गया: शहर के प्राचीन दुर्गा बाड़ी पूजा समिति प्रांगण में सप्तमी से मां दुर्गा (Lord Durga Worship) की विधिवत पूजा शुरू हो गया है. महिलाएं माता के भोग के लिए प्रसाद तैयार करने में जुटी हैं. वहीं, विद्वान पुरोहितों के द्वारा माता की पूजा विधि-विधान से की जा रही है. कई घंटों तक चलने वाली इस अनुष्ठान के बाद भोग लगाया जाएगा. इसके बाद श्रद्धालुओं और भक्तों के बीच प्रसाद का वितरण किया जाएगा.
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आयोजन कमेटी की सदस्य हैप्पी चक्रवर्ती ने बताया कि कोविड-19 को लेकर सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पूजा कमेटी पूरी तरह से पालन कर रही है. साथ ही लोगों से कोविड प्रोटोकॉल के तहत पूजा अर्चना करने की अपील की जा रही है. उन्होंने बताया कि दुर्गा पूजा अनुष्ठान का आदेश मिलने से वे काफी खुश हैं.
"कोविड-19 के मद्देनजर इस बार भी भंडारे का आयोजन नहीं किया गया है लेकिन प्रसाद बांटे जाएंगे. श्रद्धालुओं की संख्या तो वैसे भी पहले की तुलना में काफी कम है. मां दुर्गा की पूजा हम लोग पूरे विधि-विधान और परंपरिक तरीके से कर रहे हैं."- हैप्पी चक्रवर्ती, सदस्य, आयोजन समिति
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अमरनाथ चटर्जी बताते हैं कि विगत 90 वर्षों से दुर्गा बाड़ी में पूजा का आयोजन होते आ रहा है. पूरे विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा समाज के लोगों द्वारा की जाती है. जिसमें गया शहर के विभिन्न समाज के लोग भी शामिल होते हैं. लेकिन इस बार कोविड-19 को देखते हुए लोगों की संख्या सीमित रखी गई है. मां की पूजा के बाद आज से प्रसाद के रूप में भोग का वितरण किया जाएगा.