पटना : मगध विश्वविद्यालय का विवादों से चोली दामन का रिश्ता रहा है. विश्वविद्यालय के सेशन 3-4 साल लेट चल रहे हैं. ऐसे में विश्वविद्यालय का अजब गजब कारनामा सामने आया है. पार्ट वन और पार्ट 2 के छात्रों ने परीक्षा तो दी लेकिन उनके उत्तर पुस्तिका ही गायब (Answer Sheet Missing Of Magadh University) हो गए. ऐसे छात्रों की तादाद 2 लाख से अधिक बताई जा रही है. पिछले 1 साल से विश्वविद्यालय के छात्र परीक्षा फल के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं.
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ओएमआर शीट हैं गायब : दरअसल, मगध विश्वविद्यालय में साल 2018 21 सत्र हिंदी पार्ट 2 की परीक्षा अक्टूबर 2021 में संपन्न हुई. 1 साल बीतने को हैं परीक्षाफल प्रकाशित नहीं हो सका है. आर्ट्स साइंस और कॉमर्स के छात्र इंतजार में बैठे हैं. कोरोना संकट के बाद ओएमआर शीट पर छात्रों की परीक्षा ली गई थी. मिल रही जानकारी के मुताबिक बड़ी संख्या में ओएमआर शीट ही गायब हैं. जिसके चलते परीक्षाफल अब तक प्रकाशित नहीं किया जा सके हैं.
छात्र हैं परेशान : सत्र 2019 -22 के लिए पार्ट वन की परीक्षा 2021 नवंबर में संपन्न हुई थी. पार्ट वन परीक्षा के नतीजे भी अब तक घोषित नहीं किया जा सके (Magadh University Students Upset For Result) हैं. छात्रों ने मुख्यमंत्री से लेकर कुलपति तक गुहार लगाई है लेकिन अब तक उन्हें न्याय नहीं मिला है. परीक्षार्थी अभिषेक कुमार के सब्र का बांध टूट रहा है. अभिषेक कहते हैं कि हमारे लिए अब कोई रास्ता नहीं दिख रहा है. कुलपति कहते हैं कॉपी ही गायब है. ऐसे में अब हम क्या करें समझ से परे है. अभिषेक जैसे कई छात्र हैं जो इस समस्या से जूझ रहे हैं.
''मैं पार्ट 2 की परीक्षा दे चुका हूं. जब तक पार्ट 2 की परीक्षा का नतीजा नहीं आ जाता, पार्ट 3 की परीक्षा में तब तक शामिल नहीं हो सकता हूं. पिछले 1 साल से हम लोग नतीजे के इंतजार में हैं. कुलपति, मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री के पास गुहार लगा चुके हैं. बताया जा रहा है कि उत्तर पुस्तिका ही गायब है.''- प्रभाष कुमार, छात्र, मगध विश्वविद्यालय
''मैं गया कॉलेज गया में पार्ट 2 का छात्र हूं. हमारा कॉलेज मगध विश्वविद्यालय के अंतर्गत आता है. हमें परीक्षा फल का इंतजार है. विश्वविद्यालय से जुड़े तमाम अधिकारियों के पास गुहार लगाने के बाद भी निराशा हाथ लगी है. विश्वविद्यालय के पदाधिकारी ही अब भगवान भरोसे हैं.''- अरुणेष कुमार, छात्र, मगध विश्वविद्यालय
बता दें कि, विवादों के चलते मगध विश्वविद्यालय में फिलहाल पूर्णकालिक कुलपति नहीं हैं. पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के कुलपति आरके सिंह प्रभारी कुलपति हैं. प्रभारी कुलपति इस बात को लेकर व्यथित हैं कि मगध विश्वविद्यालय के पदाधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं. वह पूरी तरह लाचार हैं. शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर के समक्ष भी कुलपति ने बेबाकी से अपनी बात रखी.
''बाकी सभी रिजल्ट आउट हो चुके हैं. पार्ट वन और पार्ट टू का रिजल्ट बचा हुआ है. वो मार्कशीट कहां है किसी को नहीं पता है. मैने इसपर मामला भी दर्ज कराया है. मुझे तो ताजुब्ब हुआ कि जिसमें मार्कशीट रखी गयी है उसमें ना ताला बंद है ना कुछ. चपरासी कोई आता है जाता है. कितनी टैम्परिंग हुई होगी.''- आरके सिंह, प्रभारी कुलपति, मगध विश्वविद्यालय
पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता रजनीश कुमार का मानना है कि कॉपी गायब होना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है. पहले तो विश्वविद्यालय के अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जानी चाहिए. मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. चूंकि मामला अब न्यायालय में है तो न्यायालय के आदेश पर ही आगे की कार्रवाई संभव है. हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन चाहे तो दोबारा परीक्षा ले सकता है.
प्रभारी कुलपति आर के सिंह ने कहा है कि विश्वविद्यालय थाना में शिकायत दर्ज करा दी गयी है. आगे की कार्रवाई के लिए कुलाधिपति से मार्गदर्शन मांगा गया है.