्य शहरों में बिजली कंपनियां स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगा रही है. प्रीपेड मीटर की कीमत 4500 रुपए है. मीटर लगाने वाली एजेंसी को 5 साल तक मेंटेनेंस के लिए 3500 रुपए लिया जाना है. बिजली कंपनियों ने इसकी कीमत बिजली बिल के रूप में उपभोक्ताओं से लिए जाने का निर्णय लिया है. इससे लोगों को कोई लाभ नहीं मिलेगा.