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गया में महिलाओं ने किया करवा चौथ, पति की लंबी अयु के लिए भगवान से की प्रार्थना - etv bharat news

गया में पंजाबी महिलाओं ने करवा चौथ व्रत धूमधाम से (Punjabi Women Celebrated Karva Chauth) मनाया. सुहागिन महिलाएं इस दिन पति की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए कामना करती हैं. जिन विवाहिताओं का इस बार पहली बार करवाचौथ था. वो व्रत नहीं रख सकीं. इसकी वजह शुक्र ग्रह का अस्त होना है, जो पहले से व्रत रखती चली आ रही हैं, उन्हें कोई दिक्कत नहीं हुआ. पढे़ं पूरी खबर..

गया में पंजाबी महिलाओं ने मनाया करवा चौथ
गया में पंजाबी महिलाओं ने मनाया करवा चौथ
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Published : Oct 13, 2022, 10:13 PM IST

गया: बिहार के गया में पंजाबी समाज की महिलाओं (Women Of Punjabi Society In Gaya) ने करवा चौथ व्रत किया. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. इस दिन का इंतजार सुहागिन महिलाएं को रहता है. वहीं, इस दिन पति की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और सुखी वैवाहिक जीवन की वो कामना करती हैं. पंजाबी समुदाय की महिलाओं ने करवा चौथ रखा. एक साथ बैठकर महिलाओं ने पूजा-अर्चना किया. सभी महिलाएं अच्छे परिधान में दिख रही थीं. गया शहर के सिविल लाइन थाना के समीप नूर कंपाउंड में पंजाबी समाज की महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु की कामना के लिए करवा चौथ का व्रत रखा.

ये भी पढ़ें- करवा चौथ पर जेल में बंद सुहागिनों ने मांगी पति की लंबी आयु, प्रशासन ने की पूरी व्यवस्था

पंजाबी महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखा : सुबह से ही निर्जला व्रत रखकर रात में चांद देखने के बाद वह अपने पति के हाथों पानी पीकर इस व्रत को तोड़ी. सुहागिन महीलाओं को इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है. करवा चौथ कर रही महिलाओं ने बताया कि आज के दिन हम लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है. करवा चौथ अपने पति की लंबी आयु, सुख-शांति की कामना के लिए किया जाता है. गौरतलब है कि सुहाग की लंबी उम्र की कामना के लिए गुरुवार को करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं ने रखा. इस कठिन व्रत को रखने के बाद रात में चंद्र दर्शन कर चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रती महिलाएं अपने इस व्रत को पूर्ण कीं.

धूमधाम से मनाया गया करवा चौथ : श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य पंडित प्रसाद दीक्षित के अनुसार, जिन विवाहिताओं का इस बार पहली बार करवाचौथ है. वह व्रत नहीं रख सकेंगी. इसकी वजह शुक्र ग्रह का अस्त होना है, जो पहले से व्रत रखती चली आ रही हैं. उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. इस बार करवाचौथ पर कृतिका नक्षत्र और सिद्धि योग का दुर्लभ संयोग बनने से इसकी महत्ता और भी बढ़ गई थी. विवाहिताओं ने आज भगवान शंकर-पार्वती के साथ ही श्रीगणेश, कार्तिकेय और चंद्रमा की विधि-विधान से पूजा कर उनकी कथा सुनी.

गया: बिहार के गया में पंजाबी समाज की महिलाओं (Women Of Punjabi Society In Gaya) ने करवा चौथ व्रत किया. कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत रखा जाता है. इस दिन का इंतजार सुहागिन महिलाएं को रहता है. वहीं, इस दिन पति की लंबी आयु, अच्छे स्वास्थ्य और सुखी वैवाहिक जीवन की वो कामना करती हैं. पंजाबी समुदाय की महिलाओं ने करवा चौथ रखा. एक साथ बैठकर महिलाओं ने पूजा-अर्चना किया. सभी महिलाएं अच्छे परिधान में दिख रही थीं. गया शहर के सिविल लाइन थाना के समीप नूर कंपाउंड में पंजाबी समाज की महिलाओं ने अपने पति की लंबी आयु की कामना के लिए करवा चौथ का व्रत रखा.

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पंजाबी महिलाओं ने करवा चौथ का व्रत रखा : सुबह से ही निर्जला व्रत रखकर रात में चांद देखने के बाद वह अपने पति के हाथों पानी पीकर इस व्रत को तोड़ी. सुहागिन महीलाओं को इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है. करवा चौथ कर रही महिलाओं ने बताया कि आज के दिन हम लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है. करवा चौथ अपने पति की लंबी आयु, सुख-शांति की कामना के लिए किया जाता है. गौरतलब है कि सुहाग की लंबी उम्र की कामना के लिए गुरुवार को करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिलाओं ने रखा. इस कठिन व्रत को रखने के बाद रात में चंद्र दर्शन कर चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रती महिलाएं अपने इस व्रत को पूर्ण कीं.

धूमधाम से मनाया गया करवा चौथ : श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर न्यास के सदस्य पंडित प्रसाद दीक्षित के अनुसार, जिन विवाहिताओं का इस बार पहली बार करवाचौथ है. वह व्रत नहीं रख सकेंगी. इसकी वजह शुक्र ग्रह का अस्त होना है, जो पहले से व्रत रखती चली आ रही हैं. उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. इस बार करवाचौथ पर कृतिका नक्षत्र और सिद्धि योग का दुर्लभ संयोग बनने से इसकी महत्ता और भी बढ़ गई थी. विवाहिताओं ने आज भगवान शंकर-पार्वती के साथ ही श्रीगणेश, कार्तिकेय और चंद्रमा की विधि-विधान से पूजा कर उनकी कथा सुनी.

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