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बिहार के सभी सरकारी ITI में टाटा टेक के माध्यम से होगी पढ़ाई, कैबिनेट से मिली हरी झंडी

मंत्री जीवेश मिश्रा ने बताया कि सात निश्चय योजना पार्ट 2 (Saat Nishchay Part 2) के अंतर्गत सभी सरकारी आईटीआई की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाने की योजना को कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है. साथ ही बिहार सरकार ने टाटा टेक्नालॉजी के साथ करार किया (Bihar government tied up with Tata Technologies) है.

सरकारी आईटीआई में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
सरकारी आईटीआई में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
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Published : Dec 28, 2021, 11:02 PM IST

पटना: बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा (Bihar Labor Resources Minister Jivesh Mishra) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि अब राज्य के सभी सरकारी आईटीआई में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (Center of Excellence in Government ITI) बनाने की योजना को कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है. उन्होंने कहा कि जो कैबिनेट की बैठक हुई, उसमें युवाओं के लिए बहुत ही अहम फैसला लिया गया है जो युवाओं के लिए हितकारी साबित होगा.

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''सात निश्चय योजना पार्ट-2 के अंतर्गत सभी सरकारी आईटीआई में गुणवत्ता बढ़ाने को लेकर यह अहम फैसला लिया गया है. इसके लिए राज्य सरकार द्वारा टाटा टेक्नालॉजी के साथ करार (ITI studies will be done through Tata Tech in Bihar) किया गया है. इसके तहत पहले चरण में राज्य में संचालित 60 सरकारी आईटीआई को अपग्रेड किया जाना है. 3D कोर्स मांग देश और विदेश में है और इस कोर्स को करने से छात्रों को नौकरी भी आसानी से मिलेगी.''- जीवेश मिश्रा, श्रम संसाधन मंत्री

सरकारी आईटीआई में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस

अगले साल में बिहार के आईटीआई के छात्रों छह नए कोर्स आरंभ किए जाएंगे जो नई एडवांस टेक्नोलाजी पर आधारित होंगे. इनके पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य के युवाओं को बेहतर रोजगार दिलाना है. उन्होंने साफ तौर पर बताया कि इस नए ट्रेड के माध्यम से जो बच्चे प्रशिक्षण लेंगे उनको नौकरी की अपॉर्चुनिटी ज्यादा रहेगी, क्योंकि दिन प्रतिदिन इन ट्रेडों की मांग बढ़ती जा रही है. ऐसे में यहां के छात्र जब इस ट्रेड का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे तो निश्चित तौर पर यहां के बच्चों को रोजगार दिलाने में यह ट्रेड महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

ये भी पढ़ें- IMA एनुअल कॉफ्रेंस: देश के 520 डॉक्टर सम्मानित, बोले नीतीश-'चिकित्सकों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता'

उन्होंने बताया कि 20 कंपनियां टाटा टेक के साथ मिलकर काम करेगी और बिहार में सात आईटीआई को पहले फेज में चिन्हित किया गया है, जिसमें नया ट्रेड का पाठ पढ़ाया जाएगा और बच्चों को रोजगार अवसर में भी यह ट्रे़ड काफी हितकारी साबित होगा. इसमें मुख्य रूप से वेल्डिंग व औद्योगिक रोबोटिक्स, इलेक्ट्रिक वाहन प्रशिक्षण, आईओटी और डिजिटल इंस्ट्रूमेंटेशन एवं डिजाइन, सभी प्रकार की मरम्मत और रख रखाव, जैसे ट्रेड का पाठ संचालित किया जाएगा.

मंत्री ने बताया कि टाटा की टीम हर सेंटर पर अधिकारी की तैनाती करेंगे, जिससे युवाओं के कौशल का विकास होगा. सभी सरकारी आईटीआई में 10 हजार स्क्वायर फिट में यह सेंटर बनाया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार इसमें 12% राशि लगाएगी और टाटा इस योजना पर कुल 88% राशि खर्च करेगी. उन्होंने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि राज्य में जिस तरह से डेवलपमेंट का काम तेजी से चल रहा है, उसी प्रकार बिहार सरकार बिहार के छात्रों के लिए पूरी तरह से तत्पर है.

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पटना: बिहार के श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्रा (Bihar Labor Resources Minister Jivesh Mishra) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि अब राज्य के सभी सरकारी आईटीआई में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (Center of Excellence in Government ITI) बनाने की योजना को कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है. उन्होंने कहा कि जो कैबिनेट की बैठक हुई, उसमें युवाओं के लिए बहुत ही अहम फैसला लिया गया है जो युवाओं के लिए हितकारी साबित होगा.

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''सात निश्चय योजना पार्ट-2 के अंतर्गत सभी सरकारी आईटीआई में गुणवत्ता बढ़ाने को लेकर यह अहम फैसला लिया गया है. इसके लिए राज्य सरकार द्वारा टाटा टेक्नालॉजी के साथ करार (ITI studies will be done through Tata Tech in Bihar) किया गया है. इसके तहत पहले चरण में राज्य में संचालित 60 सरकारी आईटीआई को अपग्रेड किया जाना है. 3D कोर्स मांग देश और विदेश में है और इस कोर्स को करने से छात्रों को नौकरी भी आसानी से मिलेगी.''- जीवेश मिश्रा, श्रम संसाधन मंत्री

सरकारी आईटीआई में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस

अगले साल में बिहार के आईटीआई के छात्रों छह नए कोर्स आरंभ किए जाएंगे जो नई एडवांस टेक्नोलाजी पर आधारित होंगे. इनके पीछे सरकार का मुख्य उद्देश्य राज्य के युवाओं को बेहतर रोजगार दिलाना है. उन्होंने साफ तौर पर बताया कि इस नए ट्रेड के माध्यम से जो बच्चे प्रशिक्षण लेंगे उनको नौकरी की अपॉर्चुनिटी ज्यादा रहेगी, क्योंकि दिन प्रतिदिन इन ट्रेडों की मांग बढ़ती जा रही है. ऐसे में यहां के छात्र जब इस ट्रेड का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे तो निश्चित तौर पर यहां के बच्चों को रोजगार दिलाने में यह ट्रेड महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

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उन्होंने बताया कि 20 कंपनियां टाटा टेक के साथ मिलकर काम करेगी और बिहार में सात आईटीआई को पहले फेज में चिन्हित किया गया है, जिसमें नया ट्रेड का पाठ पढ़ाया जाएगा और बच्चों को रोजगार अवसर में भी यह ट्रे़ड काफी हितकारी साबित होगा. इसमें मुख्य रूप से वेल्डिंग व औद्योगिक रोबोटिक्स, इलेक्ट्रिक वाहन प्रशिक्षण, आईओटी और डिजिटल इंस्ट्रूमेंटेशन एवं डिजाइन, सभी प्रकार की मरम्मत और रख रखाव, जैसे ट्रेड का पाठ संचालित किया जाएगा.

मंत्री ने बताया कि टाटा की टीम हर सेंटर पर अधिकारी की तैनाती करेंगे, जिससे युवाओं के कौशल का विकास होगा. सभी सरकारी आईटीआई में 10 हजार स्क्वायर फिट में यह सेंटर बनाया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि राज्य सरकार इसमें 12% राशि लगाएगी और टाटा इस योजना पर कुल 88% राशि खर्च करेगी. उन्होंने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि राज्य में जिस तरह से डेवलपमेंट का काम तेजी से चल रहा है, उसी प्रकार बिहार सरकार बिहार के छात्रों के लिए पूरी तरह से तत्पर है.

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