पटना: बिहार में फर्जी सिम कार्ड उपयोग (Fake Sim Card Usage in Bihar) करने वालों पर व्यापक स्तर पर कार्रवाई शुरू हो गयी है. अब तक की जांच में इस मामले में छह सौ से ज्यादा फर्जी सिम कार्ड धारक सामने आये हैं. आर्थिक अपराध इकाई इस मामले में सभी जिलों से आंकड़े एकत्र करके पूरा रिपोर्ट तैयार कर रहा है. बिहार में फर्जी सिम कार्ड मामले को लेकर पटना हाइकोर्ट में एक लोकहित याचिका कुछ दिनों पहले दायर की गयी थी. दअरसल, इस मामले की सुनवाई करते हुए हाइकोर्ट ने पुलिस महकमा को पूरे मामले की जांच कर फर्जी सिम कार्डधारकों पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया था.
ये भी पढ़ें- बिहार में आपराधिक वारदातों में वृद्धि, क्राइम का हॉट स्पॉट बनता जा रहा पटना
बिहार में फर्जी सिम कार्ड धारकों की तदाद बढ़ी: इसे लेकर पूरे राज्य में फर्जी सिम कार्डधारकों की व्यापक स्तर पर जांच चल रही है. अब तक हुई जांच में यह बात सामने आयी है कि फर्जी सिम कार्ड का उपयोग करने वालों की फेहरिस्त में आम लोग से लेकर अपराधी और नक्सली तक शामिल हैं. बिहार में दरअसल इन दिनों अपराधिक वारदातों में वृद्धि हो रही है. उनमें से खासकर सबसे ज्यादा रंगदारी और हत्या के लिए इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन में फर्जी सिम का इस्तेमाल किया गया है. जुलाई में पटना हाइकोर्ट में इस मुद्दे पर राज्य सरकार की तरफ से इओयू (Economic Offence Unit) को जवाबी हलफनामा दायर करना है. फर्जी सिम कार्ड के मामले की जांच जिलों के अलावा एसटीएफ के स्तर से भी की जा रही है. अब तक की जांच में सबसे ज्यादा फर्जी सिम से जुड़े मामले पटना जिला से सामने आये हैं.
नकली सिम उपयोग करने वालों पर कार्रवाई: फर्जी सिम मामले में अब तक करीब 400 मामले दर्ज हो चुके हैं. यहां करीब 325 मामले सामने आ चुके हैं. शहर के पाटलिपुत्र थाना में दर्ज सिर्फ एक एफआइआर में 292 फर्जी सिम कार्ड धारकों के नाम दर्ज हैं. इन सभी पर मामला दर्ज कर समुचित जांच की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इसमें राजधानी के अलावा रोहतास में 29, नवादा में 30, मुजफ्फरपुर में 25 और मधुबनी में 35 एफआइआर दर्ज की गयी है. शेष जिलों में कुछ संख्या में एफआइआर दर्ज हुई है. फिलहाल सभी जिलों से दर्ज मामलों की समेकित रिपोर्ट मंगवायी जा रही है. इसके बाद इसकी रिपोर्ट तैयार कर पूरी जानकारी कोर्ट में प्रस्तुत की जायेगी. फिलहाल 600 से ज्यादा फर्जी सिम कार्ड से जुड़ी यह रिपोर्ट संबंधित मोबाइल कंपनियों से प्राप्त ग्राहक डाटाबेस के आधार पर तैयार की गयी है.
'फर्जी सिम धारकों की समस्या बिहार में है, इसके साथ ही पूरे देश में भी ये समस्या है. सारे क्राइम के लिए वो लाए हैं. हमलोगों ने आर्थिक अपराध इकाई के साथ इस मामले की तहकीकात कर रहे हैं. और सभी सर्विस प्रोवाइडर से कहा गया है कि सभी संबंधित थाना में जहां भी वेरिफिकेशन में पाते हैं कि इसने सिम ले लिया है और उसका डॉक्यूमेंट सही नहीं था, और फर्जी सिम ले लिया है तो उसपर आप FIR दर्ज करवा सकते हैं. 400 से 500 एएफआई दर्ज हो चुकी है. और इनकी जांच की जा रही है. फर्जी सिम लेने एक गंभीर तरीके का क्राइम है. ये संगीन अपराध है.' - जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय
ये भी पढ़ें- पुलिस कर्मी ड्यूटी के दौरान नहीं कर पाएंगे मोबाइल का उपयोग, पकड़े जाने पर होगी कार्रवाई
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP