पटना: बिहार में मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड (Medin Pharmaceuticals Limited) का बनाया चार कफ सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध (Bihar Government Banned 4 Syrups Of Maiden Company ) लगा दिया गया है. डब्ल्यूएचओ (WHO) भारत की मेडिन कंपनी की खांसी की सिरप को लेकर अलर्ट घोषित किया है. डब्ल्यूएचओ ने कहा कि ये भारत में बनने वाले 4 कफ और कोल्ड सिरप घटिया चिकित्सकीय उत्पाद हैं. हरियाणा में स्थित मेडेन फार्मास्यूटिकल कि कफ सिरप को विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के बाद बंद किया गया है. WHO ने रिपोर्ट में बताया कि यह चार कफ सिरप गंभीर रूप से गुर्दे को प्रभावित करती हैं. गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत का मुख्य कारण भी इन्हीं 4 दवाओं को माना गया है.
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दवाओं को एकत्र कर परीक्षण के लिए भेजने का निर्देश: स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीते दिनों बताया था कि मैडन के चार सिरप प्रोमीथाजिन ओरल सॉल्यूशन, कोफेक्समालिन बेबी कफ सिरप, मकॉफ बेबी कफ सिरप और मैग्रीप एन कोल्ड सिरप भारत में नहीं बेचे जा रहे थे और केवल निर्यात के लिए बनाए जाते हैं. राज्य औषधि नियंत्रक रवींद्र सिन्हा ने बताया कि सहायक औषधि नियंत्रकों और औषधि निरीक्षकों को दवाओं के नमूने एकत्र करने और उन्हें परीक्षण के लिए भेजने का निर्देश दिया गया है.
"WHO की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में मैडन की 4 कफ सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया है. WHO ने बताया है कि इन सिरप का बच्चों की किडनी पर गंभीर असर पड़ता है." - रवींद्र कुमार सिन्हा, राज्य औषधि नियंत्रक
बिहार में नहीं होती इसकी बिक्री: बिहार में दवाओं के सेवन के बाद अब तक किसी भी मौत की सूचना नहीं मिली है. उन्होंने बताया कि यह दवा भारत में नहीं बिकती थी और बिहार में भी इसकी बिक्री नहीं होती थी लेकिन कहीं कोई अवैध तरीके से इस दवा को बेच रहा, इसको लेकर के एक टीम गठित की गई है. जो छापेमारी कर यह जांच करेगी. इसके अलावा यह टीम बाजार में बिक रहे विभिन्न कफ सिरप के नमूनों को भी जप्त करेगी और उनकी गुणवाता चेक करेगी.
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