नालंदा: पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जातीय तिकड़म कर वे सत्ता में तो बने हुए हैं, लेकिन ये उनका अंतिम कार्यकाल साबित होगा. उन्होंने आरोप लगाया कि नीतीश सरकार में सत्ता का दुरुपयोग कर लोकतंत्र का गला दबाया गया है.
नीतीश सरकार को हटाने का संकल्प
पटना स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से होने वाले चुनाव को लेकर पूर्व सांसद डॉ अरुण कुमार ने अपने बेटे ऋतुराज कुमार को चुनावी मैदान में उतारा है. उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार को सत्ता में लाने के लिए उन्होंने 14 साल तक संघर्ष किया. लेकिन, अब इस सरकार को हटाने के लिए उन्होंने संकल्प लिया है. इसके मद्देनजर पूरे बिहार का दौरा कर रहे हैं.
'सरकार में नैतिकता नाम की कोई चीज नहीं'
अरुण कुमार ने कहा कि इस सरकार में नैतिकता नाम की कोई चीज नहीं रह गई है. कैग की रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में ट्रेजरी की लूट हुई है. चार बार कैग ने भी अपनी रिपोर्ट दी है, जिसमे कहा गया है की ट्रेज़री की राशि निकाली गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि ट्रेज़री की राशि विशेष लोगो के खाते में जमा की गई है.
'दोनों गठबंधन में कोई आदर्श नहीं'
एनडीए और महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर चल रही ऊहापोह की स्थिति को लेकर भी उन्होंने कहा कि दोनों गठबंधन में कोई आदर्श ही नहीं है. टिकट बेचने या नीलाम करने की परंपरा चल रही है. उसी का नतीजा है कि आपस में सिर फुटौवल किया जा रहा है.