गया: बिहार के गया में बीते 23 अप्रैल को गैस लीकेज से आगलगी (Fire Due To Gas Leakage) की घटना हुई थी. इसमें चार छात्र बुरी तरह से झुलस गए थे. इनमें से तीन छात्रों की पहले ही मौत हो चुकी है. अब चौथे छात्र की भी इलाज के दौरान मौत (Fourth Student Died in Fire Incident) हो गई. सभी को इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, किंतु एक के बाद एक कर चारों की कुछ दिनों के अंतराल पर मौत होती चली गई. सभी छात्र एक ही गांव के निवासी थे.
यह भी पढ़ें: गया में कंस्ट्रक्शन कंपनी के डंपिंग सेंटर में भीषण आग, शोलों में घिर गया पूरा इलाका
गौरतलब है कि बीते 23 अप्रैल को डेल्हा थाना क्षेत्र के डेल्हा मोहल्ले में गैस लीकेज से आगलगी की घटना हुई थी. इसमें 4 युवक बुरी तरह झुलस गए थे. सभी यहां किराए के मकान में रह कर पढ़ाई करते थे. सभी को गंभीर स्थिति में इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां कुछ दिन के अंतराल पर तीन छात्रों की मौत हो गई. एक छात्र जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा था, लेकिन गुरूवार को उसने भी दम तोड़ दिया. मौत होने की खबर परिजनों के बीच पहुंचते ही उनमें चीत्कार मच गया.
परिजनों ने किया अंतिम संस्कार: जानकारी के मुताबिक घटना में मृत चौथा छात्र नीतीश कुमार डोभी थाना के घोंंघवा गांव का रहने वाला था. मौत होने के बाद परिजनों ने शव को गांव पर लाकर अंतिम संस्कार किया. मृत सभी छात्र एक ही गांव के रहने वाले थे. सभी एक साथ एक कमरे में रहकर इंटर व मैट्रिक की पढ़ाई करते थे. सभी की उम्र करीब 16 से 18 वर्ष के बीच थी. मृतक के परिजन बताते हैं कि डेल्हा पर दिनेश राव के किराए के मकान में रहकर सभी पढ़ाई करते थे. इसी दौरान आग लगने से चारों बुरी तरह झुलस गए थे.
12 दिन के अंदर चौथी मौत: गैस लीक से आगलगी की घटना का शिकार होने के बाद सबसे पहले अस्पताल में राजेन्द्र प्रसाद के पुत्र टिंकू कुमार की मौत हुई. इसके बाद 12 दिनों के अंदर शेष तीनों छात्रों की मौत हो गई. जिसमें सुनील सिंह का पुत्र सत्यम कुमार, प्रदीप तांती का पुत्र रंजीत कुमार, सुरेश प्रसाद का पुत्र नीतीश कुमार शामिल है. इसमे टिंकू, सत्यम और नीतीश एक परिवार के सदस्य थे. चारों की मौत होने के बाद डोभी थाना के घोंघवा गांव में मातम का माहौल बना हुआ है.
यह भी पढ़ें: मुजफ्फरपुर में धू-धूकर जलने लगी कार, लोगों ने गाड़ी से कूदकर बचाई जान
थानाध्यक्ष को जानकारी नहीं: इस संबंध में डेल्हा थानाध्यक्ष बबन बैठा (SHO Baban Baitha) ने बताया है कि एक और छात्र की मौत होने की अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है. उन्होंने बताया कि गैसलीक से आगलगी की घटना 15 दिन पहले हुई थी. जिसमें तीन छात्रों की मौत इलाज के क्रम में हो गई है. फिलहाल चौथे छात्र की मौत के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चौथे छात्र का इलाज चल रहा था.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP