गया: बिहार के बोधगया में गुजरात के भंसाली ट्रस्ट (Bhansali Trust of Gujarat) द्वारा इस साल भी नेत्र कैंप लगाया (Free Eye Medical Camp Started In Bodh Gaya) गया है. जिसमें करीब 28 हजार गरीब नेत्र विकार से ग्रसित लोगों का ऑपरेशन होगा. वर्ष 1987 से इस प्रकार नेत्र कैंप गुजरात के भंसाली ट्रस्ट द्वारा लगाया जाता है. हर साल नेत्र शिविर लगाया जाता है. यह नेत्र शिविर हर साल लगाया जाता है. बोधगया के समन्वय आश्रम परिसर में इस वर्ष 8 अक्टूबर से नेत्र शिविर आयोजित किया गया है. इसमें 28 हजार आंख के मरीजों का इलाज और मुफ्त ऑपरेशन किया जाएगा. वहीं उनके रहने, खाने व ठहरने की व्यवस्था भी नि:शुल्क रहती है.
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वरदान बना है इस तरह का कैंप: भंसाली ट्रस्ट लगातार इस तरह के नेत्र कैंप लाकर गरीब लोगों को लाभ दे रहा है. गरीब तबके के अलावे मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए भी वरदान बना हुआ है. इस नेत्र शिविर में देश भर से नेत्र विशेषज्ञ चिकित्सक अपना योगदान देते हैं. वही ज्यादातर चिकित्सक गुजरात से रहते हैं. मरीजों को लाने के लिए सुविधा भी दी जाती है. वाहन उपलब्ध कराया जाता है. बड़ी बात यह है कि शिविर में आंंख के मरीजों को लाने के लिए भंसाली ट्रस्ट की टीम काफी सक्रिय रहती है और निस्वार्थ भावना से खास करके गरीब तबके के आंखों के मरीजों की तलाश करते हैं.
बिहार और झारखंड से आते हैं लोग: इस नेत्र शिविर में बिहार-झारखंड के कई जिलों से लोग आते हैं. गया के बोधगया में लगने वाले इस नेत्र शिविर में झारखंड के चतरा, हजारीबाग, बिहार के गया, नवादा औरंगाबाद, जहानाबाद, पटना, सासाराम, कैमूर समेत अन्य जिलों से मरीज आते हैं. वहीं नेत्र के वैसे रोगियों जिन्हें ऑपरेशन की जरूरत नहीं है. उनका इलाज कर नि:शुल्क दवा दी जाती है.
1987 से चल रही है यह सेवा भावना: भंसाली ट्रस्ट द्वारा 1987 से गया के बोधगया में इस तरह का शिविर लगाया जा रहा है, जिसमें अब तक 7 लाख से अधिक मरीजों का सफल ऑपरेशन किया जा चुका है. इसमें 1 हजार से अधिक जन्मांध बच्चे भी शामिल हैं. बड़ी बात यह है कि गुजरात के भंलाली ट्रस्ट के द्वारा यह सब नि:शुल्क किया जाता है.
25 सर्जन की टीम कर रही है काम: इस संबंध में बोधगया में लगे नेत्र शिविर के मैनेजर तनय सिंह सोड्डा ने बताया कि इस साल 8 से 21 अक्टूबर तक नेत्र कैंप चलेगा. वहीं 29 अक्टूबर से 17 नवंबर तक भी आंखों की विभिन्न बीमारियों का ऑपरेशन किया जाएगा. गुजरात से 200 लोग आए हैं. वहीं 500 लोग यहां से इस कार्य के लिए लगाए गए हैं. 25 सर्जन की टीम काम कर रही है. 25 से 27 हजार मरीजों के आंख का ऑपरेशन किया जाएगा. हर मरीज का ऑपरेशन नि:शुल्क होगा. इसके अलावा ठहरने, खाने व रहने की व्यवस्था भी निशुल्क है. दवा भी नि:शुल्क दिया जाता है. गरीबों के लौटने के समय किराया, वस्त्र, चादर भी दिया जाता है. वर्ष 1987 से ऐसा हो रहा है.
"इस साल 8 से 21 अक्टूबर तक नेत्र कैंप चलेगा. वहीं 29 अक्टूबर से 17 नवंबर तक भी आंखों की विभिन्न बीमारियों का ऑपरेशन किया जाएगा. गुजरात से 200 लोग आए हैं. वहीं 500 लोग यहां से इस कार्य के लिए लगाए गए हैं. 25 सर्जन की टीम काम कर रही है. 25 से 27 हजार मरीजों के आंख का ऑपरेशन किया जाएगा. हर मरीज का ऑपरेशन नि:शुल्क होगा. इसके अलावा ठहरने, खाने व रहने की व्यवस्था भी निशुल्क है. दवा भी नि:शुल्क दिया जाता है." - तनय सिंह सोडा, मैनेजर आई कैंप बोधगया.
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