नई दिल्ली/मुजफ्फरपुर: सीबीआई ने शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय में सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर आश्रय गृह यौन उत्पीड़न मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और उसके सहयोगियों ने 11 लड़कियों की कथित रूप से हत्या की थी और एक श्मशान घाट से 'हड्डियों की पोटली' बरामद हुई है.
वहीं इस मामले में पर अब सियासत भी तेज हो गई है. विरोधी नीतीश सरकार को घेरने में लग गए हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर को ले कर नीतीश कुमार पर हमला बोला है. तेजस्वी ने कहा कि इस मामले में जेडीयू और बीजेपी के लोग शामिल है. लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है.
वर्तमान सरकार जांच को करती है प्रभावित- मांझी
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने शेल्टर होम मामले को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा जब तक यहां उनकी सरकार रहेगी, वह जांच को प्रभावित करते रहेंगे. उन्होंने उच्चतम न्यायालय का हवाला देते हुए कहा कि कोर्ट ने कहा था कि इस मामले में राजनैतिक लोग और सरकार के संरक्षण में काम हुआ है. इसलिए इस मामले में केस करने में देरी और पास्को एक्ट नहीं लगाने पर कोर्ट नाराजगी व्यक्त कर चुकी है.
सीबीआई ने हलफनामे में क्या कहा
शीर्ष अदालत में दायर अपने हलफनामे में, सीबीआई ने कहा कि जांच के दौरान दर्ज पीड़ितों के बयानों में 11 लड़कियों के नाम सामने आये हैं जिनकी ठाकुर और उनके सहयोगियों ने कथित रूप से हत्या की थी. हलफनामे के मुताबिक, एक आरोपी की निशानदेही पर एक श्मशान घाट के एक खास स्थान की खुदाई की गई जहां से हड्डियों की पोटली बरामद हुई है.
'शेल्टर होम में 11 लड़कियों की हत्या हुई'
सीबीआई ने कहा, 'जांच के दौरान, जांच अधिकारियों और राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य एवं न्यूरो विज्ञान संस्थान द्वारा दर्ज पीड़ितों के बयान में 11 लड़कियों के नाम सामने आए हैं, जिनकी आरोपी ब्रजेश ठाकुर तथा उसके सहयोगियों ने कथित रूप से हत्या कर दी थी.'
श्मशान घाट से हड्डियों की एक पोटली बरामद
सीबीआई ने एक आवेदन पर हलफनामा दायर करते हुए कहा, 'गुड्डू पटेल नाम के एक आरोपी से पूछताछ के दौरान खुलासे वाले तथ्यों के आधार पर, आरोपी की निशानदेही पर श्मशान घाट में एक खास स्थान की खुदाई की गई और मौके से हड्डियों की एक पोटली बरामद हुई है.'
मामले में सोमवार को सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट
इस मामले में प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने शुक्रवार को सुनवाई की. पीठ ने कहा कि वह आवेदन पर सीबीआई को औपचारिक नोटिस जारी करेगी और एजेंसी चार सप्ताह के भीतर इसका जवाब दायर करेगी. पीठ ने संक्षिप्त दलीलों के बाद इस मामले में आगे की सुनवाई के लिए छह मई की तारीख तय की.
TISS की रिपोर्ट में हुआ था खुलासा
बता दें कि मुजफ्फरपुर की खौफनाक घटना तब प्रकाश में आई जब बिहार के सामाजिक कल्याण विभाग ने मुंबई स्थित टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेस द्वारा शेल्टर होम में करवाए गए सामाजिक अंकेक्षण के आधार पर प्राथमिकी दर्ज करवाई. अंकेक्षण रिपोर्ट में नाबालिगों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं का जिक्र किया गया था. इस मामले की जांच सीबीआई को स्थानान्तरित की गई थी और एजेंसी ने ठाकुर सहित 21 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था.