दरभंगा: गिनती के कुछ कल-कारखानों वाला राज्य बिहार वायु प्रदूषण (Air Pollution in Bihar ) के मामले में औद्योगिकरण में अव्वल हरियाणा जैसे राज्यों से टक्कर ले रहा है. वायु प्रदूषण के मामले में बिहार का दरभंगा शहर राज्य में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है. मंगलवार 14 दिसंबर को दरभंगा का एयर क्वालिटी इंडेक्स 376 पर था, जो प्रदूषण के मामले में बेहद खतरनाक माना जाता है.
देश के 21 सबसे प्रदूषित शहरों में अकेले बिहार के 13 शहर शामिल हैं, जिनमें बिहार शरीफ देश में हरियाणा के पानीपत के साथ 412 एयर क्वालिटी इंडेक्स के साथ अव्वल नंबर पर था. ये बेहद खतरनाक है. इसको लेकर चिंता जताई जा रही है.
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राज्य सरकार और जिला प्रशासन की ओर से प्रदूषण मुक्त शहर और गांव के लिए कई अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन इसका असर होता नहीं दिख रहा है. लाख कोशिशों के बावजूद दरभंगा जिले में लोग खेतों में पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे हैं. दरभंगा में वायु प्रदूषण का आलम यह है कि सांस लेने में दिक्कत के कारण लोग सड़कों पर चलने में परेशानी महसूस कर रहे हैं.
स्थानीय सुलोचना कुमारी ने बताया कि वे किसी काम से शहर के दिल्ली मोड़ के पास ऑटो का इंतजार कर रही है. धूल और धुआं की वजह से सड़क पर खड़े रहकर सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार को वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए कदम उठाना चाहिए. साथ ही लोगों को भी जागरूक होना चाहिए. उन्होंने कहा कि सड़क पर जब भी चलें तो मास्क लगा कर चलें, नहीं तो बीमार पड़ने का खतरा रहेगा.
वहीं, ट्रैफिक कंट्रोल ड्यूटी पर तैनात सदर थाने के एएसआई सतीश कुमार ने कहा कि वे लोग हर दिन 8 घंटे ड्यूटी करते हैं. इस दौरान गाड़ियों के धुएं और धूल की वजह से काफी परेशानी होती है. उन्होंने कहा कि आम लोगों को सरकार की गाइडलाइन के अनुसार वाहन चलाना चाहिए. पुरानी आउटडेटेड गाड़ियों को नहीं चलाना चाहिए. इससे वायु प्रदूषण पर नियंत्रण होगा.
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