कटिहार: बिहार सरकार में बीजेपी कोटे के मंत्री विनोद सिंह का सोमवार को निधन हो गया. दिल्ली के मेंदाता अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. ब्रेन हेमरेज के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. विनोद सिंह पिछड़ा और अति पिछड़ा कल्याण विभाग के मंत्री थे. उनके निधन के बाद पूरे जिले में शोक की लहर है और उनके पैतृक आवास मनसाही प्रखंड के बथनाहा गांव मे लोग उनके परिजनों को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं.
दिवंगत विनोद सिंह का हम सब के बीच से चले जाना कटिहार नहीं, बल्कि पूरे सीमांचल के लिए अपूरणीय क्षति है. उनकी खासियत थी कि वह बेबाक बोलते थे और हमेशा हम लोगों के प्रति उनका स्नेह और प्यार बना रहता था. विद्यार्थी परिषद और युवा मोर्चा में हम सभी मिलकर एक साथ काम किए थे और भारतीय जनता पार्टी से प्राणपुर जैसे विधानसभा क्षेत्र से जीतकर बीजेपी का परचम
लहराया था- तारकिशोर प्रसाद, विधायक
बता दें कि मंत्री विनोद कुमार सिंह बीजेपी के बड़े नेता माने जाते थे और सीमांचल में इनकी पकड़ बहुत मजबूत थी. विनोद सिंह अपनी बेबाक बोली के लिए जाने जाते थे.
2017 में बने मंत्री
2017 में नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी के बाद फिर से एनडीए सरकार बनने पर तो विनोद सिंह को पहले खान एवं भूतत्व विभाग का मंत्री बनाया गया था. बाद में उनको पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण विभाग का मंत्री बना दिया गया.
कटिहार में होगा अंतिम संस्कार
विनोद सिंह के पार्थिव शरीर को सोमवार देर शाम दिल्ली से पटना ले जाया जायेगा. मंगलवार को उनके पार्थिव शरीर को कटिहार ले जाया जायेगा जहां उनका अंतिम संस्कार होगा.
जमीन से जुड़े नेता रहे विनोद सिंह
विनोद सिंह 2000 में पहली बार विधायक बने थे. 2015 विधानसभा चुनाव में भी जीते थे. 2017 में उन्हें पहली बार मंत्री बनने का मौका मिला. जमीन से जुड़े नेता माने जाते थे जो हमेशा कार्यकर्ताओं और जनता के बीच रहते थे