पटना: राजद सुप्रीमों लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद फिर से सक्रिय हो गए हैं. लोकसभा चुनाव में जहां राजद को करारी शिकस्त झेलने के महागठबंधन में समीक्षा को लेकर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. वहीं इन सब से बेफिक्र तेजप्रताप यादव पार्टी में अपनी सक्रियता बढ़ाने में जुट गए हैं.
27 मई को लगायेंगे जनता दरबार
लोकसभा चुनाव में पार्टी से अलग स्टैंड रखने वाले पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव पहले की तरह ही वीरचंद पटेल पथ पर स्थित राजद कार्यालय में जनता दरबार लगाकर जनता और पार्टी कार्यकर्ताओं की फरियाद सुनेंगे. तेज प्रताप यादव दिनांक 27 मई 2019 को प्रातः 10 बजे से जनता दरबार लगाकर जन समस्याओं का निराकरण करेंगे. गौरतलब है कि तेजप्रताप लगातार पार्टी कार्यालय तथा अपने आवास पर जनता दरबार लगा कर लोगों की समस्याओं का निराकरण करते रहे हैं.
पार्टी उम्मीदवार सुरेंद्र यादव को हरवाया
लगातार विवादों में रहने वाले तेजप्रताप इस लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी के खिलाफ लालू-राबड़ी मोर्चा बनाकर उम्मीदवारों की मुश्किलें बढ़ा दी थी. शिवहर, सारण तथा जहानाबाद से अपने सहयोगियों को टिकट दिलाने में असफल रहने पर उम्मीदवारों के खिलाफ लगातर बयानबाजी भी की थी. जहानाबाद से पार्टी उम्मीदवार सुरेन्द्र यादव के खिलाफ तेजप्रताप के घोषित उम्मीदवार चंद्रप्रकाश ने 7755 मत प्राप्त किया जबकि जेडीयू प्रत्याशी चंद्रेश्वर प्रसाद ने सुरेंद्र यादव को 1751 मत से शिकस्त दी.
1751 वोट से हारे सुरेंद्र यादव
चंद्रेश्वर प्रसाद को 335584 मत मिले जबकि सुरेंद्र यादव ने 333833 मत हासिल किए. ऐसे में कहा जा सकता है कि अगर तेज प्रताप अपने उम्मीदवार पार्टी के खिलाफ नहीं उतारते तथा चुनाव प्रचार नहीं करते तो ये वोट सुरेन्द्र यादव के खाते में जरूर ट्रांसफर हो सकता था. कम से कम संसद में राजद का एक सांसद जरूर पार्टी की बात रखता.