मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर ( Muzaffarpur ) में जहरीली शराब ( Poisonous Liquor Death Case ) से आधा दर्जन से अधिक लोगों की मौत के बाद राजनीतिक सरगर्मी भी अब तेज हो गई है. विपक्षी पार्टी द्वारा कई सवाल उठाए जा रहे हैं लेकिन अब एनडीए ( NDA ) के प्रमुख घटक दल बीजेपी सांसद ने भी सवाल खड़ा कर दिया है.
मुजफ्फरपुर से बीजेपी सांसद अजय निषाद ने कहा है कि यह कैसी शराबबंदी है? उन्होंने कहा कि जब तक नीतीश सरकार, जो सफेदपोश लोग पर्दे के पीछे से अपना काला कारोबार चलाते हैं, उन पर नकेल नहीं करेगी, तब तक कोई उपाय नहीं है.
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उन्होंने कहा कि गठबंधन में हमारी सरकार है, इसलिए हमलोग असहज हो जाते हैं. बीजेपी सांसद ने कहा कि जहरीली शराब से मौत के बाद देश में भी बिहार का नाम बदनाम होता है. उन्होंने कहा कि बिहार पुलिस के भरोसे पूर्ण शराबबंदी नहीं हो सकती क्योंकि पहले से ही पुलिस पर बहुत ज्यादा लोड है और इस शराबबंदी को सफल कराने का जवाबदेही उन्हें दिया जाए, तो यह नामुमकिन है.
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बता दें कि गुरुवार ( 25 अक्टूबर ) की देर रात सरैया थाना क्षेत्र के रेपुरा-रुपौली गांव में सात लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. फिलहाल इस मामले की जांच जारी है. एफएसएल (FSL) की टीम ने भी सैंपल लिया है. वहीं, इस मामले अब तक वार्ड सदस्य समेत तीन लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. अन्य आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी जारी है.