पटना: सीएम नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janta Darbar) में फरियादियों का आना जारी है. मुख्यमंत्री जनता दरबार में राज्य के विभिन्न जिलों से आये लोगों की समस्याओं को सुन रहे हैं. उन समस्याओं के निपटान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया जा रहा है.
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बगहा का एक युवक सोमवार को मुख्यमंत्री के जनता दरबार में पहुंचा. उसने सीएम नीतीश कुमार को बताया कि उसके पिता के नाम पर जमीन है. बगहा के 2-3 लोग उसकी बुआ के बेटे से उसका शेयर बताकर लिखवाने ले गये. इसका उसके पिता ने विरोध किया. इस पर जमीन लिखवाने आये लोगों ने कहा कि आप इसमें गवाह बन जाइये. आपको पूरा पैसा मिल जायेगा.
उसके बाद तीनों आये. हमको और पिता जी को बुलाकर ले गये. गवाह और पहचान बनाकर जमीन लिखवा ली. अब तीनों कह रहे हैं जो बाकी जमीन है, उसको भी लिख दो तो ही पैसा देंगे. नहीं लिखने पर पैसा नहीं देंगे. तीनों में एक वकील, एक पत्रकार है और एक पूंजीपति है जो उन लोगों काे फंडिंग करता है.
युवक ने मुख्यमंत्री से कहा कि सर, उस पैसे की वजह से बहन की शादी कट गयी. इस मामले में थाने में आवेदन दिया था. सीओ ने सबको बुलाकर कहा कि आप इसके पैसे दे दीजिए. बाकी जो जमीन है, वह पैसे देकर बाद में लिखवा लीजिएगा. वो लोग बोल रहे हैं कि इसके बुआ के लड़के से लिखवा लेंगे. सर, कुछ कीजिए. युवक की गुहार सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने उसे आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारी के पास भेज दिया.
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बता दें कि अक्टूबर महीने के पहले सोमवार के लिए तय कार्यक्रम के अनुसार आज मुख्यमंत्री पुलिस व जमीन से जुड़े मामले सुने रहे हैं. जनता दरबार में गृह विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, निगरानी, खान एवं भूतत्व और सामान्य प्रशासन विभाग से जुड़ी शिकायतें सुनी जाती हैं. इसके लिए पहले से ही आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है.
दरअसल, जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते है. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.
प्रथम सोमवार : गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे.
द्वितीय सोमवार : स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग.
तृतीय सोमवार : ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग.
जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.
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