पटना: बिहार में महागठबंधन के साथ मिलकर नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने एक बार फिर से सरकार बना ली है. नीतीश कुमार आठवीं बार सूबे के सीएम बन चुके हैं. वहीं राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) दूसरी बार उप मुख्यमंत्री बने हैं. जल्द ही बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार होनो है. महागठबंधन के घटक दल के बीच अभी मंत्रिमंडल में सीट शेयरिंग और विभागों को लेकर खींचतान जारी है. इसी बीच एआईएमआईएम के विधायक अख्तरूल इमान (AIMIM MLA Akhtarul Iman) ने बिहार में माइनॉरिटी से भी एक डिप्टी सीएम बनाने की मांग (Demanded For Minority Deputy CM In Bihar) रख दी है.
पढ़ें- सोनिया गांधी से मिले तेजस्वी, बोले.. बिहारी बिकाऊ नहीं टिकाऊ होता है.. नीतीश कुमार ने कर दिखाया
"महागठबंधन के घटक दल में माइनॉरिटी का वोट शेयर सबसे ज्यादा है. इसलिए माइनॉरिटी से एक डिप्टी सीएम बनाया जाना चाहिए. बिहार में इससे पहले की सरकारों में भी 2 डिप्टी सीएम रहे हैं. आंध्रा प्रदेश में 5, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में भी 1 से ज्यादा डिप्टी सीएम रहे हैं. इस वक्त जातीय राजनीति का जो चलन है. हम उसके पक्षधर नहीं हैं. लेकिन देखा ये गया है कि जिन जातियों को राजनीति में सही तरीके से भागीदारी नहीं मिली है उनको राजनीतिक नुकसान हुआ है."- अख्तरूल इमान, एआईएमआईएम के विधायक
महागठबंधन सरकार में हो सकते हैं 36 मंत्री: एआईएमआईएम के विधायक अख्तरूल इमान ने कहा कि माइनॉरिटी की भलाई और विकास के लिए मैं माइनॉरिटी से भी एक व्यक्ति को डिप्टी सीएम बनाने की मांग करता हूं. आपको बता दें कि मंत्री पद को लेकर पहले से ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच चर्चा हो चुकी है. आरजेडी को 18 मंत्री पद मिल सकते हैं तो वहीं जेडीयू को 13 मंत्री पद और कांग्रेस के हिस्से में तीन मंत्री पद जा सकता है. इसके अलावा अगर माले मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए तैयार होगा तो एक मंत्री पद माले को भी मिलेगा. जीतनराम मांझी की पार्टी हम से एक और एक निर्दलीय का भी मंत्री बनना तय है.
जेडीयू को पुराने 12 मंत्री पद मिलना तयः एनडीए सरकार में 127 विधायक थे. विधान परिषद के सदस्य भी एनडीए के 50 से अधिक थे और उसमें से 30 मंत्री बनाए गए थे. बीजेपी के 16 जदयू के 12 और हम से एक और एक निर्दलीय मंत्री थे. अब महागठबंधन की सरकार में 164 विधायकों का समर्थन है आरजेडी 79 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी है और इसलिए 18 मंत्री पद मिलना तय माना जा रहा है. यह संख्या 20 तक भी बढ़ सकती है. जदयू के पुराने 12 मंत्री पद मिलना तय माना जा रहा है. इसमें से कुछ मंत्री बदले भी जा सकते हैं लेकिन अधिकांश पुराने ही रिपीट होने की संभावना है. कांग्रेस के खाते में तीन मंत्री पद जाएगा. ऐसे सूत्र के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कांग्रेस कोटे से एक उप मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे. लेकिन उसके लिए तेजस्वी यादव तैयार नहीं हुए.
पढ़ें- 22 साल में 8वीं ताजपोशी : 'कुर्सी' से टिके रहने की कला में माहिर हैं नीतीश कुमार!