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गया: वार्ड सदस्य की आहर में डूबने से मौत, गोताखोरों ने 14 घंटे बाद निकाला शव

गया में शौच के लिए गए वार्ड सदस्य की आहर में डूबने से मौत हो गई, शव को 14 घंटे के बाद गोताखोरों ने बाहर निकाला. घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. पुलिस घटना स्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल भेज दिया है.

वार्ड सदस्य की आहर में डूबने से मौत
वार्ड सदस्य की आहर में डूबने से मौत
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Published : Aug 28, 2021, 7:17 AM IST

गया: बिहार के गया जिले में एक वार्ड सदस्य (Ward Member) की आहर में डूबने से मौत (Die Due To Drowning) हो गई. गोताखोरों (Divers) के सहयोग से 14 घंटे बाद शव को खोज कर निकाला गया (Dead Body Found). गांव के बगल के आहर में वार्ड सदस्य शौच के लिए गया हुआ था. उसी दौरान अचानक उनका पैर फिसल गया, जिससे आहर में डूबने से उसकी मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल भेज दिया है.

ये भी पढ़ें- सारण: पानापुर में मंडराने लगा चौथी बार बाढ़ का खतरा, प्रशासन ने लोगों को सचेत रहने की दी सलाह

घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. मामला जिले के बांके बाजार थाना अंतर्गत बिशनपुर गांव का है गोताखोरों के सहयोग से 14 घंटे बाद 55 वर्षीय वार्ड सदस्य मिथलेश प्रसाद का शव खोज कर निकाला गया.

देखें वीडियो

ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार की शाम गांव के बगल के आहर में मिथलेश प्रसाद शौच के लिए गए हुए थे. उसी दौरान अचानक उनका पैर फिसल गया, जिससे वह आहर में गिर गए. प्रशासन और ग्रामीणों के सहयोग से गोताखोरों को बुलाया गया. 14 घंटा बीतने के बाद गोताखोरों के सहयोग से जाल के द्वारा शुक्रवार की सुबह शव को निकाला गया.

ये भी पढ़ें- आप जानते हैं, फरक्का बांध और बराज डूबोते हैं बिहार ?

आसपास के लोग शव को देखने के लिए काफी संख्या में एकत्रित हो गए. बांके बाजार थाना अध्यक्ष कुमार सौरभ ने घटना स्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए गया के मगध मेडिकल भेज दिया है. बताते चलें कि भारी भारिश से कई जगहों पर छोटे-छोटे गड्डों के साथ-साथ आहर में पानी भर जाने से अक्सर लोगों की डूबने से मौत हो जा रही है.

वहीं बिहार में बाढ़ (Flood) का कहर जारी है. कई नदियां अभी भी खतरे के निशान (Danger Mark) से ऊपर है. केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) के अनुसार पटना जिले के गांधी घाट में गंगा नदी का जलस्तर 32 सेंटीमीटर नीचे है. जबकि हाथीदह में भी गंगा का जलस्तर 29 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 8 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है.

ये भी पढ़ें- भागलपुर बाढ़ राहत शिविर में पशुओं को नहीं मिल रहा चारा, अब तक 6 मवेशियों की मौत

केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक मुंगेर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 100 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में 6 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है. भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे. भागलपुर के कहलगांव में 61 सेंटीमीटर ऊपर है और साहिबगंज में 89 सेंटीमीटर ऊपर है. फरक्का में ही गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और सभी स्थानों पर जल स्तर में कमी होने की संभावना है.

ये भी पढ़ें- भागलपुर: सामुदायिक किचन का संचालन कर बाढ़ पीड़ितों को खिलाया जा रहा भोजन, 750 परिवार लिए हुए हैं शरण

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गया: बिहार के गया जिले में एक वार्ड सदस्य (Ward Member) की आहर में डूबने से मौत (Die Due To Drowning) हो गई. गोताखोरों (Divers) के सहयोग से 14 घंटे बाद शव को खोज कर निकाला गया (Dead Body Found). गांव के बगल के आहर में वार्ड सदस्य शौच के लिए गया हुआ था. उसी दौरान अचानक उनका पैर फिसल गया, जिससे आहर में डूबने से उसकी मौत हो गई. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल भेज दिया है.

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घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. मामला जिले के बांके बाजार थाना अंतर्गत बिशनपुर गांव का है गोताखोरों के सहयोग से 14 घंटे बाद 55 वर्षीय वार्ड सदस्य मिथलेश प्रसाद का शव खोज कर निकाला गया.

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ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार की शाम गांव के बगल के आहर में मिथलेश प्रसाद शौच के लिए गए हुए थे. उसी दौरान अचानक उनका पैर फिसल गया, जिससे वह आहर में गिर गए. प्रशासन और ग्रामीणों के सहयोग से गोताखोरों को बुलाया गया. 14 घंटा बीतने के बाद गोताखोरों के सहयोग से जाल के द्वारा शुक्रवार की सुबह शव को निकाला गया.

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आसपास के लोग शव को देखने के लिए काफी संख्या में एकत्रित हो गए. बांके बाजार थाना अध्यक्ष कुमार सौरभ ने घटना स्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए गया के मगध मेडिकल भेज दिया है. बताते चलें कि भारी भारिश से कई जगहों पर छोटे-छोटे गड्डों के साथ-साथ आहर में पानी भर जाने से अक्सर लोगों की डूबने से मौत हो जा रही है.

वहीं बिहार में बाढ़ (Flood) का कहर जारी है. कई नदियां अभी भी खतरे के निशान (Danger Mark) से ऊपर है. केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) के अनुसार पटना जिले के गांधी घाट में गंगा नदी का जलस्तर 32 सेंटीमीटर नीचे है. जबकि हाथीदह में भी गंगा का जलस्तर 29 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 8 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है.

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केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक मुंगेर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 100 सेंटीमीटर नीचे है. इसके जलस्तर में 6 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है. भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे. भागलपुर के कहलगांव में 61 सेंटीमीटर ऊपर है और साहिबगंज में 89 सेंटीमीटर ऊपर है. फरक्का में ही गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और सभी स्थानों पर जल स्तर में कमी होने की संभावना है.

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