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विजयदशमी पर राजनाथ ने की शस्त्र पूजा, बोले-जरूरत पड़ी तो पूरी ताकत से हथियारों का प्रयोग करेंगे

Defence Minister Rajnath Singh, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विजयदशमी पर शस्त्र पूजा की. साथ ही कहा कि जरूरत पड़ी तो पूरी ताकत से हथियारों का प्रयोग करेंगे.

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By PTI

Published : 2 hours ago

Defence Minister Rajnath Singh addressed the gathering and performed Shastra Puja
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संबोधित करने के साथ शस्त्र पूजा की (X @rajnathsingh)

नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि भारत ने कभी किसी देश पर घृणा या द्वेष ​​के कारण आक्रमण नहीं किया, लेकिन यदि इसके हितों को खतरा हुआ तो हम बड़ा कदम उठाने में भी संकोच नहीं करेंगे. विजयादशमी के अवसर पर सिंह ने पश्चिम बंगाल के सुकना सैन्य स्टेशन पर ‘शस्त्र पूजा’ की. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह अनुष्ठान एक ‘स्पष्ट संकेत है कि यदि जरूरत हुई तो हथियारों व उपकरणों का पूरी ताकत से उपयोग किया जाएगा.'

बता दें कि सुकना स्थित 33 कोर को ‘त्रिशक्ति’ कोर के नाम से जाना जाता है. यह सिक्किम सेक्टर में चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है. वहीं रक्षा मंत्रालय ने अपने एक बयान में रक्षामंत्री के हवाले से कहा, 'भारत ने कभी भी किसी देश पर घृणा या बुरी नीयत की वजह से हमला नहीं किया. हम तभी लड़ते हैं जब कोई हमारी अखंडता और संप्रभुता का अपमान करता है या फिर उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है. उन्होंने कहा कि जब धर्म, सत्य और मानवीय मूल्यों के विरूद्ध युद्ध छेड़ा जाता है, यही हमें विरासत में मिला है. हम इस विरासत को संरक्षित करना जारी रखेंगे.

रक्षामंत्री ने कहा कि यदि हमारे हितों को खतरा होता है तो हम बड़ा कदम उठाने में संकोच नहीं करेंगे. शस्त्र पूजा इस बात का एक स्पष्ट संकेत है कि अदि जरूरत हुई तो हथियारों, उपकरणों का पूरी ताकत से इस्तेमाल किया जाएगा.

इससे पहले रक्षा मंत्री ने ‘एक्स’ पर इस अनुष्ठान की तस्वीरें साझा कीं. इस संबंध में उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि भारत में विजयादशमी के अवसर पर शस्त्र पूजन की बड़ी पुरानी परंपरा रही है. आज सुकना, दार्जिलिंग में 33 कोर हेडक्वार्टरस में की शस्त्र पूजा.

गौरतलब है कि विजया दशमी नवरात्र के समापन का प्रतीक है और इसे दशहरा के त्योहार के रूप में मनाया जाता है. वहीं रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सेना में यह महत्वपूर्ण समारोह ‘शस्त्र पूजा’ राष्ट्र की संप्रभुता के रक्षक के रूप में हथियारों के प्रति सम्मान का प्रतीक है.

कार्यक्रम में थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, मनोनीत रक्षा सचिव आरके सिंह, पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राम चंद्र तिवारी, सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन, त्रिशक्ति कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल जुबिन ए मिनवाला और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. इससे पहले रक्षा मंत्री ने ‘कलश पूजा’ के साथ अनुष्ठान की शुरुआत की, जिसके बाद ‘शस्त्र पूजा’ और ‘वाहन पूजा’ की गई. सिंह ने सुकना सैन्य स्टेशन पर सैनिकों से भी बातचीत की.

ये भी पढ़ें - पाकिस्तान से दोस्ताना संबंध होते तो IMF से बड़ा राहत पैकेज देता भारत : राजनाथ

नई दिल्ली : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कहा कि भारत ने कभी किसी देश पर घृणा या द्वेष ​​के कारण आक्रमण नहीं किया, लेकिन यदि इसके हितों को खतरा हुआ तो हम बड़ा कदम उठाने में भी संकोच नहीं करेंगे. विजयादशमी के अवसर पर सिंह ने पश्चिम बंगाल के सुकना सैन्य स्टेशन पर ‘शस्त्र पूजा’ की. इस दौरान उन्होंने कहा कि यह अनुष्ठान एक ‘स्पष्ट संकेत है कि यदि जरूरत हुई तो हथियारों व उपकरणों का पूरी ताकत से उपयोग किया जाएगा.'

बता दें कि सुकना स्थित 33 कोर को ‘त्रिशक्ति’ कोर के नाम से जाना जाता है. यह सिक्किम सेक्टर में चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है. वहीं रक्षा मंत्रालय ने अपने एक बयान में रक्षामंत्री के हवाले से कहा, 'भारत ने कभी भी किसी देश पर घृणा या बुरी नीयत की वजह से हमला नहीं किया. हम तभी लड़ते हैं जब कोई हमारी अखंडता और संप्रभुता का अपमान करता है या फिर उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है. उन्होंने कहा कि जब धर्म, सत्य और मानवीय मूल्यों के विरूद्ध युद्ध छेड़ा जाता है, यही हमें विरासत में मिला है. हम इस विरासत को संरक्षित करना जारी रखेंगे.

रक्षामंत्री ने कहा कि यदि हमारे हितों को खतरा होता है तो हम बड़ा कदम उठाने में संकोच नहीं करेंगे. शस्त्र पूजा इस बात का एक स्पष्ट संकेत है कि अदि जरूरत हुई तो हथियारों, उपकरणों का पूरी ताकत से इस्तेमाल किया जाएगा.

इससे पहले रक्षा मंत्री ने ‘एक्स’ पर इस अनुष्ठान की तस्वीरें साझा कीं. इस संबंध में उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा कि भारत में विजयादशमी के अवसर पर शस्त्र पूजन की बड़ी पुरानी परंपरा रही है. आज सुकना, दार्जिलिंग में 33 कोर हेडक्वार्टरस में की शस्त्र पूजा.

गौरतलब है कि विजया दशमी नवरात्र के समापन का प्रतीक है और इसे दशहरा के त्योहार के रूप में मनाया जाता है. वहीं रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सेना में यह महत्वपूर्ण समारोह ‘शस्त्र पूजा’ राष्ट्र की संप्रभुता के रक्षक के रूप में हथियारों के प्रति सम्मान का प्रतीक है.

कार्यक्रम में थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी, मनोनीत रक्षा सचिव आरके सिंह, पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल राम चंद्र तिवारी, सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन, त्रिशक्ति कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल जुबिन ए मिनवाला और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. इससे पहले रक्षा मंत्री ने ‘कलश पूजा’ के साथ अनुष्ठान की शुरुआत की, जिसके बाद ‘शस्त्र पूजा’ और ‘वाहन पूजा’ की गई. सिंह ने सुकना सैन्य स्टेशन पर सैनिकों से भी बातचीत की.

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