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अच्छी खबर: 100 साल से भी पुराना ऐतिहासिक TNB कॉलेज भवन 'हेरिटेज बिल्डिंग' में होगा शामिल - लंगट सिंह कॉलेज

बिहार के भागलपुर का टीएनबी कॉलेज (TNB College Bhagalpur) भवन हेरिटेज बिल्डिंग में शामिल होगा. इसे लेकर सरकार के स्तर से कवायद शुरू कर दी गई है. वहीं हेरिटेज बिल्डिंग को लेकर कॉलेज की ओर से भी सारी प्रक्रियाएं पूरी हो चुकी है. हेरिटेज बिल्डिंग में शामिल होने से कॉलेज ऑटोनॉमस होने की दिशा में भी आगे बढ़ेगा. पढ़ें पूरी रिपोर्ट

TNB College Bhagalpur
TNB College Bhagalpur
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Published : Sep 11, 2021, 4:16 PM IST

भागलपुर: भागलपुर का ऐतिहासिक तेज नारायण बनैली महाविद्यालय (टीएनबी कॉलेज) भवन हेरिटेज बिल्डिंग (Heritage Building) में शामिल होगा. इसके लिए सरकारी स्तर पर कवायद शुरू हो गई है. इस सूची में टीएनबी कॉलेज के अलावा मुजफ्फरपुर के लंगट सिंह कॉलेज (Langat Singh College) का भी नाम है.

यह भी पढ़ें- पटना IIT ने NIRF की रैंकिंग में बनाई जगह, प्रदेश के एक मात्र शिक्षण संस्थान को मिला 51वां स्थान

हेरिटेज बिल्डिंग घोषित करने के लिए कॉलेज स्तर से सारी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई हैं. बीते दिनों विधानसभा सत्र के दौरान कॉलेज को हेरिटेज बिल्डिंग में शामिल करने को लेकर विधानसभा में रामचंद्र पूर्वे ने भवन निर्माण मंत्री से सवाल पूछा था, जिसके बाद सरकार के स्तर से कार्रवाई शुरू हुई.

देखें वीडियो

सवाल पूछे जाने के बाद 20 अगस्त को भवन प्रमंडल के भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता इंजीनियर विनय कुमार सिंह ने टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य को पत्र भी भेजा था. टीएनबी कॉलेज से संबंधित दस्तावेजों की मांग की गई है, जिसे कॉलेज प्रशासन ने संबंधित विभाग को भेज दिया है.

इस दिशा में कार्रवाई भी शुरू हो गई है. बता दें कि हेरिटेज बिल्डिंग घोषित हो जाने के बाद टीएनबी कॉलेज भवन का संरक्षण सरकार के स्तर से होगा. जर्जर हो रही टीएनबी का ऐतिहासिक बिल्डिंग का जीर्णोद्धार होगा और इस भवन की देखरेख बिहार सरकार द्वारा किया जाएगा. किसी भी कॉलेज को ऑटोनॉमस होने के लिए उसकी बिल्डिंग को हेरिटेज होना जरूरी है. यदि ऐसा हो जाता है तो कॉलेज ऑटोनॉमस होने की दिशा में भी आगे बढ़ेगा. टीएनबी कॉलेज ऑटोनॉमस हो जाने के बाद विश्वविद्यालय केवल कॉलेज में परीक्षाओं का संकलन कराएगी. विद्यार्थियों को कॉलेज से सर्टिफिकेट मिलेगा.

बीते दिनों रामचंद्र पूर्वे ने हेरिटेज बिल्डिंग में शामिल करने को लेकर विधानसभा में प्रश्न पूछा था, उसके बाद अजीत शर्मा ने भी विधानसभा में बात को उठाई थी. जिसके बाद कुछ अधिकारी और इंजीनियर यहां आए थे. कोरोना के कारण मामला ठंडे बस्ते में चला गया था. लेकिन अभी हाल ही में फिर से भवन निर्माण के इंजीनियर का पत्र मिला है. पत्र के अनुसार उन्हें जवाब भी भेज दिया गया है.- डा. संजय चौधरी,प्राचार्य, टीएनबी कॉलेज

टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य डॉ .संजय चौधरी ने बताया कि टीएनबी कॉलेज भवन को हेरिटेज बिल्डिंग का दर्जा मिलने के बाद भवन का रखरखाव बिहार सरकार करेगी. उन्होंने कहा कि भवन का मेंटेनेंस कॉलेज के कोष से नहीं हो सकता है इसलिए बहुत जरूरी है कि हेरिटेज भवन में शामिल किया जाए. दरअसल 1993 तक सभी कॉलेज भवन का रखरखाव बिहार सरकार के पीडब्ल्यूडी द्वारा किया जाता था. लेकिन फिर बीच में इस सिस्टम को बंद कर दिया गया और कॉलेज भवन का रखरखाव कॉलेज कोष से होने लगा था.

कॉलेज बहुत पुराना है. कॉलेज का भवन, हॉस्टल, प्राचार्य आवास सहित सारा डिपार्टमेंट 100 साल से अधिक पुराना है. इसलिए आवश्यक है कि इस भवन को हेरिटेज में शामिल किया जाए. इससे ऑटोनॉमस होने की दिशा में भी हम लोग आगे बढ़ेंगे.-डा. संजय चौधरी,प्राचार्य, टीएनबी कॉलेज

कांग्रेस के सीएलपी लीडर अजीत शर्मा ने कहा कि कॉलेज भवन को हेरिटेज में घोषित करने को लेकर और भवन को सरकार द्वारा जीर्णोद्धार कराने को लेकर विधानसभा में प्रश्न उठाया था. उससे पहले माननीय विधायक रामचंद्र पूर्वे ने भी प्रश्न विधानसभा में पूछा था जिसके बाद भवन निर्माण विभाग द्वारा कार्रवाई शुरू की गई है.

हम लोगों की शुरू से ही मांग है कि जितने भी पुराने भवन हैं उसका रखरखाव सरकारी स्तर से हो. टीएनबी कॉलेज भवन 1800 ईस्वी में बनी है. ऐसा पुराना कॉलेज कहीं नहीं है. यहां से पढ़ कर कई लोग बड़े-बड़े पदों पर पहुंचे हैं. डॉ जगन्नाथ मिश्र यहां से पढ़कर बिहार के मुख्यमंत्री बने वर्तमान में कई मंत्री बने हुए हैं. बिहार के प्रमुख पार्टी के नेता यहां से पढ़ कर राजनीति कर रहे हैं. इसके अलावा देश-विदेश में अधिकारी बने हैं. मैं भी यहां से आईएस से लेकर पीजी तक की पढ़ाई किया हूं.- अजीत शर्मा, सीएलपी लीडर, बिहार

बता दें कि टीएनबी कॉलेज का भवन 138 साल पुराना है. 1920 में भवन का निर्माण हुआ था. कॉलेज का भवन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी आर्ट्स ब्लॉक की तर्ज पर बना है. बताया जाता है कि भागलपुर के रहने वाले दीपनारायण सिंह लॉ कॉलेज की पढ़ाई करने के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी गए थे. जब भागलपुर में टीएनबी कॉलेज बनाने को लेकर तैयारी शुरू हुई तो उन्होंने वहां के इंजीनियर को बुलाकर टीएनबी भवन का डिजाइन बनवाया था. इससे पहले यह कॉलेज 1833 में किराए के तीन कमरों में चलता था और फिर 1887 में यह टीएनबी कॉलेजिएट स्कूल में शिफ्ट हुआ था.

टीएनबी कॉलेज को हेरीटेज भवन का दर्जा दिलाने का सुझाव सबसे पहले 2015-16 में कॉलेज के नैक मूल्यांकन के समय नैक पीयर टीम (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) के सदस्यों ने दिया था. टीम ने कॉलेज को डीम्ड यूनिवर्सिटी बनाने की भी जरूरत बताई थी. लेकिन हेरिटेज का दर्जा देने का प्रयास आगे बढ़ा इसके बाद विधानसभा में मामला उठा तब सरकार के संबंधित विभाग का पत्र टीएमबीयू के इंजीनियरिंग शाखा को मिला. बहरहाल टीएनबी कॉलेज बिल्डिंग हैरिटेज बिल्डिंग में शामिल हो इसका इंतजार सभी को है.

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भागलपुर: भागलपुर का ऐतिहासिक तेज नारायण बनैली महाविद्यालय (टीएनबी कॉलेज) भवन हेरिटेज बिल्डिंग (Heritage Building) में शामिल होगा. इसके लिए सरकारी स्तर पर कवायद शुरू हो गई है. इस सूची में टीएनबी कॉलेज के अलावा मुजफ्फरपुर के लंगट सिंह कॉलेज (Langat Singh College) का भी नाम है.

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हेरिटेज बिल्डिंग घोषित करने के लिए कॉलेज स्तर से सारी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई हैं. बीते दिनों विधानसभा सत्र के दौरान कॉलेज को हेरिटेज बिल्डिंग में शामिल करने को लेकर विधानसभा में रामचंद्र पूर्वे ने भवन निर्माण मंत्री से सवाल पूछा था, जिसके बाद सरकार के स्तर से कार्रवाई शुरू हुई.

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सवाल पूछे जाने के बाद 20 अगस्त को भवन प्रमंडल के भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता इंजीनियर विनय कुमार सिंह ने टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य को पत्र भी भेजा था. टीएनबी कॉलेज से संबंधित दस्तावेजों की मांग की गई है, जिसे कॉलेज प्रशासन ने संबंधित विभाग को भेज दिया है.

इस दिशा में कार्रवाई भी शुरू हो गई है. बता दें कि हेरिटेज बिल्डिंग घोषित हो जाने के बाद टीएनबी कॉलेज भवन का संरक्षण सरकार के स्तर से होगा. जर्जर हो रही टीएनबी का ऐतिहासिक बिल्डिंग का जीर्णोद्धार होगा और इस भवन की देखरेख बिहार सरकार द्वारा किया जाएगा. किसी भी कॉलेज को ऑटोनॉमस होने के लिए उसकी बिल्डिंग को हेरिटेज होना जरूरी है. यदि ऐसा हो जाता है तो कॉलेज ऑटोनॉमस होने की दिशा में भी आगे बढ़ेगा. टीएनबी कॉलेज ऑटोनॉमस हो जाने के बाद विश्वविद्यालय केवल कॉलेज में परीक्षाओं का संकलन कराएगी. विद्यार्थियों को कॉलेज से सर्टिफिकेट मिलेगा.

बीते दिनों रामचंद्र पूर्वे ने हेरिटेज बिल्डिंग में शामिल करने को लेकर विधानसभा में प्रश्न पूछा था, उसके बाद अजीत शर्मा ने भी विधानसभा में बात को उठाई थी. जिसके बाद कुछ अधिकारी और इंजीनियर यहां आए थे. कोरोना के कारण मामला ठंडे बस्ते में चला गया था. लेकिन अभी हाल ही में फिर से भवन निर्माण के इंजीनियर का पत्र मिला है. पत्र के अनुसार उन्हें जवाब भी भेज दिया गया है.- डा. संजय चौधरी,प्राचार्य, टीएनबी कॉलेज

टीएनबी कॉलेज के प्राचार्य डॉ .संजय चौधरी ने बताया कि टीएनबी कॉलेज भवन को हेरिटेज बिल्डिंग का दर्जा मिलने के बाद भवन का रखरखाव बिहार सरकार करेगी. उन्होंने कहा कि भवन का मेंटेनेंस कॉलेज के कोष से नहीं हो सकता है इसलिए बहुत जरूरी है कि हेरिटेज भवन में शामिल किया जाए. दरअसल 1993 तक सभी कॉलेज भवन का रखरखाव बिहार सरकार के पीडब्ल्यूडी द्वारा किया जाता था. लेकिन फिर बीच में इस सिस्टम को बंद कर दिया गया और कॉलेज भवन का रखरखाव कॉलेज कोष से होने लगा था.

कॉलेज बहुत पुराना है. कॉलेज का भवन, हॉस्टल, प्राचार्य आवास सहित सारा डिपार्टमेंट 100 साल से अधिक पुराना है. इसलिए आवश्यक है कि इस भवन को हेरिटेज में शामिल किया जाए. इससे ऑटोनॉमस होने की दिशा में भी हम लोग आगे बढ़ेंगे.-डा. संजय चौधरी,प्राचार्य, टीएनबी कॉलेज

कांग्रेस के सीएलपी लीडर अजीत शर्मा ने कहा कि कॉलेज भवन को हेरिटेज में घोषित करने को लेकर और भवन को सरकार द्वारा जीर्णोद्धार कराने को लेकर विधानसभा में प्रश्न उठाया था. उससे पहले माननीय विधायक रामचंद्र पूर्वे ने भी प्रश्न विधानसभा में पूछा था जिसके बाद भवन निर्माण विभाग द्वारा कार्रवाई शुरू की गई है.

हम लोगों की शुरू से ही मांग है कि जितने भी पुराने भवन हैं उसका रखरखाव सरकारी स्तर से हो. टीएनबी कॉलेज भवन 1800 ईस्वी में बनी है. ऐसा पुराना कॉलेज कहीं नहीं है. यहां से पढ़ कर कई लोग बड़े-बड़े पदों पर पहुंचे हैं. डॉ जगन्नाथ मिश्र यहां से पढ़कर बिहार के मुख्यमंत्री बने वर्तमान में कई मंत्री बने हुए हैं. बिहार के प्रमुख पार्टी के नेता यहां से पढ़ कर राजनीति कर रहे हैं. इसके अलावा देश-विदेश में अधिकारी बने हैं. मैं भी यहां से आईएस से लेकर पीजी तक की पढ़ाई किया हूं.- अजीत शर्मा, सीएलपी लीडर, बिहार

बता दें कि टीएनबी कॉलेज का भवन 138 साल पुराना है. 1920 में भवन का निर्माण हुआ था. कॉलेज का भवन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी आर्ट्स ब्लॉक की तर्ज पर बना है. बताया जाता है कि भागलपुर के रहने वाले दीपनारायण सिंह लॉ कॉलेज की पढ़ाई करने के लिए ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी गए थे. जब भागलपुर में टीएनबी कॉलेज बनाने को लेकर तैयारी शुरू हुई तो उन्होंने वहां के इंजीनियर को बुलाकर टीएनबी भवन का डिजाइन बनवाया था. इससे पहले यह कॉलेज 1833 में किराए के तीन कमरों में चलता था और फिर 1887 में यह टीएनबी कॉलेजिएट स्कूल में शिफ्ट हुआ था.

टीएनबी कॉलेज को हेरीटेज भवन का दर्जा दिलाने का सुझाव सबसे पहले 2015-16 में कॉलेज के नैक मूल्यांकन के समय नैक पीयर टीम (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) के सदस्यों ने दिया था. टीम ने कॉलेज को डीम्ड यूनिवर्सिटी बनाने की भी जरूरत बताई थी. लेकिन हेरिटेज का दर्जा देने का प्रयास आगे बढ़ा इसके बाद विधानसभा में मामला उठा तब सरकार के संबंधित विभाग का पत्र टीएमबीयू के इंजीनियरिंग शाखा को मिला. बहरहाल टीएनबी कॉलेज बिल्डिंग हैरिटेज बिल्डिंग में शामिल हो इसका इंतजार सभी को है.

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