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CM नीतीश का है यह ड्रीम प्रोजेक्ट, इस अभियान से बदलेगी बिहार की सूरत

बिहार ने पूरे देश के लिए इस साल एक मिसाल कायम की. जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत से बिहार सरकार ने दूसरों को एक बड़ा रास्ता भी दिखाया. इसकी शुरुआत 13 जुलाई 2019 को शुरुआत हुई.

Jal Jeevan Hariyali Abhiyan
जल जीवन हरियाली अभियान की CM नीतीश ने की शुरूआत
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Published : Dec 26, 2019, 7:06 AM IST

पटना: जलवायु परिवर्तन के भयानक दुष्परिणाम अब सामने आने लगे हैं. साल 2019 बिहार के लिए इस मामले में काफी बुरा अनुभव देने वाला रहा. प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ी, सूखे का व्यापक असर हुआ और कई जगह भूमिगत जलस्तर भी नीचे चला गया. इसके बाद बिहार सरकार ने एक बड़ा निर्णय लिया. साल 2019 में मिशन मोड पर जल जीवन हरियाली अभियान शुरू किया गया.

जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत
बिहार ने पूरे देश के लिए इस साल एक मिसाल कायम की. जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत से बिहार सरकार ने दूसरों को एक बड़ा रास्ता भी दिखाया. इसकी शुरुआत 13 जुलाई 2019 को शुरुआत हुई. बिहार में सभी विधायकों और विधान पार्षदों की एक बैठक विशेष रूप से बुलाई गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जलवायु परिवर्तन के प्रकोप पर चर्चा करने और इसके दुष्प्रभावों से निपटने के लिए बिहार के तमाम जनप्रतिनिधियों के साथ इस विशेष बैठक के जरिए उनकी राय ली और इसके बाद जल जीवन हरियाली अभियान को एक दिशा मिली.

Jal Jeevan Hariyali Abhiyan
जल जीवन हरियाली अभियान के तहत वृक्षारोपण करते सीएम नीतीश

11 सरकारी विभागों को अभियान के तहत जोड़ा गया
13 जुलाई की यह बैठक मील का पत्थर साबित हुई जिसके आधार पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल जीवन हरियाली अभियान के शुभारंभ की. इस अभियान के तहत बिहार के करीब 11 सरकारी विभागों को जोड़ा गया है. 3 साल तक बिहार सरकार अपने बजट से 24 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करेगी. अभियान में पुराने तालाब, आहर, पईन, पोखर और कुओं का जीर्णोद्धार किया जाएगा. चापाकल और नलकूप के नजदीक सोख्ता का निर्माण कराया जाएगा ताकि भूमिगत जल का स्तर बना रहे.

जल जीवन हरियाली अभियान पर ईटीवी भारत की विशेष रिपोर्ट

ग्रामीण विकास विभाग को बनाया गया नोडल विभाग
इस अभियान के लिए बिहार के ग्रामीण विकास विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है. वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि देश के कई राज्य अलग अलग तरीके से हरियाली अभियान चला रहे हैं लेकिन एक मिशन मोड के तहत ऐसी शुरुआत करने वाला बिहार इकलौता राज्य है.

Jal Jeevan Hariyali Abhiyan
जल जीवन हरियाली अभियान के दौरान मॉडल का निरिक्षण करते सीएम नीतीश

पटना: जलवायु परिवर्तन के भयानक दुष्परिणाम अब सामने आने लगे हैं. साल 2019 बिहार के लिए इस मामले में काफी बुरा अनुभव देने वाला रहा. प्रदेश में भीषण गर्मी पड़ी, सूखे का व्यापक असर हुआ और कई जगह भूमिगत जलस्तर भी नीचे चला गया. इसके बाद बिहार सरकार ने एक बड़ा निर्णय लिया. साल 2019 में मिशन मोड पर जल जीवन हरियाली अभियान शुरू किया गया.

जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत
बिहार ने पूरे देश के लिए इस साल एक मिसाल कायम की. जल जीवन हरियाली अभियान की शुरुआत से बिहार सरकार ने दूसरों को एक बड़ा रास्ता भी दिखाया. इसकी शुरुआत 13 जुलाई 2019 को शुरुआत हुई. बिहार में सभी विधायकों और विधान पार्षदों की एक बैठक विशेष रूप से बुलाई गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जलवायु परिवर्तन के प्रकोप पर चर्चा करने और इसके दुष्प्रभावों से निपटने के लिए बिहार के तमाम जनप्रतिनिधियों के साथ इस विशेष बैठक के जरिए उनकी राय ली और इसके बाद जल जीवन हरियाली अभियान को एक दिशा मिली.

Jal Jeevan Hariyali Abhiyan
जल जीवन हरियाली अभियान के तहत वृक्षारोपण करते सीएम नीतीश

11 सरकारी विभागों को अभियान के तहत जोड़ा गया
13 जुलाई की यह बैठक मील का पत्थर साबित हुई जिसके आधार पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जल जीवन हरियाली अभियान के शुभारंभ की. इस अभियान के तहत बिहार के करीब 11 सरकारी विभागों को जोड़ा गया है. 3 साल तक बिहार सरकार अपने बजट से 24 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करेगी. अभियान में पुराने तालाब, आहर, पईन, पोखर और कुओं का जीर्णोद्धार किया जाएगा. चापाकल और नलकूप के नजदीक सोख्ता का निर्माण कराया जाएगा ताकि भूमिगत जल का स्तर बना रहे.

जल जीवन हरियाली अभियान पर ईटीवी भारत की विशेष रिपोर्ट

ग्रामीण विकास विभाग को बनाया गया नोडल विभाग
इस अभियान के लिए बिहार के ग्रामीण विकास विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है. वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि देश के कई राज्य अलग अलग तरीके से हरियाली अभियान चला रहे हैं लेकिन एक मिशन मोड के तहत ऐसी शुरुआत करने वाला बिहार इकलौता राज्य है.

Jal Jeevan Hariyali Abhiyan
जल जीवन हरियाली अभियान के दौरान मॉडल का निरिक्षण करते सीएम नीतीश
Intro:जलवायु परिवर्तन के भयानक दुष्परिणाम अब सामने आने लगे हैं। वर्ष 2019 बिहार के लिए इस मामले में काफी बुरा अनुभव देने वाला रहा, जब भीषण गर्मी पड़ी। सूखे का व्यापक असर हुआ और कई जगह पर भूमिगत जल स्तर नीचे चला गया। इसके बाद बिहार सरकार ने एक बड़ा निर्णय लिया और वर्ष 2019 में मिशन मोड पर शुरू हुआ जल जीवन हरियाली अभियान।


Body:बिहार ने पूरे देश के लिए इस वर्ष एक मिसाल कायम की और एक बड़ा रास्ता भी दिखाया जल जीवन हरियाली अभियान के शुभारंभ से।
इसकी शुरुआत 13 जुलाई 2019 को हुई जब बिहार में सभी विधायकों और विधान पार्षदों की एक बैठक विशेष रूप से बुलाई गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में जलवायु परिवर्तन के प्रकोप पर चर्चा करने और इसके दुष्प्रभावों से निपटने के लिए बिहार के तमाम जनप्रतिनिधियों के साथ इस विशेष बैठक के जरिए उनकी राय ली और इसके बाद जल जीवन हरियाली अभियान को एक दिशा मिली। 13 जुलाई की यह बैठक मील का पत्थर साबित हुई जिसके आधार पर जल जीवन हरियाली अभियान के शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की। इस अभियान के तहत बिहार के करीब 11 सरकारी विभागों को जोड़ा गया है। 3 साल तक बिहार सरकार अपने बजट से 24000 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च करेगी। अभियान में पुराने तालाब, आहर, पईन, पोखर और कुओं का जीर्णोद्धार किया जाएगा। चापाकल और नलकूप के नजदीक सोख्ता का निर्माण कराया जाएगा ताकि भूमिगत जल का स्तर बना रहे।


Conclusion:इस अभियान के लिए बिहार के ग्रामीण विकास विभाग को नोडल विभाग बनाया गया है अभियान के तहत सबसे पहले बिहार के तमाम सरकारी दफ्तरों और सरकारी आवासों में स्वच्छता का निर्माण कराया जा चुका है। वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने कहा कि देश के कई राज्य अलग अलग तरीके से हरियाली अभियान चला रहे हैं लेकिन एक मिशन मोड के तहत ऐसी शुरुआत करने वाला बिहार इकलौता राज्य है।

दीपक कुमार सिंह प्रधान सचिव वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग
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