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विधान परिषद की 24 सीटें हुई खाली, जानिए किस दल की क्या रही स्थिति - BJP in Bihar Legislative Council

कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के चलते बिहार में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) समय पर नहीं होने के कारण आज से 24 विधान पार्षदों की सीट खाली हो गयी. ऐसे में विधान परिषद में बीजेपी (BJP) का दबदबा कम और जदयू (JDU) का दबदबा बढ़ गयी. पढ़ें रिपोर्ट...

LEGISLATIVE COUNCIL
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Published : Jul 16, 2021, 10:36 AM IST

पटना: 26 जुलाई से बिहार विधान मंडल (Bihar Legislature) की कार्यवाही शुरू हो रही है. मानसून सत्र (Monsoon Session) शुरू होने से पहले बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में स्थानीय निकाय से चुनकर आने वाले 24 विधान पार्षदों की सीटें खाली हो गयी. आज से ही यह सीटें खाली हो गयी हैं. पंचायत चुनाव (Panchayat Election) नहीं होने के कारण फिलहाल इन सीटों को भरा भी नहीं जा सका है.

ये भी पढ़ें- मानसून सत्र: गरजने बरसने की तैयारी में विपक्ष, अलर्ट मोड में नीतीश सरकार

विधान परिषद के अंदर स्थिति भी बदल गयी है. हालांकि, दबदबा एनडीए (NDA) का ही रहेगा. लेकिन जदयू (JDU) संख्या बल के हिसाब से बीजेपी (BJP) पर भारी दिखेगी. जदयू सबसे बड़ी पार्टी के रूप में जहां 22 सदस्यों के साथ सदन में मौजूद रहेगी, वहीं बीजेपी के 15 सदस्य रहेंगे. मानसून सत्र में संख्या बल के हिसाब से जदयू का दबदबा साफ दिखेगा.

75 सदस्य वाली बिहार विधान परिषद में जदयू के सदस्यों की संख्या 28 थी. वहीं, बीजेपी के सदस्यों की संख्या 26 थी. जदयू की बीजेपी से 2 सीटें अधिक थी. लेकिन आज से स्थिति बदल गयी है. जदयू और बीजेपी के बीच 7 सीटों का अंतर हो गया है. एक तरह से जदयू का विधान परिषद में पूरी तरह से दबदबा दिखेगा.

ईटीवी भारत GFX.
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जदयू कोटे के 6 विधान पार्षद जिनका कार्यकाल पूरा हो गया है, उनमें नालंदा से रीना यादव, नवादा से सलमान रागिब, गया से मनोरमा देवी, भोजपुर से राधाचरण साह, मुजफ्फरपुर से दिनेश सिंह, मुंगेर से संजय प्रसाद हैं.

बीजेपी कोटे के विधान पार्षद जिनका कार्यकाल पूरा हो गया है, उनमें सारण से सच्चिदानंद राय, बेगूसराय से रजनीश कुमार, सहरसा से नूतन सिंह, कटिहार से अशोक अग्रवाल, किशनगंज से दिलीप जायसवाल, रोहतास से संतोष कुमार सिंह, मधुबनी से सुमन महासेठ, गोपालगंज से आदित्य नारायण पांडे, पूर्वी चंपारण से राजेश कुमार, सिवान से टुन्ना जी पांडे हैं. वहीं आरजेडी कोटे से वैशाली से सुबोध कुमार और कांग्रेस कोटे से पश्चिम चंपारण से राजेश राम का कार्यकाल समाप्त हो गया है.

वर्तमान में बिहार विधान परिषद में कुल सदस्यों की संख्या 75 है. विधानसभा से निर्वाचित सदस्य 27, शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित सदस्य 6, स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित सदस्य 6, स्थानीय प्राधिकार से निर्वाचित सदस्य 24 और राज्यपाल कोटे से मनोनीत सदस्य 12 हैं.

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ये भी पढ़ें- 26 जुलाई से बिहार विधानमंडल का मॉनसून सत्र, कैबिनेट की बैठक में 10 एजेंडों पर लगी मुहर

75 सदस्य वाली बिहार विधान परिषद में कुल 6 सीटें रिक्त है, जिसमें स्थानीय प्राधिकार कोटे की 5 सीटें पहले से रिक्त हैं. इसके साथ पिछले दिनों जदयू विधान पार्षद तनवीर अख्तर का कोरोना के कारण निधन हुआ था. स्थानीय प्राधिकार विधान परिषद में पहुंचे रीत लाल यादव, दिलीप राय और मनोज यादव चुनाव लड़े और विधायक चुने गए हैं.

वहीं, सुनील सिंह और हरिनारायण चौधरी का निधन हो चुका है. रीतलाल को छोड़कर सभी एनडीए के विधान पार्षद थे. दिलीप राय और मनोज यादव जदयू के विधायक हैं. रीतलाल यादव आरजेडी के विधायक हैं.

पटना: 26 जुलाई से बिहार विधान मंडल (Bihar Legislature) की कार्यवाही शुरू हो रही है. मानसून सत्र (Monsoon Session) शुरू होने से पहले बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) में स्थानीय निकाय से चुनकर आने वाले 24 विधान पार्षदों की सीटें खाली हो गयी. आज से ही यह सीटें खाली हो गयी हैं. पंचायत चुनाव (Panchayat Election) नहीं होने के कारण फिलहाल इन सीटों को भरा भी नहीं जा सका है.

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विधान परिषद के अंदर स्थिति भी बदल गयी है. हालांकि, दबदबा एनडीए (NDA) का ही रहेगा. लेकिन जदयू (JDU) संख्या बल के हिसाब से बीजेपी (BJP) पर भारी दिखेगी. जदयू सबसे बड़ी पार्टी के रूप में जहां 22 सदस्यों के साथ सदन में मौजूद रहेगी, वहीं बीजेपी के 15 सदस्य रहेंगे. मानसून सत्र में संख्या बल के हिसाब से जदयू का दबदबा साफ दिखेगा.

75 सदस्य वाली बिहार विधान परिषद में जदयू के सदस्यों की संख्या 28 थी. वहीं, बीजेपी के सदस्यों की संख्या 26 थी. जदयू की बीजेपी से 2 सीटें अधिक थी. लेकिन आज से स्थिति बदल गयी है. जदयू और बीजेपी के बीच 7 सीटों का अंतर हो गया है. एक तरह से जदयू का विधान परिषद में पूरी तरह से दबदबा दिखेगा.

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जदयू कोटे के 6 विधान पार्षद जिनका कार्यकाल पूरा हो गया है, उनमें नालंदा से रीना यादव, नवादा से सलमान रागिब, गया से मनोरमा देवी, भोजपुर से राधाचरण साह, मुजफ्फरपुर से दिनेश सिंह, मुंगेर से संजय प्रसाद हैं.

बीजेपी कोटे के विधान पार्षद जिनका कार्यकाल पूरा हो गया है, उनमें सारण से सच्चिदानंद राय, बेगूसराय से रजनीश कुमार, सहरसा से नूतन सिंह, कटिहार से अशोक अग्रवाल, किशनगंज से दिलीप जायसवाल, रोहतास से संतोष कुमार सिंह, मधुबनी से सुमन महासेठ, गोपालगंज से आदित्य नारायण पांडे, पूर्वी चंपारण से राजेश कुमार, सिवान से टुन्ना जी पांडे हैं. वहीं आरजेडी कोटे से वैशाली से सुबोध कुमार और कांग्रेस कोटे से पश्चिम चंपारण से राजेश राम का कार्यकाल समाप्त हो गया है.

वर्तमान में बिहार विधान परिषद में कुल सदस्यों की संख्या 75 है. विधानसभा से निर्वाचित सदस्य 27, शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित सदस्य 6, स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित सदस्य 6, स्थानीय प्राधिकार से निर्वाचित सदस्य 24 और राज्यपाल कोटे से मनोनीत सदस्य 12 हैं.

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75 सदस्य वाली बिहार विधान परिषद में कुल 6 सीटें रिक्त है, जिसमें स्थानीय प्राधिकार कोटे की 5 सीटें पहले से रिक्त हैं. इसके साथ पिछले दिनों जदयू विधान पार्षद तनवीर अख्तर का कोरोना के कारण निधन हुआ था. स्थानीय प्राधिकार विधान परिषद में पहुंचे रीत लाल यादव, दिलीप राय और मनोज यादव चुनाव लड़े और विधायक चुने गए हैं.

वहीं, सुनील सिंह और हरिनारायण चौधरी का निधन हो चुका है. रीतलाल को छोड़कर सभी एनडीए के विधान पार्षद थे. दिलीप राय और मनोज यादव जदयू के विधायक हैं. रीतलाल यादव आरजेडी के विधायक हैं.

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