पटना: राजधानी पटना में मुख्यमंत्री आवास एक अन्य मार्ग के पीछे स्थित के पांच देशरत्न मार्ग बंगला बिहार के उप मुख्यमंत्री के लिए (5 Deshratna Marg Bungalow) आवंटित है. पांच साल के अन्तराल पर 3 उप मुख्यमंत्री इस बंगले में रहते हुए अपनी कुर्सी गंवा चुके हैं. ऐसे में अब तेजस्वी यादव के लिए आवंटित यह बंगला कितना सुरक्षित रहेगा यह तो आने वाला समय बताएगा. गौरतलब है कि फिर से एक बार सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ मिलकर तेजस्वी यादव ने बिहार में महागठबंधन सरकार की सरकार बनाई है. बिहार के दूसरी बार डिप्टी सीएम बने तेजस्वी यादव ने दोबारा सरकार में शामिल हुए हैं और इनको जो सरकारी बंगला आवंटित होना है, उससे महागठबंधन सरकार की स्थिरता को लेकर चिंता और ज्यादा बढ़ गई है.
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5 देशरत्न मार्ग का बंगला डिप्टी CM के लिए अशुभ : साल 2015 में तेजस्वी यादव पहली बार उप मुख्यमंत्री बने और इसी बंगले में रहे, लेकिन जुलाई 2017 में नीतीश कुमार ने राजद से गठबंधन तोड़कर भाजपा के साथ सरकार बना ली. हालांकि तेजस्वी का इस भव्य और आलिशान बांग्ला से मोह नहीं छूटा. उन्होंने लम्बे अर्से तक बंगला खाली नहीं किया. यहां तक कि इसे लेकर वे सुप्रीम कोर्ट तक गए. सुप्रीम कोर्ट ने तेजस्वी पर कोर्ट का वक्त बर्बाद करने पर 50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया था. इसके बाद तेजस्वी यादव ने बंगला को खाली कर दिया था. आपको बता दें कि बिहार के उप मुख्यमंत्री के लिए पटना के 5-देशरत्न मार्ग का बंगला आवंटित है. इस बंगले में अब तक तारकिशोर प्रसाद रह रहे थे, जो एनडीए सरकार में उप मुख्यमंत्री थे. सरकार जाने के बाद तारकिशोर ने बंगला खाली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है लेकिन ये बंगला ही महागठबंधन सरकार के लिए एक चिंता है.
बंगले में रहते कोई डिप्टी सीएम का कार्यकाल नहीं कर पाया पूरा : दअरसल पिछले 3 बार से जो भी इस बंगले में अब तक उपमुख्यमंत्री रहे हैं, उनका कार्यकाल पूरा नहीं हो पाया है. पहली बार तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बनने के बाद इस बंगले में रहने आए थे, जिसके बाद उन्होंने सरकारी पैसे से करोड़ों रुपए खर्च कर इस बंगले को सजाया था. तेजस्वी के बाद 5-देशरत्न मार्ग का यह सरकारी आवास सुशील कुमार मोदी को अलॉट हुआ. लेकिन कुछ महीने बाद ही भाजपा ने सुशील मोदी को बिहार की राजनीति से दूर कर दिया. उन्हें नीतीश सरकार में उप मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया.
सुशील मोदी भी नहीं कर पाए कार्यकाल पूरा : सुशील मोदी का इस बंगले में आना उनके राजनीतिक करियर को बड़ा झटका दे गया और वे बिहार से दूर कर दिए गए. उसके बाद भाजपा ने तारकिशोर प्रसाद को उप मुख्यमंत्री बनाया. अब तक 5-देशरत्न मार्ग बंगला में तारकिशोर ही रह रहे थे. अचानक से इसी महीने नीतीश कुमार ने नाटकीय घटनाक्रम में एनडीए से अलग होने का फैसला किया. उन्होंने अब फिर से राजद और अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बना ली. इस कारण तारकिशोर प्रसाद को अब इस बंगले को खाली करना पड़ रहा है. पांच साल के अन्तराल पर 3 उप मुख्यमंत्री इस बंगले में रहते हुए अपनी कुर्सी गंवा चुके हैं. ज्योतिष, वास्तु विद के जानकार पंडित प्रेम सागर पांडे ने बताया कि जब उपमुख्यमंत्री इस आवास में आए तो वास्तु का निराकरण कर कर ही प्रवेश करें.
तेजस्वी यादव दोबारा इस बंगले में रहने आ रहे हैं : अब तेजस्वी यादव दोबारा इस बंगले में रहने आ रहे हैं, अब देखना यह होगा कि क्या यह अपना कार्यकाल पूरा कर पाते हैं या नहीं. ज्योतिष, वास्तु विद के जानकार पंडित प्रेम सागर पांडे ने कहा कि 'जिस तरह से ईशान कोण पर मुख्य द्वार है यह कहीं से भी सही नहीं माना जाता है. इस स्थान पर पूजा-पाठ का जगह होना चाहिए. मुख्य द्वार के पास ईशान कोण पर पीपल के और नीम का पेड़ नहीं होना चाहिए जो कि इस बंगले में स्थापित है. इसके अलावा उनके बंगले में काशी एक्सप्रेस पेड़ हैं जो इनके बंगले से भी ऊंचा है और उत्तर दिशा में है. इस वजह से यह कहीं से भी इसमें रहने वाले लोगों को खुशहाल नहीं रख सकता है और वह लंबी अवधि तक अपना कार्यकाल नहीं पूरा कर सकते हैं.'