पटना: पीयू यानी पटना विश्वविद्यालय प्रशासन ने विभिन्न व्यवसायिक पाठ्यक्रमों और कुछ सामान्य पाठ्यक्रमों की फीस में बढ़ोतरी की है. इसके खिलाफ छात्र संगठन आंदोलन करेंगे. पहले बीएमसी की फीस 60 हजार थी अब उसे बढ़ाकर 71 हजार कर दिया गया है. बीबीए की फीस भी पहले 60 हजार थी जो अब बढ़ा कर 71 हजार कर दी गई है. इसी तरह सभी वोकेशनल कोर्स और अन्य कोर्स की फीस में भी इजाफा किया गया है.
'छात्रों का हनन कर रहा पीयू प्रशासन'
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेता वरुण ने बताया कि पीयू प्रशासन छात्रों का हनन कर रहा है. ग्रेडिंग में भी पटना कॉलेज पीछे हो गया है और प्रशासन सिर्फ फीस बढ़ोतरी कर रही है. यह छात्रों के साथ धोखा है, अगर प्रशासन को कुछ करना है तो पहले पटना कॉलेज की ग्रेडिंग में सुधार लाएं. उन्होंने कहा कि ये सरासर गलत कदम है और हम इसकी निंदा करते हैं. फीस बढ़ोतरी को वापस लेने के लिए हम लगातार प्रदर्शन करेंगे इस सिलसिले में आगे के लड़ाई की रूपरेखा तैयार की जा रही है. हम पटना विश्वविद्यालय प्रशासन से लड़कर फीस कम करवाएंगें.
'घेरा डालो डेरा डालो' आंदोलन करेगा आइसा
वहीं छात्र संगठन आइसा के राज्य सचिव आकाश कश्यप ने कहा कि फीस में हुई बढ़ोतरी को लेकर पूरे बिहार में आंदोलन होगा. जेएनयू में भी फीस वृद्धि हुई थी और छात्रों के आंदोलन के बाद प्रशासन को फीस कम करनी पड़ी थी. उसी तरीके से बिहार में भी आंदोलन होगा. पटना विश्वविद्यालय प्रशासन को 3 दिनों का अल्टीमेटम दिया गया है. अगर इस बीच फीस कम नहीं की गई तो हम 'घेरा डालो डेरा डालो' आंदोलन करेंगे.