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रांची में जमीन कारोबारियों से लेकर अपराधियों तक होती थी कारतूस की सप्लाई, बिहार से जुड़ा है लिंक - Ranchi Crime News

रांची पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए हथियार तस्कर गिरोह के सदस्य एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे कर रहे हैं. उन्होंने बताया है कि राजधानी में हो रहे कारतूस सप्लाई का कनेक्शन सीधे बिहार से जुड़ा है. बिहार से कारतूस लाकर वे रांची में अपराधियों से लेकर जमीन कारोबारियों तक इसकी सप्लाई करते थे.

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Published : Sep 1, 2022, 1:57 PM IST

रांची/पटना: राजधानी में गिरफ्तार किए गए हथियार तस्कर गिरोह के तीन सदस्यों ने रांची पुलिस (Arms smugglers arrested by Ranchi police) के सामने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. हथियार तस्करों ने खुलासा किया है कि वह बिहार से कारतूस लाकर रांची में जमीन कारोबारियों और अपराधियों तक उसकी सप्लाई किया करते थे. गौरतलब है कि मंगलवार को रांची के सीनियर एसपी को मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए जगन्नाथपुर पुलिस ने तीन हथियार तस्करों को सौ से अधिक कारतूस और एक पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया था.

इसे भी पढ़ें - नालंदा पुलिस ने मिनी गन फैक्ट्री का किया पर्दाफाश, हथियार निर्माण करने वाली सामग्री के साथ तीन गिरफ्तार


पुलिस ने जाल बिछा कर दबोचा: पूरे मामले का खुलासा करते हुए रांची एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि हटिया इलाके में हथियार खरीद-बिक्री होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद हटिया डीएसपी राजा मित्रा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने हटिया रेलवे स्टेशन रोड से छापेमारी कर सबसे पहले सत्यम नाम के अपराधी को दबोचा और फिर उसकी निशानदेही पर रांची में हथियार और कारतूस सप्लाई करने वाले शौर्य और बंटी को धर दबोचा.

अपराधियों ने स्वीकार किया जुर्म: पूछताछ में अपराधियों ने यह स्वीकार किया है कि वे लोग न सिर्फ अपराधियों को बल्कि, रांची में कई जमीन कारोबारियों को भी कारतूस सप्लाई करते थे. गिरफ्तार आरोपियों में बिहार के सहरसा के सत्यम कुमार, दरभंगा के देवकुली धाम का शौर्य राज और छपरा का सतुआ बाजार निवासी बंटी कुमार शामिल है. तीनों अपराधी रांची के विभिन्न इलाकों में किराए का मकान लेकर रहते थे. इन अपराधियों के पास से पुलिस ने सौ से अधिक गोली के अलावा एक देसी पिस्टल बरामद किया है.

छपरा जंक्शन में होती थी गोली की डिलीवरी: एसएसपी ने बताया कि बिहार के छपरा रेलवे जंक्शन में गोली की डिलीवरी होती थी. वहां से गोली लेने के बाद तीनों अपराधी ट्रेन व बस के माध्यम से रांची पहुंचते थे और फिर उसे जमीन कारोबारियों को देते थे. पुलिस पता कर रही है कि बिहार में उन्हें गोली कौन सप्लाई करता है और वह कहां का रहने वाला है. पुलिस की एक टीम उन सप्लायरों की जानकारी इकट्ठा कर रही है.


800 रुपए में प्रति कारतूस की होती है बिक्री: रांची में नाइन एमएम की एक गोली की कीमत 800 रुपए है. वहीं, 7.65 एमएम की प्रति गोली 500 रुपए में बेचते हैं. इसका खुलासा तीनों अपराधियों ने पुलिस के समक्ष किया है. अपराधियों ने गोली खरीदने वाले जमीन कारोबारियों व अपराधियों के नाम की भी जानकारी पुलिस को दी है.

रांची/पटना: राजधानी में गिरफ्तार किए गए हथियार तस्कर गिरोह के तीन सदस्यों ने रांची पुलिस (Arms smugglers arrested by Ranchi police) के सामने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. हथियार तस्करों ने खुलासा किया है कि वह बिहार से कारतूस लाकर रांची में जमीन कारोबारियों और अपराधियों तक उसकी सप्लाई किया करते थे. गौरतलब है कि मंगलवार को रांची के सीनियर एसपी को मिली सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए जगन्नाथपुर पुलिस ने तीन हथियार तस्करों को सौ से अधिक कारतूस और एक पिस्टल के साथ गिरफ्तार किया था.

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पुलिस ने जाल बिछा कर दबोचा: पूरे मामले का खुलासा करते हुए रांची एसएसपी किशोर कौशल ने बताया कि हटिया इलाके में हथियार खरीद-बिक्री होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद हटिया डीएसपी राजा मित्रा के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. गठित टीम ने हटिया रेलवे स्टेशन रोड से छापेमारी कर सबसे पहले सत्यम नाम के अपराधी को दबोचा और फिर उसकी निशानदेही पर रांची में हथियार और कारतूस सप्लाई करने वाले शौर्य और बंटी को धर दबोचा.

अपराधियों ने स्वीकार किया जुर्म: पूछताछ में अपराधियों ने यह स्वीकार किया है कि वे लोग न सिर्फ अपराधियों को बल्कि, रांची में कई जमीन कारोबारियों को भी कारतूस सप्लाई करते थे. गिरफ्तार आरोपियों में बिहार के सहरसा के सत्यम कुमार, दरभंगा के देवकुली धाम का शौर्य राज और छपरा का सतुआ बाजार निवासी बंटी कुमार शामिल है. तीनों अपराधी रांची के विभिन्न इलाकों में किराए का मकान लेकर रहते थे. इन अपराधियों के पास से पुलिस ने सौ से अधिक गोली के अलावा एक देसी पिस्टल बरामद किया है.

छपरा जंक्शन में होती थी गोली की डिलीवरी: एसएसपी ने बताया कि बिहार के छपरा रेलवे जंक्शन में गोली की डिलीवरी होती थी. वहां से गोली लेने के बाद तीनों अपराधी ट्रेन व बस के माध्यम से रांची पहुंचते थे और फिर उसे जमीन कारोबारियों को देते थे. पुलिस पता कर रही है कि बिहार में उन्हें गोली कौन सप्लाई करता है और वह कहां का रहने वाला है. पुलिस की एक टीम उन सप्लायरों की जानकारी इकट्ठा कर रही है.


800 रुपए में प्रति कारतूस की होती है बिक्री: रांची में नाइन एमएम की एक गोली की कीमत 800 रुपए है. वहीं, 7.65 एमएम की प्रति गोली 500 रुपए में बेचते हैं. इसका खुलासा तीनों अपराधियों ने पुलिस के समक्ष किया है. अपराधियों ने गोली खरीदने वाले जमीन कारोबारियों व अपराधियों के नाम की भी जानकारी पुलिस को दी है.

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