गया: लॉक डाउन के कारण देश के विभिन्न राज्यों से मजदूरों का पलायन जारी है. इसी दौरान जिले के आसपास रहने वाले मजदूर भी सैकड़ों की संख्या में गया पहुंच रहे हैं. इन मजदूरों के लिए बोधगया के निगमा मॉनेस्ट्री में आपदा राहत कैंप बनाया गया है. यहां मजदूरों के थर्मल स्क्रीनिंग और भोजन की व्यवस्था की गई है. जांच के बाद ही मजदूरों को सरकारी वाहनों से उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है.
मजदूरों की थर्मल स्क्रीनिंग, भोजन और घर तक पहुंचाने की व्यवस्था
बोधगया आपदा राहत कैंप में पहुंचे बेगूसराय जिला निवासी मजदूर सुधीर यादव ने कहा कि उनके साथ लगभग 80 मजदूर दिल्ली से पैदल ही अपने घर जाने के लिए रवाना हुए. 4 दिनों की पैदल यात्रा के बाद वे बोधगया पहुंचे. यहां प्रशासन ने उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की और खाने-पीने की व्यवस्था भी की है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने घरों तक ले जाने के लिए वाहनो की व्यवस्था करने का आश्वासन दिया गया है. अगर फिर भी वाहन नहीं मिलता है तो हम पैदल ही अपने घरों तक जाएंगे.
अबतक लगभग 4 सौ मजदूरों की हुई स्क्रीनिंग
वहीं बोधगया के प्रखंड विकास पदाधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि रविवार से बोधगया में आपदा राहत केंद्र शुरू किया गया है. अबतक लगभग 4 सौ मजदूरों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है. साथ ही वाहन से उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था भी की गई है. अभी भी जो मजदूर आ रहे उनकी थर्मल स्क्रीन के बाद ही उन्हें उनके घर तक पहुंचाया जा रहा है. मुख्य रूप से दिल्ली, हरियाणा, चंडीगढ़ एवं कोलकाता से मजदूरों का आना जारी है. उन्होंने कहा कि जब तक लॉक डाउन रहेगा, तब तक मजदूरों बाहर से आने वाले मजदूरों के लिए आपदा राहत कैम्प चालू रहेगा.